पायनियर मॉन्यूमेंट की शक्ल पर नसब किया गया है स्टील का चांद
✒ मुहम्मद जाकिर हुसैन : भिलाई
जामा मस्जिद सेक्टर-6 की तौसीअ व खूबसूरती का काम जारी है। यहां गुम्बद में भिलाई की पहचान पायनियर मॉन्यूमेंट की शक्ल के साथ स्टेनलेस स्टील का भारी चांद नसब किया गया है। आर्किटेक्ट हाजी एमएच सिद्दीकी ने खास तौर पर यह चांद बिहार के सीवान में तैयार करवाया है और इसे पिछले हफ्ते ख्वाजा गरीब नवाज अजमेरी की छठी शरीफ के मुबारक मौके पर गुम्बद के उपर लगाया गया है।
गौरतलब है कि जामा मस्जिद सेक्टर-6 का शुमार छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी और शानदार मस्जिदों में होता है। एक साथ यहां पांच हजार से ज्यादा लोग नमाज अदा कर सकते हैं। खास बात ये है कि ये दुनिया की पहली और वाहिद ऐसी मस्जिद है, जिसकी शक्ल अरबी लफ्ज या अल्लाह से मुशाबहत करती है। गुम्बद के आगे अरबी में या अल्लाह लिखा हुआ है, जो दूर से भी साफ नजर आता है। जामा मस्जिद कमेटी इन दिनों मस्जिद की तौसीअ व खूबसूरती पर काम करवा रही है।
आर्किटेक्ट हाजी एमएच सिद्दीकी ने बताया कि हाई ग्रेड स्टील को हर जगह खुसूसी मोड़ देकर इस चांद को बनवाया गया है। इसके नीचे स्टील का कलश है और नीचे भिलाई की अलामत के तौर पर पायोनियर मान्यूमेंट सिविक सेंटर बनाया गया है। हाजी सिद्दीकी ने बताया कि पहले यहां मार्बल का चांद बना कर लगाया गया था जो वक्त के साथ जर्जर और रंगहीन हो गया था। इसलिए उन्होंने पहल करते हुए यह चांद खास तौर पर बनवा कर लगवाया है। हाजी सिद्दीकी ने कहा कि या अल्लाह जामा मस्जिद की अपनी अलग पहचान है। इसमें पायनियर मॉन्यूमेंट की शक्ल इसलिए लगाई गई है कि ताकि दुनियाभर में कहीं भी लोग हमारी मस्जिद की तस्वीर देखें तो इसके साथ उन्हें भिलाई स्टील प्लांट की भी याद ताजा हो जाए।
मस्जिद को दीदाजेब बनाने की जानिब हो रहा काम
भिलाई नगर मस्जिद ट्रस्ट की निगरानी में जामा मस्जिद सेक्टर-6 की तौसीअ व खूबसूरती का काम कराया जा रहा है। ट्रस्ट के अहलकारों में सदर हाजी जमील अहमद, नायब सदर हाजी एमआर अंसारी, मकसूद अहमद, मोहम्मद इब्राहिम, हाजी अब्दुल हक, अब्दुल जाकिर खान, सेक्रेटरी हाजी मिर्जा अशरफ बेग, नायब सेक्रेटरी मोहम्मद मुर्तजा हुसैन, मिर्जा आसीम बेग, मोहम्मद इमरान खान, हाजी नूर मोहम्मद सिद्दीकी, खजांची सैयद हुसैन, नायब खजांची मोहम्मद अजहर, मेंबर हाजी मोहम्मद हमीदुल्लाह, सैयद आतिफ अली, असदुद्दीन हैदर, जफर जावेद, अब्दुल तहूर पवार, हाजी जुल्फिकार अहमद, शाहिद हुसैन, मोहम्मद अलीम सिद्दीकी, हाजी एमएच सिद्दीकी, हाजी मोहम्मद जमीर, जुल्फिकार अली, हाजी अरमान बेग, शेख जमील कुरैशी, हाजी अब्दुल शाहिद खान, फत्ते मोहम्मद, शेख वाहिद अहमद, निजामुद्दीन खान, शमीम अहमद, हाजी अब्दुल कलाम नियाजी, अब्दुल रफीक, मोहम्मद मुमताज अली, मोहम्मद इलियास, अब्दुल नसीम खान और शमशेर खान इस बड़े पैमाने पर रहे काम को अंजाम देने में जुटे हुए हैं।