शाही संदल के साथ काबुली सरकार के सालाना उर्सपाक का हुआ आगाज

जीकाअदा-1445 हिजरी

हदीस-ए-नबवी ﷺ

'जो शख्स ये चाहता है कि उसके रिज्क में इजाफा हो, और उसकी उम्र दराज हो, उसे चाहिए कि रिश्तेदारों के हुस्न सुलूक और एहसान करे।'

- मिश्कवात शरीफ

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नई तहरीक : दुर्ग

हजरत बाबा सैयद अब्दुल रहमान शाह काबुली रहमतुल्लाह अलैह के  72 में सालाना उर्स मुबारक (एकता उत्सव) पर 29 मई को बाद नमाज मगरिब जामा मस्जिद, मोती काम्प्लेक्स के पास से शाही संदल निकाला गया जो शहर का गश्त करता हुआ आस्ताने आलिया पहुंचा। घोड़ा, बग्घी, बैंडबाजे के साथ नातख्वा शारिक अली कलाम पेश करते हुए चल रहे थे। 

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 इस दौरान संदल का जगह-जगह लोगों ने इस्तकबाल किया जिसमें सभी मजहब के लोग शामिल थे। इस मौके पर उर्स पाक कमेटी के सदर प्रकाश देश लहरा, सरपरस्त अनंत यादव, जनरल सेक्रेटरी रऊफ कुरैशी, नायब सदर पीयूष देशलहरा, राजेंद्र पाल सिंह भाटिया, संदल कमेटी के सदर हाजी इजराइल बेग शाद, सैयद रज्जब अली, सदर दरगाह इंतेजामिया कमेटी, अजय शर्मा, अहमद खान मुन्ना, अमजद अली, रजा खोखर, हाजी साजिद अली, जाकिर अली, मोहम्मद अफसर कुरैशी, माअरूफ आलम, शेख अतीक, हुसैन खोखर, इकराम कुरैशी, अकबर खान समेत कसीर तादाद में अकीदतमंद मौजूद थे। 


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