तेजी से बढ़ रही वेबसाइट विजिट करने वालों की तादाद
डेढ़ मिलीयन तक पहुंची अरबी साईट देखने वालों की तादाद
इसराईल में वाके नेशनल लाइब्रेरी अरबी बोलने और समझने वालों के लिए नायाब इस्लामी किताबों और मख्तूबात से भरी पड़ी है। लाईब्रेरी के तंई लोगों के रुाान को देखते हुए लाईब्रेरी को आॅनलाइन विजिट के लिए डिजीटीलाईज किया जा रहा है। लाइब्रेरी में इस्लाम और मिडिल ईस्ट कलेक्शन की जिÞम्मेदार डाक्टर राकेल यूकेलस के मुताबिक फलस्तीन की सकाफ़्त और अरब सकाफ़्त के उमूमन सियासी सतह पर हकीकी असरात पर लाइब्रेरी अपना किरदार अदा करने के लिए पुरअज्म है। डाक्टर राकेल ने बताया कि गुजिशता साल अरब दुनिया से साढे़ छ: लाख से ज्यादा अफराद ने लाइब्रेरी की अरब वेबसाइट विजिट की है जो कि 2020 के मुकाबले में 40 फीसद ज्यादा है और खासतौर पर ये कि सऊदी अरब की तरफ से दिलचस्पी में ड्रामाई इजाफा हुआ है।
साईट विजिट करने वालों की तादाद में करिश्माई इजाफा
साईट विजिट करने वाले ज्यादातर अफराद फलस्तीनी अथार्टी, मिस्र, सऊदी अरब, अरदन और अल-जजाइर से हैं जो ना सिर्फ नायाब इस्लामी दस्तावेजात बल्कि तारीखी अरबी अखबारात की बड़ी मिकदार समेत इस से मुंसलिक दीगर जराए की तलाश में थे। दुनियाभर में अरबी साईट को देखने वालों की तादाद 125 फीसद बढ़कर डेढ़ मिलियन तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि इसराईल के अंदर साईट देखने वालों की तादाद 250 फीसद इजाफे़ के साथ कुल छ: लाख 20 हजार सारफीन तक पहुंच गई है। लाइब्रेरी में मौजूद अनमोल दस्तावेजात जदीद टैक्नोलोजी की बदौलत आॅनलाइन और भी ज्यादा काबिल रसाई हैं, जहां उन्हें शानदार अंदाज में तफसील से देखा जा सकता है।
नौजवान नस्ल के लिए काफी अहम
ममलकत से 2021 में नेशनल लाइब्रेरी की साईट को विजिट करने वालों की दिलचस्पी में 30 फीसद इजाफा हुआ है। इस सीजन में एक लाख 21 हजार विजीटर्स में तकरीबन 94 हजार इन्फिरादी सारिफीन हैं, आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक विजीटर्स में एक तिहाई तादाद खवातीन की है और 60 फीसद अफराद की उम्र 25 से 44 साल के दरमयान हैं। सारफीन तारीखी नक़्शों, यहूदी तारीख और इसराईल के बारे में डीजीटल मवाद में भी दिलचस्पी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हकीकत ये है कि अरब दुनिया के बहुत सारे लोग वेबसाइट के जरीये आजादाना तौर पर दस्तयाब सकाफ़्ती खजानों में इतनी ज्यादा दिलचस्पी का इजहार कर रहे हैं जो ये जाहिर करता है कि ये चीजें इस खित्ते में रहने वाली नौजवान नसल के लिए कितनी अहम हैं।
courtesy : Arab news