रबि उल अल 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
कोई इंसान अच्छे अमल करता है और लोग उसकी तारीफ करते है तो ये गोया मोमिन के लिए दुनिया में ही जन्नत की बशारत है।
- सहीह मुस्लिम
✅ नई तहरीक : बालोद पैगम्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तुफा 000 की यौमे पैदाईश का जश्न खुशनुमा माहौल में शान-ओ-शौकत के साथ मनाया गया। जामा मस्जिद के इमाम-ओ-खतीब हाफ़िज़ मौलाना शकील चिश्ती ने परचम कुसाई की जिसके बाद सलात-ओ-सलाम का नज़राना पेश कर फातिहा पढ़ी गई।
इस मौके पर जामा मस्जिद से जुलूसे मुहम्मदी 000 निकाला गया जो पुराना बस स्टैंड, सदर रोड, हलधर चौक, मधु चौक, जय स्तम्भ चौक से मेन रोड होते हुए वापस जामा मस्जिद पहुंचकर इख्तेताम पजीर हुआ। जुलूस के दौरान आदिल हामिद सिद्दीकी, आरिफ सिद्दीक़ी, मोहसिन कुरैशी, मोहम्मद वकार कुरैशी, अशफ़ाक तिगाला, सलमान रज़ा, समीर खान, शेख गुलाम, अल्ताफ तिगाला, जमील खान व दीगर नात ख्वाहों ने नबी-ए-करीग की शान में नात-ओ-मनकबत का नजराना पेश किया।
➧ हज सीज़न के अख़राजात का नहीं होता कोई हिसाब
इस मौके पर कौम से खिताब करते हुए इमाम शकील चिश्ती ने कहा, इस्लाम एखलाक और मोहब्बत के पैगाम से परवान चढ़ा है न कि तलवार के जोर से। आप 000 की आमद से पहले अरब में एक-दूसरे के साथ इम्तियाजी सुलूक और जुल्म-ओ-सितम का बोलबाला था। तमाम तरह की बुराईयां आम थी। बच्चियों को जिंदा दफन कर दिया जाता था। आप 000 ने लोगों को इन बुराईयों से बाज रहने की नसीहत की और एक खुदा पर ईमान रखने की तलकीन की। आप 000 ने इंसानियत का दर्स देकर सालामती की बात कही।
उन्होंने कहा कि इस्लाम इंसानियत का दर्स देता है, हमारा फ़र्ज है कि गुलामे मुस्तफ़ा 000 होने के नाते और हमारे रवैय्ये और चाल चलन से किसी को तकलीफ ना हो, दीगर मजाहिब का ख्याल करें, पड़ोसी से अच्छा सुलूक करें। उन्होंने इस मुबारक मौके पर मुल्क, रियासत और शहर की खुशहाली, तरक्की, अम्नो-अमां और भाईचारगी के लिए दुआए की।
जुलूस के बाद आम लंगर, बच्चों का नातिया प्रोग्राम और आल इंडिया मुस्लिम फाउंडेशन, बालोद इकाई की जानिब से थैलेसीमिया मुतास्सिर बच्चों के लिए ब्लड डोनेशन कैंप मुनाकिद गया। कैंप में 68 लोगों ने खिदमते खल्क के नजरिये से ब्ल्ड डोनेट किया।
इंतजामियां कमिटी के मुतवल्ली शाहिद खान ने ईद मिलाद उन नबी की मुबारकबाद देते हुए कहा कि नबी-ए-करीम 000 ने अमन का पैगाम दिया हैं। लोगों से उन्होंने भाईचारगी और अम्नो-अमां बनाए रखते हुए रियासत और मुल्क की तरक्की में मुआविन बनने की अपील की।
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