सफर उल मुजफ्फर - 1446 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
'जो शख्स ये चाहता है कि उसके रिज्क में इजाफा हो, और उसकी उम्र दराज हो, उसे चाहिए कि रिश्तेदारों के साथ हुस्न सुलूक और एहसान करे।'
- मिश्कवात शरीफ
✅ नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
ऑल इंडिया मजलिस इत्तिहाद अल मुस्लिमीन के सरबराह असद उद्दीन उवैसी ने जायदादों पर वक़्फ़ बोर्ड के हुक़ूक़ को कम करने के लिए एक बिल लाने के मर्कज़ के मंसूबे पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर किया है। एआईएमआईएम ने सोशल मीडीया प्लेटफार्म पर उवैसी का एक वीडीयो पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने मोदी हुकूमत को निशाना बनाया है।वीडियो में उवैसी ने कहा कि जब पार्लियामेंट का इजलास हो रहा है तो मर्कज़ी हुकूमत पार्लियामानी बालादस्ती (संसदीय सर्वोच्चता) और मुराआत (विशेषाधिकार) के ख़िलाफ़ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मुजव्वज़ा (प्रस्तावित) तरमीम (सुधार) के बारे में मीडीया में जो कुछ भी लिखा गया है, उससे ज़ाहिर होता है कि मोदी हुकूमत वक़्फ़ बोर्ड की ख़ुदमुख़तारी छीनना चाहती है और उसमें मुदाख़िलत करना चाहती है।
उवैसी ने कहा कि दूसरी बात ये है कि बीजेपी शुरू से ही इन बोर्डों और वक़्फ़ इमलाक (संपत्ति) के ख़िलाफ़ रही है और ये उनका हिंदूत्व एजेंडा है। अब अगर आप वक़्फ़ बोर्ड के कयाम और ढाँचे में तरमीम करेंगे तो वहां इंतिज़ामी अफ़रातफ़री पैदा हो जाएगी और उसकी ख़ुदमुख़तारी ख़त्म हो जाएगी। वक़्फ़ बोर्ड ख़त्म हो जाएगा और अगर वक़्फ़ बोर्ड पर हुकूमत का कंट्रोल बढ़ता है तो वक़्फ़ की आज़ादी मुतास्सिर होगी। उन्होंने आगे कहा कि मीडीया रिपोर्ट में लिखा गया है कि अगर कोई मुतनाज़ा (विवादित) जायदाद है तो ये लोग कहेंगे कि जायदाद मुतनाज़ा है, हम उसका सर्वे कराएंगे।
उन्होंने कहा कि हिन्दोस्तान में ऐसी बहुत कई दरगाह है, जहां बीजेपी और आरएसस का दावा है कि वो दरगाह और मस्जिदें नहीं हैं, इसलिए इंतिज़ामीया अदलिया की ताक़त छीनने की कोशिश कर रही है। आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक़, मर्कज़ी हुकूमत वक़्फ़ बोर्ड के इख़्तयारात को महिदूद करने के लिए वक़्फ़ एक्ट में तरमीम करने जा रही है। इत्तिलाआत के मुताबिक़, तरामीम का मक़सद किसी भी जायदाद को वक़्फ़ जायदाद के तौर पर नामज़द करने के बोर्ड के हक़ को रोकना है।
जिनके पास एक भी मुस्लिम एमपी नहीं वो उसूल बनाने की बात कर रहे हैं : पवन खेड़ा
कांग्रेस लीडर पवन खेड़ा ने कहा कि जिनके पास एक भी मुस्लिम एमपी नहीं है, वो वक़्फ़ बोर्ड के उसूल बना रहे हैं। पवन खेड़ा ने कहा कि पहले आप इस मुआमले पर बात करें, हुक्मराँ पार्टी के पास ना तो लोक सभा में कोई मुस्लिम एमपी है और ना ही राज्य सभा में। वो किसी से बातचीत किए बग़ैर वक़्फ़ बोर्ड पर क़वाइद बना रहे हैं। ये कैसे मुम्किन हो सकता है।उन्होंने कहा कि उनके एनडीए के साथियों चंद्रा बाबू नायडू और चिराग़ पासवान ने उसकी मुख़ालिफ़त की है, तो उनसे जा कर पूछें कि वो एहतिजाज क्यूँ-कर रहे हैं, कांग्रेस लीडर ने कहा कि मैं बीजेपी को मश्वरा दूँगा कि वो मुख़तार अब्बास नक़वी से पूछें कि वो इस बिल के हक़ में हैं या उसके ख़िलाफ़। उनको जवाब मिल जाएगा।
इस दौरान पवन खेड़ा ने बीएसपी सरबराह मायावती के एससी, एसटी के हवाले से कांग्रेस पर दिए गए बयान के अलावा कोलकाता में ट्रेनी डाक्टर के मुबय्यना जिन्सी हिरासानी और कत्ल, बंगला देश में हिंदूओं की मौजूदा सूरत-ए-हाल पर बात