रमजान उल मुबारक-1445 हिजरी
13 रमज़ान (इंजील शरीफ का नुजूल)
हदीस-ए-नबवी ﷺ
'' रमजान में घर वालों पर खुलकर खर्च किया करो क्योंकि रमजान के महीने में खर्च करना अल्लाह ताअला की राह में खर्च करने की तरह है। ''- अल जामिउस्सगीर
------------------------------------------------
✅ रियाद : आईएनएस, इंडिया
हरम नबवी ﷺ के सेहनों को साया देने का मन्सूबा सऊदी अरब की तरफ़ से मस्जिद नबवी ﷺ में आने वाले ग़ुलामान-ए-मुहम्मद ﷺ की देखभाल के लिए बनाया गया है। ये प्रोजेक्ट मस्जिद नबवी ﷺ का अहम और काबिल-ए-एहतिराम मन्सूबा शुमार किया जाता है। इसमें 250 मोबाइल छतरीयां शामिल की गई हैं। इन छतरीयों को खासतौर पर मस्जिद नबवी नबवी ﷺ के लिए डिज़ाइन किया गया है। मस्जिद के चारों तरफ़ उसके सेहनों में इन छतरीयों को नसब किया गया है।इन छतरीयों का मक़सद अपने ज़ाइरीन को सुकून और यक़ीन दहानी फ़राहम करना है। नमाज़ियों को गर्मी, सूरज की धूप और बारिश के दौरान फिसलने और गिरने से बचाना है। इन छतरीयों को बहुत सारी ज़रूरीयात और मेयार के मुताबिक़ बनाया गया है। ये छतरीयां ख़ास तामीराती ख़सुसीआत से लैस हैं। ये हवा, आग और बारिश के ख़िलाफ़ आला मुज़ाहमत फ़राहम करने वाले मेटल से बनाई गई हैं। छतरीयों की तैयारी में इस्तिमाल होने वाले कपड़े और मवाद (मटेरियल) के मेयार के साथ उनका रेत का रंग भी उन्हें मुस्तहकम बनाने में मदद देता है। ये रंग रोशनी को हर छतरी पर पेंट किए गए डिज़ाइनों और सजावट को ख़राब करने से रोकता है।
हर छतरी दो ओवर लेपिंग हिस्सों पर मुश्तमिल है। खुलने पर एक हिस्सा दूसरे के ऊपर आ जाता है। और बंद होने पर दोनों हिस्से बराबर हो जाते हैं। छतरी के तूल-ओ-अर्ज़ तकरीबन 25.5 मीटर बाई 25.5 मीटर हैं। इसकी ऊंचाई तक़रीबन 22 मीटर और वज़न तक़रीबन 40 टन है। छतरी को तुलू-ए-आफ़्ताब के वक़्त खोलने और ग़ुरूब-ए-आफ़्ताब से पहले बंद करने के लिए ख़ुदकार निज़ाम (आटोमेटिक सिस्टम) काम करता है। छतरी के हिस्सों में मोज़ेक सजावट के साथ कार्बन फाइबर गिलास से ढके बाज़ू शामिल हैं। छतरीयों को इंतिहाई मूसिर मवाद से डिज़ाइन किया गया है। गोल्ड से ढाँपा हुआ ताँबा भी इस्तिमाल किया गया है। छतरी की बॉडी एक सिलेंडर पर मुश्तमिल होती है, जिसमें ऑप्रेटिंग यूनिट, आठ ऊपरी स्पोर्ट, आठ लोअर स्पोर्ट, आठ अंदरूनी, दरमयानी और तिरछे बाज़ू और स्पोर्ट आर्म्ज हैं।
छतरीयों साथ 436 स्प्रे पंखे भी नसब हैं। ये पंखे माहौल को ठंडा करने और दर्जा हरारत को कम करने में मदद करते हैं। ये मस्जिद नबवी ﷺ की छतों पर एक हज़ार से ज़्यादा रोशनी के यूनिट्स की मौजूदगी के अलावा है। मस्जिद नबवी ﷺ में एक छतरी के साए में 900 से ज़्यादा अफ़राद नमाज़ अदा कर सकते हैं।
For the latest updates of islam
please join our
0 whatsapp group & 0 Whatsappchannel ____________________