सऊदी के ख़जूरों से बनें लजीज पकवान, 6 मुल्कों ने लिया हिस्सा
✒ रियाद : आईएनएस, इंडिया
सऊदी दार-उल-हकूमत (राजधानी) रियाद में 6 बैन-उल-अक़वामी (अंतरराष्ट्रीय) सतह पर सऊदी ख़जूरों पर मबनी पकवान बनाए गए। ये मशहूर-ओ-मारूफ़ पकवान मुक़ामी भी हैं और बैन-उल-अक़वामी भी। ये तजुर्बा खजूर की दुनिया के नाम से जाना जाने वाले मुल्क अरब में बैन-उल-अक़वामी ख़जूरों की कान्फ्रेंस और नुमाइश के दरमयान किया गया। नुमाइश में सऊदी अरब के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों से खजूर की नुमाइश करने वालों ने शिरकत की। नुमाइश में अवाम को हर किस्म की खजूरें ख़रीदने और चखने का एक मुनफ़रद (अलग) तजुर्बा फ़राहम हुआ।नुमाइश में खजूर बनाने वाली सनअतों (इंडस्ट्री) के लिए एक ख़ास मुक़ाम भी मौजूद था। यहां अवाम को ताज़ा पकी हुई ख़जूरों की बेहतरीन मसनूआत दिखाई दी। नुमाइश में खजूर के दरख़्तों और ख़जूरों से मुताल्लिक़ सऊदी अरब की सक़ाफ़्त और विरसे (सांस्कृतिक धरोहर) को तलाश करने के लिए एक म्यूज़ीयम भी बनाया गया है जो हर उम्र के ज़ाइरीन को जज़ीरानुमा अरब और सऊदी अरब में खजूर के दरख़्त की कहानी पेश करता है। खजूर की दुनिया के चौथे एडिशन का इफ़्तिताह (उदघाटन) सऊदी वज़ीर माहौलियात, पानी और ज़राअत इंजीनियर अबदुर्रहमान अलफ़ज़ली ने किया।
रियाद नुमाईश और कन्वेंशन सेंटर में नेशनल सेंटर फ़ार पाम एंड डेटस की जानिब से मुनाकिद नुमाईश दिसंबर 2023 तक जारी रही। नुमाइश में मुतअद्दिद वुज़राए ज़राअत, फ़ूड इंडस्ट्रीज़ के शोबे से वाबस्ता अशराफ़िया के रहनुमा, कारोबारी अफ़राद और मुक़ामी और बैन-उल-अक़वामी बावर्चियों ने शिरकत की।
1.6 मिलियन टन सालाना पैदावार
वाजेह रहे कि सऊदी अरब ने खजूर के शोबे में ज़बरदस्त तरक़्क़ी की है। यहां 34 मिलियन खजूर के दरख़्त शामिल हैं। सऊदी अरब 1,280 मिलियन रियाल की बरआमदी मालियत के साथ तक़रीबन 1.6 मिलियन टन सालाना पैदावार के साथ खजूर के सबसे बड़े पैदावार के तौर पर पहले नंबर पर है।