मोहर्रम-उल-हराम - 1446 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
बेवाओं और मिस्कीनों के काम आने वाला अल्लाह की राह में जेहाद करने वाले के बराबर है, या रातभर इबादात और दिन में रोज़ा रखने वाले के बराबर हैं।
- बुख़ारी शरीफ
--------------------
✅ इस्लामाबाद : आईएनएस, इंडिया
पाकिस्तान की क़ौमी एयर लाईन्ज़ ने हज की ख़ुसूसी परवाज़ों (उड़ानों) की तरह इस बार मुहर्रम के दौरान नजफ़ जाने वाले अहल-ए-तशीअ (शिया जमात) के लिए ख़ुसूसी परवाज़ें चलाने का एहतिमाम किया है ताकि ज़ाइरीन को आसानी हो सके।इस अमर की इत्तिला रेडियो पाकिस्तान ने इतवार के रोज़ एक नशरीए (प्रसारण) में दी है। इराक़ी शहर नजफ़ और कर्बला की अहल-ए-तशीअ मुस्लमानों के लिए जियारत की ख़ास एहमीयत है। बहुत से शीया मुस्लमान इस्लामी कैलिंडर के पहले दो माह के दौरान इन दोनों शहरों में जियारत के लिए जाना चाहते हैं। पीआईए ने इस वजह से मुहर्रम-उल-हराम के दौरान इन दोनों शहरों के लिए ख़ुसूसी परवाज़ों का ऐलान किया है। जियारत ऑप्रेटरज़ इन परवाज़ों को 'आशूरा ऑप्रेशन' का नाम देते हैं।
रेडीयो के मुताबिक़ इन ज़ाइरीन के लिए वापसी की परवाज़ों का एहतिमाम 20 जुलाई से होगा। पाकिस्तान की रवैय्यत हिलाल कमेटी ने हफ़्ते के रोज़ इजलास मुनाक़िद किया और ऐलान किया कि आठ जुलाई को एक मुहर्रम था। यौम आशूरा 17 मुहर्रम को होगा। सूबाई वज़ीर बराए इत्तिलाआत उज़्मा बुख़ारी ने जुमा के रोज़ कहा है कि पाकिस्तान के सबसे बड़े सूबा पंजाब में छः जुलाई से 11 जुलाई तक तमाम सोशल मीडीया एप्स पर पाबंदी होगी। ये इक़दामात मुहर्रम में सिक्योरिटी के इंतिज़ामात के सिलसिले में किए जा रहे हैं। ख़्याल रहे कि इस ख़ुसूसी परवाज़ से शीया बिरादरी को फ़ायदा हासिल करने का मौक़ा मिलेगा।
For the latest updates of Islam
Please क्लिक to join our whatsapp group