इसराईल ने मस्जिद अकसा में नमाज़ियों पर बरसाए गैस बम, कई नमाज़ी ज़ख़मी

 शव्वाल -1445 हिजरी

बंदों के हुकूक की माफी के लिए सिर्फ तौबा काफी नहीं

'' हजरत अबु हरैरह रदि अल्लाहो अन्हु से रियायत है कि नबी ए करीम ﷺ ने इरशाद फरमाया, जिसके जिम्मे उसके मुसलमान भाई का कोई हक हो, चाहे वो आबरू का हो या किसी और चीज का, उसे आज ही माफ करा लेना चाहिए। इससे पहले कि न दीनार होगा और न दिरहम होगा। (इससे मुराद कयामत का दिन है, यानी वहां हुकूक की अदायगी के लिए रुपया-पैसा न होगा।) '' 

- बुखारी शरीफ 

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इसराईल ने मस्जिद अकसा में नमाज़ियों पर बरसाए गैस बम, कई नमाज़ी ज़ख़मी

✅ मक़बूज़ा बैतुल-मुक़द्दस : आईएनएस, इंडिया

रमज़ान उल-मुबारक के जुमातुल विदा के मौके़ पर इसराईली फ़ौज ने मस्जिद अकसा में नमाज़ के लिए आने वाले फ़लस्तीनीयों पर ड्रोन के ज़रीये गैस बम फेंके जिसके नतीजे में मुतअद्दिद नमाज़ी ज़ख़मी और कई दम घुटने से बेहोश हो गए। 

दौरान-ए-नमाज़ मस्जिद में नमाज़ियों पर चाक़ू से हमला, चार नमाज़ी ज़ख़मी

    फ़लस्तीन टीवी के मुताबिक़ इसराईली पुलिस ने मस्जिद के सेहन में नमाज़ियों पर आँसू गैस के गोले भी बरसाए। गुजिश्ता रोज़ फ़लस्तीनी न्यूज एजेंसी ने इत्तिला दी थी कि इसराईली फ़ौज ने फ़ज्र के वक़्त मस्जिद अकसा के सेहनों में एतिकाफ़ करने वालों के ख़ेमों पर छापा मारा और उनमें से चार रोज़ादारों को गिरफ़्तार कर लिया। एजेंसी ने ऐनी शाहिदीन (चश्मदीद) के हवाले से बताया कि इसराईली पुलिस ने मातकफ़ीन के ख़ेमों की तलाशी ली। उन्होंने कहा कि इसराईली फ़ोर्सिज़ मस्जिद अकसा से एतिकाफ़ करने को निकालने के लिए काम कर रही हैं ताकि आबादकारों को अगली सुबह मस्जिद पर धावा बोलने का मौक़ा फ़राहम किया जा सके। 
इसराईल ने मस्जिद अकसा में नमाज़ियों पर बरसाए गैस बम, कई नमाज़ी ज़ख़मी

    गुजिश्ता रोज़ हज़ारों फ़लस्तीनीयों ने इसराईली फ़ौज की तरफ़ से आइद पाबंदीयां तोड़ कर मस्जिद अकसा में इशा और तरावीह की नमाज़ अदा की थी। यरूशलम में इस्लामी औक़ाफ़ के महिकमा ने इत्तिला दी कि 50,000 अफ़राद ने मस्जिद अकसा में इशा और तरावीह की नमाज़ें अदा कीं। इसराईली फ़ोर्सिज़ को मस्जिद अकसा के दरवाज़ों और यरूशलम के पुराने शहर में तायिनात किया गया और बाब हता से गुज़रते हुए मुतअद्दिद नौजवानों की तलाशी ली और उनकी शिनाख़्त परेड की गई। काबिल-ए-ज़िक्र है कि इसराईली इक़दामात के नतीजे में मस्जिद अकसा में नमाज़ियों की तादाद में कमी वाके हुई है जिसके नतीजे में मग़रिबी किनारे और ग़ज़ा की पट्टी के शहरीयों को मक़बूज़ा बैतुल-मुक़द्दस पहुंचने से रोका गया और इसके मुख़्तलिफ़ महलों और एतराफ़ में दर्जनों चौकियां खड़ी की गईं। दाख़िली रास्ते और मस्जिद मुबारक के दरवाज़ों के दाख़िली रास्तों की तरफ़ आने वाले नमाज़ियों को रोकने की कोशिशें की गईं।

नमाज़ियों पर इसराईली हमले की इस्लामी तआवुन तंज़ीम ने की मज़म्मत

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दुबई : इस्लामी तआवुन तंज़ीम ने इसराईली अफ़्वाज की जानिब से हज़ारों अफ़राद को मस्जिद अकसा में दाख़िल होने से रोकने की शदीद मज़म्मत की है। न्यूज़ के मुताबिक़ इस्लामी तआवुन तंजीम ने जुमे के दिन मस्जिद अकसा में नमाज़ियों पर इसराईली हमले, मस्जिद के सेहन में उन पर ज़हरीली गैस के बम और आँसू गैस के गोले फेंकने की शदीद मजम्मत की है।

फज्र की नमाज अदा कर रहे नमाजियों पर हमला, अधाधुंध फायरिंग से दर्जनों नमाजी शहीद 

    इस्लामी तआवुन तंज़ीम का कहना है कि बैन-उल-अक़वामी उसूलों, क़वानीन और इन्सानी इक़दार की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए इसराईल ने मस्जिद अकसा में नमाज़ियों पर हमला किया, जिसके बाइस सैंकड़ों अफ़राद ज़ख़मी हुए और उन्हें गिरफ़्तार भी किया गया। अरदन की मुक़ामी न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक़ माह रमज़ान के आख़िरी जुमे के दिन मग़रिबी किनारे से नमाज़ अदा करने की ग़रज़ से आने वाले हज़ारों अफ़राद को यरूशलम में दाख़िल होने से रोका गया। नमाज़ की अदायगी के लिए जाने वाले फ़लस्तीनीयों और इसराईली फ़ौजियों के दरमयान बाब अल सबात के इलाक़े में लड़ाई शुरू हो गई। कम अज़ कम तीन अफ़राद को गिरफ़्तार किया गया। इस्लामी तआवुन तंज़ीम ने बैन-उल-अक़वामी बिरादरी से मुतालिबा किया है कि मक़बूज़ा यरूशलम में इबादत की आज़ादी और मुक़द्दस मुक़ामात के तक़द्दुस की बार-बार की जाने वाली तमाम ख़िलाफ़ वरज़ीयों को रोके। तंजीम ने मस्जिद अकसा के तारीख़ी और क़ानूनी तहफ़्फ़ुज़ की ज़रूरत पर ज़ोर देने की भी बात कही है। तंजीम ने फ़लस्तीनी अवाम के ख़िलाफ़ जारी इसराईली जारहीयत को ख़त्म करने और ग़ज़ा की पट्टी के तमाम इलाक़ों तक इन्सानी इमदाद की रसाई को यक़ीनी बनाने के लिए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की तमाम क़रारदादों पर मुकम्मल अमल दरआमद की ज़रूरत का भी इआदा किया। इसराईली पुलिस ने कहा कि रमजान के आख़िरी जुमे को हज़ारों अफ़राद के नमाज़ के लिए मस्जिद पहुंचने की उम्मीद को देखते हुए मशरिक़ी यरूशलम में 3,600 अहलकारों को तयनात किया गया था। 


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