जमादिउल आखिर, 1447 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ ---------------------------------
"सिर्फ तीन जगह पर झूठ जाएज़ और हलाल है, एक ये के आदमी अपनी बीवी से बात करें ताकि उसको राज़ी कर ले, दूसरा जंग में झूठ बोलना और तीसरा लोगों के दरमियान सुलह कराने के लिए झूठ बोलना।"
- अबू दाऊद
हज-2026 के लिए तर्बियती कैंप मुनाकिद
✅ बख्तावर अदब : भिलाई
हज-2026 के लिए गैलेक्सी बैंक्विट हाल, जुनवानी रोड, अयप्पा नगर में मुनाकिद तरबीयत प्रोग्राम के अलग-अलग सेशन में एक्सपर्ट ने आजमीने हज को हज के अरकान अदा करने की जानकारी दी।
पहले सेशन की शुरुआत मौलाना दिलशाद ने की। उन्होंने कुरआन ओ हदीस 000 की रोशनी में हज की फजीलत बताते हुए कहा कि हर बालिग, साहिबे हैसियत मर्द-ओ-औरत पर जिंदगी में एक बार हज फ़र्ज़ है।
उन्होंने कहा, साहिबे हैसियत वो है, जिस पर जकात फ़र्ज़ है। उसे चाहिए कि जिंदगी में एक बार हज के सफर को जरूर जाए। इस दौरान उस पर घरवालों के अखराजात का इंतजाम करना भी फर्ज है। ऐसा न हो कि उसके सफ़र हज के दौरान उसके वारिसों को अपनी जरूरीयात के लिए दूसरों के सामने हाथ फैलाना पड़े।
दूसरे सेशन में हज़रत सैय्यद जमीर ने आजमीने हज को जरूरी कागजी कार्यवाही और पासपोर्ट की दुरुस्तगी के साथ ही सफ़र हज़ में साथ रखने वाले जरूरी सामानों की फेहरिस्त की जानकारी दी। तीसरे सेशन में हाजी मीर हामिद ने हज की किस्म, उसके फ़र्ज़, सुन्नत, वाजिबात और अरकान हज के दौरान पढ़ी जाने वाली दुआएं, कलमे, तलबिया,वाजिबात की तफसील से जानकारी दी। वहीं एहराम बांधना सिखाया गया। मौलाना दिलशाद ने हज की फजीलत को कुरआन और हदीस की रोशनी में बयान किया।
चौथे सेशन में हाजी नैयर इकबाल ने हज के दौरान कंकरियां मरने की तरीका बताया। इसी तरह तवाफे विदा करने का सुन्नत तरीका भी बताया। हाजी हारून अंसारी ने इस दौरान मदीना मुनव्वरा में दो किबले वाली मस्जिद, मस्जिद कुबा और जियारत के दीगर मुकाम की फजीलत और उनकी अहमियत को समझाते हुए जरूरी जगहों पर नमाज और दुआ पढ़ने के फायदे बताए।
इस दौरान जानकारी दी गई कि भारत सरकार हज हाउस कमेटी व छत्तीसगढ़ हज कमेटी से सरकारी मदद के लिए हज इंस्पेक्टर तैनात किए जाते हैं। इसके लिए हज सुविधा एप डाउनलोड कर अपने हज इंस्पेक्टर को वहां आ रही परेशानी से आगाह कराया जा सकता है। इस दौरान सैय्यद असलम, अमीन कुरैशी, कमरुल हक, फ़ज़ल अंसारी, सईद, सैयद रिजवान, इम्तियाज, वसीम, शफीक, हाफिज इश्तियाक, मुकीम, सुफियान, नुसरत, जैद मीर हमीद, अजीम सहित हज पर जाने वाले जायरीन मौजूद थे।
खुसूसी बच्चों के लिए मेडिकल कैंप मुनाकिद, अल मदद सोसाइटी ने बढ़ाए मदद के हाथ
भिलाई। अल-मदद फाउंडेशन और वेलफ़ेयर सोसायटी की जानिब से माजूरों के आलमी दिन के मौके पर प्रयास स्कूल, सुपेला में मुनाकिद मेडिकल कैंप अल मदद फाउंडेशन ने तआवुन किया।
कैंप में स्कूल के सभी बच्चों का शंकराचार्य मेडिकल कालेज से आए स्पेश्लिस्ट डाक्टरों ने ब्लड टेस्ट, एचबी टेस्ट व रूटीन चेकअप किया। इस दौरान समाज कल्याण विभाग, जिला दुर्ग की जानिब से बच्चों को व्हील चेयर, बैसाखी और कान की मशीन मयस्सर कराई गई, जबकि अल मदद सोसाइटी की जानिब से बच्चों को नाश्ता कराया गया।
प्रोग्राम से खिताब करते हुए अल-मदद सोसायटी की सदर अंजुम अली ने कहा कि इन खुसूसी बच्चों के लिए हम जितना भी करें, कम है। उन्होंने समाज के सभी शोबे को इन बच्चों के लिए आगे आने की जरूरत पर जोर दिया। कैंप में पैथोलॉजिस्ट कौसर खान, डॉ. संजय गुप्ता, डॉ. अमरीन कुरैशी और तलत खान ने खुसीसी किरदार अदा किया। कैंप की कामयाबी में स्कूल के सभी असातजा व स्टाफ ने तआवुन किया।
अल मदद सोसाइटी की सेक्रेटरी कौसर खान, ज्वायंट सेक्रेटरी शिरीन कुरैशी, खजांची शाहीन खान, डॉ अमरीन, नीलोफर, फरीदा अली, रानी, जुल्फी, आयशा आलम, एसएन शेख़, फरहीन नाज, मिस्बाह, साबरा, रुखसाना सिद्दीकी, गुलनिशा और शमीम अशरफी समेत दीगर लोग मौजूद थे।
.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)