1433 हिज्री के बाद इस साल सबसे ज्यादा आज़मीन-ए-हज्ज ने की फरीजा-ए-हज की अदायगी

जिल हज्ज-1445 हिजरी

हदीस-ए-नबवी ﷺ

तुम जहां भी हो, अल्लाह से डरते रहो और बुराई सरजद हो जाने के बाद नेकी करो ताकि वो उस बुराई को मिटा दे और लोगों के साथ हुश्ने इख्लाक से पेश आओ। 

- जामह तिर्मिजी

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1433 हिज्री के बाद इस साल सबसे ज्यादा आज़मीन-ए-हज्ज ने की फरीजा-ए-हज की अदायगी


1433 हिज्री में 30 लाख तक जा पहुंची थी आज़मीन-ए-हज्ज की तादाद 
56 सालों में 100 मिलियन से ज़्यादा अफराज कर चुके फ़रीज़ा-ए-हज की अदायगी 
सबसे कम 1441 हिज्री में सिर्फ 10 हज़ार आज़मीन-ए-हज्ज अदा कर सके थे फरीजा-ए-हज

✅ रियाद : आईएनएस, इंडिया 

    इस साल 1445 हिज्री के हज को तारीख़ में सबसे ज़्यादा हुजूम वाले हज के इजतिमाआत में शुमार किया जा रहा है। सऊदी शुमारियात अथार्टी ने साल 1390 हिज्री के आग़ाज़ में हज का रिकार्ड मुरत्तिब करना शुरू किया था, तब से आज़मीन के आदाद-ओ-शुमार को रिकार्ड किया जा रहा है। तब से अब तक यानि 56 सालों में 100 मिलियन से ज़्यादा हाजियों ने मनासिक हज अदा किए हैं। 
    1390 हिज्री में हुज्जाज की तादाद 10 लाख 79 हज़ार 760 थी। 1399 हिज्री में पहली मर्तबा हुज्जाज किराम की तादाद 20 लाख से मुतजाविज़ (पार) हुई। इस साल 20 लाख 79 हज़ार 689 अफ़राद ने फ़रीज़ा हज अदा किया था। हज की तारीख़ में पहली मर्तबा 1433 हिज्री में आज़मीन-ए-हज्ज की तादाद 30 लाख तक जा पहुंची थी। ये वाहिद साल था जिसमें 30 लाख से ज़्यादा अफ़राद ने हज के मनासिक अदा किए थे। इस वक़्त तक 33 हज सीज़न में से साल 1414 हिज्री का साल ऐसा था, जो इस तादाद के क़रीब रहा जिसमें 18 लाख 34 हज़ार 780 अफ़राद ने हज अदा किया। 
    1441 के बाद से रिकार्ड किए गए कोरोना वाइरस वबाई अमराज़ के सालों में तादाद महदूद हो गई थी। 1441 हिज्री में सिर्फ 10 हज़ार आज़मीन-ए-हज्ज अदा कर सके। 1442 में ये तादाद बढ़कर 58 हज़ार तक पहुंची और 1443 में 9 लाख 26 हज़ार 62 हो गई थी। गुजिश्ता बरस 1444 हिज्री में कोरोना वबा के बाद एक मर्तबा फिर तादाद अपने उरूज को पहुंची और इस साल 18 लाख 45 हज़ार 45 अफ़राद ने हज अदा किया। शाह अबदुल अज़ीज़ की हुकूमत के आग़ाज़ के साथ ही हज की तादाद में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा देखने में आया है। हज के रास्तों और उनकी हिफ़ाज़त पर ज़बरदस्त कंट्रोल हाजियों की तादाद में बड़ी छलांग का बाइस बिना। उनके दौर-ए-हकूमत में दूसरी जंग-ए-अज़ीम से कब्ल दस हज़ार आज़मीन की तादाद समुंद्री रास्तों की वजह से बढ़कर 100 हज़ार तक पहुंच गई थी। जंग की वजह से ये तादाद कम हो कर 20 हज़ार तक आ गई थी।

उमरा वीजा शुरू

सऊदी वज़ारत हज-ओ-उमरा ने हज मौसम के इख्तेताम पर जुमेरात 20 जून 2024 से नए उमरा सीज़न के लिए वीज़े जारी करने का ऐलान किया है। सऊदी न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक़ सऊदी वज़ारत हज-ओ-उमरा ने कहा है कि नया उमरा सीज़न एक मुहर्रम 1446 हिजरी से शुरू होगा। 
    वज़ारत हज-ओ-उमरा गुजिश्ता कई बरसों से हज सीज़न के इख्तेताम के बाद उमरा पर आने के ख्वाहिशमंदों के लिए वीज़े जारी करना शुरू करता है। 

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