जकात देने वाले से अल्लाह राजी, खिदमत-ए-खल्क का अहसास बढ़ता है : मुफ्ती सोहेल

17 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
इतवार, 9 अपै्रल, 2023
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रमजान शरीफ के मौके पर मस्जिद आयशा, हाउसिंग बोर्ड, में वर्कशॉप, इस्लामी कायदे कानून से लोगों को कराया वाकिफ
जकात देने वाले से अल्लाह राजी, खिदमत-ए-खल्क का अहसास बढ़ता है : मुफ्ती सोहेल

नई तहरीक : भिलाई
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, ब्रांच भिलाई के काजी-ए-शहर भिलाई-दुर्ग, छत्तीसगढ़, मुफ्ती मोहम्मद सोहेल ने रमजान शरीफ के मुबारक महीने में मस्जिद आयशा हाउसिंग बोर्ड में वर्कशॉप का इनएकाद किया। वर्कशाप में उन्होंने इस्लाम की बुनियाद  ईमान, नमाज, रोजा, हज व  जकात के सिलसिले में अहम जानकारी दी। 

जकात देने वाले से अल्लाह राजी, खिदमत-ए-खल्क का अहसास बढ़ता है : मुफ्ती सोहेल

    मुफ्ती सोहेल ने सोना, चांदी, नगद, खेती, फसल, जानवर और तिजारती माल के निस्बत जकात निकालने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साढ़े सात तोला सोना या बावन तोला चांदी या इनमें से किसी एक कीमत तक की रकम के मालिक को 2.5 फीसद के हिसाब से अपने माल की जकात निकाल कर जरूरतमंद, यतीमों, मोहताज, बेवा, फकीर, गरीब व तालीब-ए-इल्म के अलावा कर्ज में डूबे लोगों को देना चाहिए। 


    मुफ्ती सोहेल ने शेयर मार्केट, जीपीएफ, पीपीएफ, रियल स्टेट, सर्विसेज लिमिटेड, जमीन, जायदाद और प्लाट पर जकात निकालने का माकूल तरीका बताया। उन्होंने कहा कि जकात देकर ऐसे पसमांदा कम्यूनिटी (वंचित समुदाय) की मआशी हैसियत और मजबूत करना व मआशरे में मसावत (समानता) लाने का बेहतरीन जरिया है। इससे खिदमत-ए-खल्क का अहसास बढ़ता है। उन्होंने कहा कि जिनकी हैसियत है, उन पर जकात फर्ज है। इसे अदा करने वाले के लिए बेहतरीन इनाम यह है कि अल्लाह उससे राजी होगा और उसके माल की हिफाजत होगी। 
    इस दौरान मस्जिद इमाम मौलाना सैय्यद फैसल अमीन कासमी, आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के भिलाई शाखा कारकुन सैय्यद असलम, रफीक, अकबर, वसीम अहमद, हाजी साबिर, एडवोकेट शब्बीर अहमद, बीएसपी कर्मी सैय्यद इकबाल, आईटीआई के प्रिंसिपल निजामुद्दीन अंसारी, कारी अब्दुल समद, हाजी शराफत, नफीस मलिक, शाहिद मलिक, शौकीन मलिक, गुलजार मलिक और शाहिद इकबाल समेत बड़ी तादाद में मआशरे ले लोग मौजूद थे। 

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