11 मुहर्रम-उल-हराम 1445 हिजरी
इतवार, 30 जुलाई, 2023
अकवाले जरीं‘जो कोई नजूमी (ज्योतिष) के पास जाए और उससे कुछ मुस्तकबिल के बारे में सवाल करे तो उसकी चालीस रातों की इबादत कबूल नहीं होती।’
- मुस्लिम
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लखनऊ : आईएनएस, इंडिया
वाराणसी में सख़्त चौकसी और हिफाजती बंद-ओ-बस्त के बावजूद जीत पुरा इलाके के दोषीपूरा में मुहर्रम के जलूस के दौरान हंगामा हो गया। ताजिया जलूस निकालने का तनाजा (विवाद) शदीद शक्ल इखतियार कर गया। शीया और सुन्नी फिरकों के दरमयान शदीद लड़ाई हुई।![]() |
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रिपोर्ट के मुताबिक तसादुम (टकराव) के दौरान पथराव भी हुआ। हंगामा-आराई में ईंटों पत्थरों के साथ-साथ हथियारों का भी इस्तिमाल हुआ। 100 से जाइद अफराद के जख्मी होने की खबर है। बताया जाता है कि पुलिस जीप समेत मौका पर खड़ी 20 से जाइद बाइकों में तोड़फोड़ की गई। ताजिया को ले जाने के दौरान उसे भी नुक़्सान पहुंचा। पुलिस के मौका पर पहुंचने के बाद भी पथराव जारी रहा। पुलिस ने लाठी चार्ज करके शरपसंदों को खदेड़ा। वाकिया की इत्तिला मिलते ही पुलिस कमिशनर अशोक जैन मय कई थानों के पुलिस आफिसरान, पुलिस फोर्स, एआरएफ और पीएसी के जवानों के साथ मौका पर पहुंच गए।
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जब पुलिस मौका पर पहुंची तो दोनों तरफ से पथराव जारी था। पुलिस ने खुद को बचाते हुए दोनों फरीकों को मुंतशिर (छितरबितर) करने की कोशिश की तो माहौल मजीद बिगड़ गया। यहां पथराव से शीया और सुन्नी फिरकों के कई ताजियों को भी नुक़्सान पहुंचा। शीया फिरका के लोगों ने ताजिया कर्बला ले जाने से इनकार कर दिया और मौका पर ही एहतिजाज शुरू कर दिया। लोगों से बात करने के बाद पुलिस कमिशनर ने ताजिया को उठाने की बात की, लेकिन इसके बावजूद लोग नहीं माने। खबर लिखे जाने तक पुलिस की भारी नफरी मौका पर मौजूद थी और माहौल कशीदा बना रहा।