सफर उल मुजफ्फर - 1446 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
बाप की खुशनूदी में अल्लाह की रजा और बाप की नाराजगी में अल्लाह का गजब है।
- मिश्कवात
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✅ नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
वक़्फ़ तरमीमी बिल 2024 का जायज़ा लेने के लिए तशकील दी गई पार्लियामेंट की जवाइंट कमेटी यानी जेपीसी पहली मीटिंग 22 अगस्त को होने वाली है। खबर के मुताबिक़ मीटिंग के दौरान अक़लीयती उमूर की वज़ारत मुजव्वज़ा (प्रस्तावित) तब्दीलियों के बारे में 31 रुकनी पैनल को तफ़सीली जानकारी देगी।काबिल-ए-ज़िक्र है कि मुतनाज़ा (विवादित) वक़्फ़ तरमीमी बिल की जांच के लिए तशकील दी गई जेपीसी की कयादत बीजेपी रुक्न पार्लियामेंट जगदंबिका पाल करेंगे। जेपीसी में मजमूई तौर पर 31 अराकीन हैं, जिनमें से 21 लोक सभा से और 10 राज्य सभा से हैं। कमेटी को आयंदा पार्लियामानी इजलास के पहले हफ़ते के आख़िर तक अपनी रिपोर्ट जमा करनी है। वाजेह रहे कि तरमीमी बिल 2024 अक़लीयती उमूर के मर्कज़ी वज़ीर किरण रिजीजू ने 8 अगस्त को लोक सभा में पेश किया था जिसके ख़िलाफ़ कई अपोज़ीशन अराकीन ने आवाज़ उठाई और फैडरल ढाँचे पर बिल के मुम्किना असरात के साथ-साथ मज़हबी आज़ादी पर उसके मुबय्यना हमले का हवाला देते हुए फ़िक्र का इज़हार किया था।
उसी बीच बिल को ज्वायंट पार्लियामानी कमेटी (जेपीसी) के पास भेजने का फ़ैसला लिया गया। ग़ौर करने वाली बात ये भी है कि वक़्फ़ तरमीमी बिल 2024 के ज़रीया वक़्फ़ क़ानून में तक़रीबन 40 तरामीम किए गए हैं। वक़्फ़ एक्ट में की जा रही इस तरमीम की बेशतर अपोज़ीशन पार्टियों ने मुख़ालिफ़त की है। अलावा इसके मोदी हुकूमत में शामिल चंद एक पार्टियों ने बिल को जेपीसी के पास भेजने का मश्वरा भी दिया था।
गया में जमीनी सर्वे का काम शुरू
जानकारी के मुताबिक बिहार के गया में जमीनी सर्वे का काम शुरू भी हो गया है। फिलहाल सर्वे का काम देहाती इलाकों में किया जा रहा है। नगर निगम के इलाकों को सर्वे से फिलहाल अलग रखा गया है। करीब पचास साल बाद होने वाले सर्वे में वक्फ इमलाक (संपत्ति) को शामिल किए जाने की बात कही जा रही है।
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