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गाजा : रमज़ान उल-मुबारक में हो सकती है जंग बंदी : फ़लस्तीन अथार्टी

 शअबान उल मोअज्जम -1445 हिजरी

हदीसे नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम
तकदीर का लिखा टलता नहीं

'' हजरत अबु हुरैरह रदि अल्लाहो अन्हुमा ने फरमाया-अपने नफे की चीज को कोशिश से हासिल कर और अल्लाह ताअला से मदद चाह, और हिम्मत मत हार और अगर तुझ पर कोई वक्त पड़ जाए तो यूं मत कह कि अगर मैं यूं करता तो ऐसा हो जाता, ऐसे वक्त में यूं कह कि अल्लाह ताअला ने यही मुकद्दर फरमाया था और जो उसके मंजूर हुआ, उसने वहीं किया। ''
- मुस्लिम शरीफ
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गाजा : रमज़ान उल-मुबारक में हो सकती है जंग बंदी : फ़लस्तीन अथार्टी, Gaza: There may be a ceasefire in Ramzan-ul-Mubarak: Palestine Authority

✅ रमला : आईएनएस, इंडिया

फ़लस्तीनी अथार्टी के वज़ीर-ए-ख़ारजा रियाज़ अल मालिकी ने हफ़्ते के रोज़ उम्मीद ज़ाहिर की है कि रमज़ान उल-मुबारक के दौरान ग़ज़ा में जंग बंदी पर इत्तिफ़ाक़ हो सकता है। बर्तानवी न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक़ ग़ज़ा में मुम्किना जंग बंदी के लिए इसराईल और हम्मास के बीच बातचीत जारी है, जिसका मक़सद रमज़ान उल-मुबारक के मुक़द्दस महीने के लिए लड़ाई रोकना है। 
    तुर्की के शहर अनातूलिया में सिफ़ारती फोरम के दौरान न्यूज़ कान्फ्रेंस में रियाज़ अल मालिकी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि रमज़ान उल-मुबारक से पहले ही इसराईल-ग़ज़ा जंग बंदी में कामयाब हो जाएंगे। मिस्री सिक्योरिटी ज़राइआ ने बताया कि इतवार को क़ाहिरा में जंग बंदी के लिए मुतहारिब ग्रुपों में मुज़ाकरात (चर्चा) दुबारा शुरू होगी। हम्मास, जिसने 7 अक्तूबर को इसराईल पर हमला कर ग़ज़ा में जंग शुरू की, 1,200 अफ़राद को हलाक और 253 यरग़मालियों को गिरफ़्तार किया था। इसराईल यरग़मालियों की रिहाई के लिए इस जंग में सिर्फ आरिज़ी तवक़्क़ुफ़ पर राज़ी होगा और हम्मास के ख़ातमे तक जंग का ख़ातमा नहीं करेगा। 
    इसराईल के आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ हम्मास ने 7 अक्तूबर को इसराईल पर हमला कर जंग का आग़ाज़ किया। इस जंग में 1200 अफ़राद हलाक और 253 अफ़राद को यरग़माल बनाया लिया है। जबकि फ़लस्तीनी महकमा-ए-सेहत के हुक्काम के मुताबिक़ इसराईल ने ग़ज़ा की पट्टी पर हमला कर 30 हज़ार से ज़ाइद फ़लस्तीनीयों को हलाक किया है। फ़लस्तीन अथार्टी के वज़ीर-ए-ख़ारजा रियाज़ अल मालिकी ने आलमी बिरादरी से ग़ज़ा में जंग बंदी के लिए मज़ीद कोशिशें करने का मुतालिबा किया है। जंग बंदी के बाद ग़ज़ा की हुक्मरानी के लिए फ़लस्तीनी अथार्टी के किरदार के बारे में पूछे जाने पर अलमालिकी ने कहा कि ये अथार्टी वाहिद क़ानूनी हैसियत रखती है, जो ग़ज़ा में काम जारी रखेगी और यही फ़लस्तीनी इंतिज़ामीया है। फ़लस्तीन अथार्टी इसराईल के ज़ेर-ए-क़ब्ज़ा मग़रिबी किनारे के कुछ हिस्सों में महदूद हुक्मरानी का हक़ रखता है जबकि 2007 से ग़ज़ा की पट्टी का कंट्रोल हम्मास के अस्करीयत पसंद ग्रुप के पास है। 
    रियाज़ मालकी ने बताया कि फ़लस्तीन अथार्टी के सदर महमूद अब्बास मंगल को अँकरा का दौरा करेंगे और तुरकिया के सदर तय्यब अरदगान से मुलाक़ात करेंगे। हम्मास के ज़ेर-ए-इंतज़ाम ग़ज़ा में वज़ारत-ए-सेहत ने बताया कि गुज़श्ता 24 घंटे में फ़लस्तीनी इलाक़े में जंग के बाइस मज़ीद 92 हलाकतों के बाद ये तादाद 30320 तक पहुंच गई है। वज़ारत-ए-सेहत ने ये भी कहा कि ग़ज़ा जंग के आग़ाज़ से अब तक ग़ज़ा में 71533 अफ़राद के ज़ख़मी होने की इत्तिला है।


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