रबि उल अल 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
तुम अल्लाह की तरफ रुजू करने के लिए क़ुरआन से बढ़कर कोई और ज़रिया नहीं पा सकते।
- तिर्मिज़ी
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पैगंबर-ए-इस्लाम ﷺ की याद में निकला जुलूसहिंदू-मुस्लिम यकजहती की दिखी मिसाल जुलूस की कामयाबी में पुलिस महकमे का रहा अहम किरदारजुलूस के दौरान तिरंगा झंडा भी लहराते रहे लोग
✅ नई तहरीक : खैरागढ़
पैगंबर हजरत मोहम्मद ﷺ की यौमे पैदाईश पर मआशरे ने 16 सितंबर, बरोजे पीर को जश्रे ईद मिलादुन्नबी ﷺ मनाई। रवायत के मुताबिक सुबह 4 बजे पैगंबर साहब ﷺ की पैदाइश के वक्त सलात-ओ-सलाम व नात पेश की गई। 5:30 बजे सुबह फजर की नमाज के बाद कुरान ख्वानी और 9:30 बजे मस्जिद चौक से जुलूसे मुहम्मदी ﷺ निकाला गया जो हॉस्पिटल चौक, विश्वविद्यालय मार्ग, आंबेडकर चौक, नया बस स्टैंड, जय स्तंभ चौक, तुरकारी पारा, ईतवारी बाजार, बक्शी मार्ग, गोलबाजार होते हुये मस्जिद चौक पंहुचा जहां जामा मस्जि़द के ईमाम-ओ-खतीब हाफिज फखरुद्दीन मिस्बाही ने परचम कुसाई की रस्म अदा कर फातिहा पढ़ी।इस मौके पर उन्होंने कौम से खिताब करते हुए बुरे कामों से दूर रहकर पैगंबर हजरत मोहम्मद ﷺ की बताई राह पर चलने की नसीहत दी। इस दौरान उन्होंने केसीजी जिले सहित रियासत व वतन की खुशहाली के लिये दुआ मांगी।
रहमत बनकर आए
तकरीब से खिताब करते हुए ईमाम-ओ-खतीब हाफिज फखरुद्दीन मिस्बाही ने कहा, आप ﷺ की आमद से पहले दुनिया में बुराईयों का बोल-बाला था। लोगों के साथ इम्तियाजी सुलूक किया जाता था, लड़कियों की पैदाईश पर गम-ओ-गुस्से का इजहार करते हुए उन्हें मार दिया जाता था, ऐसे दौर में अल्लाह ने अपने प्यारे रसूल पैगंबर हजरत मोहम्मद ﷺ को दुनिया में अमन-ओ-अमान कायम करने के लिए भेजा। हदीस मुबारका है कि पड़ोसी तकलीफ में है तो पहले पड़ोसी की मदद करें, चाहे वो किसी भी मजहब का हो।
जुलूस में जमात के लोगों की जानिब से मुख्तलिफ मकामात पर स्टॉल लगाकर फल, बिस्किट, शरबत, जूस व नाश्ता तकसीम किया गया। सीटीबी फाउंडेशन की जानिब से स्टेट बैंक के पास स्टेट हाईवे में जुलूस पर फूल बरसाए गए। वहीं हिंदू-मुस्लिम यकजहती की मिसाल पेश करते हुए गोलबाजार में नगर के मोअज्जिज शर्मा फेमिली की जानिब से मआशरे के लोगों के लिये पानी का इंतेजाम किया गया। जुलूस के दौरान नात-ए-रसूल ﷺ और हुब्बुल वतनी के तराने पेश किए गए। इस दौरान हिफाजती इंतेजाम पुख्ता बनाए रखने के लिए केसीजी पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल की हिदायत व थाना इंचार्ज जितेंद्र बंजारे की मौजूदगी में पुलिस महकमे ने सराहनीय किरदार अदा किया।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर हाफिज शराफत हुसैन, हाफिज मोहिब्बुल हक, हाफिज जियाउल हक, नायब सदर जफर हुसैन खान, खजांची मोहम्मद इदरीस खान, सेक्रेटरी अलताफ अली, हाजी असगर अली, हाजी नासिर मेमन, हाजी रिजवान मेमन, हाजी तनवीर मेमन, हाजी ईमरान मेमन, हाजी मोहसिन अली, हाजी जाहिद अली, हाजी मुर्तजा, इकरा फाउंडेशन के सदर खलील कुरैशी, जिलई मुस्लिम मआशरे के सेक्रेटरी मोहम्मद याहिया नियाजी, कय्यूम कुरैशी, जमीर कुरैशी, फारूख मेमन, कदीर कुरैशी, शम्सुल होदा खान, मोहम्मद सगीर खान, जमीर खान, याकूब खान, जुनैद खान, समीर कुरैशी, उबैद खान, मतीन अशरफ, अय्यूब सोलंकी, कलीम अशरफी, याकूब सोलंकी, शौकत अली, नदीम मेमन, रफीक सरधारिया, सलीम सोलंकी, हबीब अशरफी, सलाम खान, इशरार खान, नाजिम खान, इरफान वारसी, नसीम कादरी, साबिर सरधारिया, वसीम कादरी, ईनायत रसूल, सोहेल खान, जमील मेमन, तारिक अमान, सादिक मोतीवाला, अरमानुल हक, राजा सोलंकी, सुलेमान खान, रहमान खान, साबिर सरधारिया, कदीम कुरैशी, युनुस सोलंकी, रफीक सोलंकी, इरफान मेमन, शादाब खान, सोहेल अशरफ, वसीम खान व आदिल अमान समेत छुईखदान से जिलई मुस्लिम मआशरे के सदर सज्जाक खान, छुईखदान मस्जिद के सदर शेख निजामुद्दीन खान, अशरफ खान आशू समेत कसीर तादाद में मुस्लिम जमात के अराकीन, खैरागढ़ थाना इंचार्ज जितेंद्र बंजारे, एसआई कोमल मिंज, आरक्षक चंद्रकांत वर्मा व करण वर्मा समेत पुलिस महकम के जवान मौजूद थे।
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