रमजान उल मुबारक-1445 हिजरी
बदफाली शिर्क है
'' अब्बास रदि अल्लाह अन्हू से रवायत है कि नबी-ए-करीम ﷺ ने फरमाया, मेरी उम्मत के सत्तर हजार लोग बिना हिसाब के जन्नत में जाएंगे। ये वो लोग होंगे, जो झाड़-फूंक नहीं करते हैं और न शगुन लेते हैं। यानी अच्छे-बुरे शगुन में यकीन नहीं करते और अपने रब पर भरोसा करते हैं। ''- सही बुखारी
(तशरीह : शगुन यानि फालतू बातों में यकीन करके उस काम को छोड़ देना। जैसे काली बिल्ली रास्ता काट जाने से काम खराब हो जाएगा या घर से दही पीकर निकलने से काम अच्छा होगा, ये सब शुगुन में आता है, ऐसी बातों का यकीन नहीं करना चाहिए, क्यूंकि होता वही है, जो अल्लाह चाहता है।)---------------------------------------
✅ मक्का मुकर्रमा : आईएनएस, इंडिया
मस्जिद उल हराम के एतराफ़ से सऊदी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 हज़ार से ज़ाइद भिखारी गिरफ़्तार किए। ख़बर के मुताबिक़ महकमा अमन आम्मा ने शहरीयों और ममलकत में मुक़ीम ग़ैर मुल्कियों को हिदायत की है कि वो पेशावर गदागरों को सदक़ा ख़ैरात ना दें।
सऊदी हुक्काम का कहना है कि गदागरी इस्लाम में सख़्ती से मना है, ज़ाइरीन किसी को सदक़ा ख़ैरात ना दें। गदागरी मुल्क के अमन के लिए भी ख़तरनाक है, क्योंकि इन गदागरों के पीछे मुनज़्ज़म माफ़िया काम करता है और ये दहशतगर्द तन्ज़ीमों की माली मदद में भी मुलव्वस हो सकते हैं। सऊदी हुक्काम का कहना है कि माह रमज़ान में भिखारियों की बड़ी तादाद सऊदी अरब पहुंची है। सऊदी हुक्काम के मुताबिक़ माह रमज़ान उल-मुबारक में सिक्योरिटी प्लान पर सख़्ती से अमल किया जा रहा है। मक्का मुकर्रमा में मस्जिद उल हराम के अलावा मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर महिकमा इंसिदाद गदागरी की टीमें मौजूद हैं, जिन्हों ने 4 हज़ार से ज़ाइद गदागरों को गिरफ़्तार किया है।
सऊदी हुक्काम का कहना है कि गदागरी इस्लाम में सख़्ती से मना है, ज़ाइरीन किसी को सदक़ा ख़ैरात ना दें। गदागरी मुल्क के अमन के लिए भी ख़तरनाक है, क्योंकि इन गदागरों के पीछे मुनज़्ज़म माफ़िया काम करता है और ये दहशतगर्द तन्ज़ीमों की माली मदद में भी मुलव्वस हो सकते हैं। सऊदी हुक्काम का कहना है कि माह रमज़ान में भिखारियों की बड़ी तादाद सऊदी अरब पहुंची है। सऊदी हुक्काम के मुताबिक़ माह रमज़ान उल-मुबारक में सिक्योरिटी प्लान पर सख़्ती से अमल किया जा रहा है। मक्का मुकर्रमा में मस्जिद उल हराम के अलावा मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर महिकमा इंसिदाद गदागरी की टीमें मौजूद हैं, जिन्हों ने 4 हज़ार से ज़ाइद गदागरों को गिरफ़्तार किया है।
मुख्तार अंसारी को लेकर ताज़ियती पोस्ट करने पर पुलिस कांस्टेबल के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू
लखनऊ : बख़शी तालाब पुलिस स्टेशन में तयनात एक कांस्टेबल मुहम्मद फ़य्याज़ को मरहूम मुख़तार अंसारी की हिमायत में वाट्स एप्प स्टेट्स पोस्ट करना महंगा पड़ गया। कांस्टेबल फय्याज ने अपने वाटसएप स्टेट्स में मुख़तार अंसारी को अलविदा शेर पूर्वांचल लिखा है, जिसका स्क्रीन शॉट सोशल मीडीया पर वाइरल हो रहा है।☑ सउदी अरब : मस्जिद-ए-नबवी ﷺ में लगी है दुनिया की अनोखी छतरी
मामला सामने आने के बाद इलेक्शन कमीशन से कांस्टेबल को मुअत्तल करने की इजाज़त मांगी गई है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा है कि मुहम्मद फ़य्याज़, जो यूपी पुलिस में हैं, वो बख़शी का तालाब, लखनऊ में तयनात हैं। वो वाजेह तौर पर यूपी पुलिस पर इल्ज़ाम तराशी की हैसियत पैदा कर रहे हैं। यूपी पुलिस और डीजीपी को टैग करके कार्रवाई का मुतालिबा किया गया है जिसमें कांस्टेबल को मुअत्तल करने की बात कही गई है।
☑ सउदी में खजूर की सालाना पैदावार 1.6 मिलियन टन
डिप्टी कमिशनर पुलिस की जानिब से कहा गया कि ज़ाबता अख़लाक़ (आचार संहिता) नाफ़िज़ है, इसलिए पुलिस बराह-ए-रास्त कार्रवाई नहीं कर सकती, कांस्टेबल फ़य्याज़ की मुअत्तली के हवाले से इलेक्शन कमीशन को ख़त लिख दिया गया है, मज़ीद कार्रवाई इलेक्शन कमीशन के हुक्म पर की जाएगी। डिप्टी कमिशनर आफ़ पुलिस के मुताबिक़ कांस्टेबल मुहम्मद फ़य्याज़ ने उतर प्रदेश पुलिस की सोशल मीडीया पालिसी और पुलिस ऑफीसर पनिशमेंट एंड रूल्ज ला 1991 की ख़िलाफ़वरज़ी की है। इलेक्शन कमीशन के हुक्म पर कांस्टेबल के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।For the latest updates of islam
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