हरियाणा से मुस्लिम कारीगरों की हिजरत का इंडस्ट्री पर पड़ेगा बड़ा असर : मजदूर यूनीयन

9 सफर उल मुजफ्फर 1445 हिजरी
इतवार, 27 अगस्त, 2023
अकवाले जरीं
‘अल्लाह के जिक्र के बिना ज्यादा बातें न किया करो, ज्यादा बातें करना दिल की कसादत (सख्ती) का सबब बनता है और सख्त दिल शख्स अल्लाह को पसंद नहीं।’
- मिश्कवात
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गुड़गांव : आईएनएस, इंडिया

सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनीयन्ज (सीआईटीयू) की हरियाणा शाख ने मानेसर से मुस्लिम कारीगरों के मुबय्यना तौर पर इखराज (पलायन) के खिलाफ एहतिजाज किया है। उन्होंने 10 अगस्त को मिनी सेक्रेटरीएट के बाहर मुजाहरा किया। सीआईटीयू ने सनअती (औद्योगिक) यूनियनों से मुतालिबा किया कि वो इसके लिए इकदामात करें। 31 जुलाई को नूह और आस-पास के इलाकों में फिरकावाराना तशद्दुद (सांप्रदायिक हिंसा) के बाद से बहुत से मुस्लिम कारीगर मानेसर से हिजरत कर चुके हैं। 
हरियाणा से मुस्लिम कारीगरों की हिजरत का इंडस्ट्री पर पड़ेगा बड़ा असर : मजदूर यूनीयन

पहले ही कमी है कारीगरों की

    एक रिपोर्ट के मुताबिक मानेसर की इंडस्ट्रीयल मॉडल टाउन शिप के माईक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज में कारीगरों की कमी है। मजहबी तशद्दुद के खौफ और गैर यकीनी सूरत-ए-हाल के दरमियान अकलीयती बिरादरियों के लोग अपने घरों को वापिस जा रहे हैं। सीआईटीयू के हरियाणा चेप्टर के नायब सदर सतवीर सिंह ने कहा, गुरु ग्राम, हरियाणा का सनअती मर्कज (आद्योगिक केंद्र) है। यहां के अमन को खराब करने की किसी भी कोशिश से इसकी तरक़्की को नुक़्सान पहुँचेगा। सतवीर सिंह ने मजीद कहा, इलाके की सनअती (औद्योगिक) यूनियनों को इस इखराज के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, उन्हें इसके लिए ठोस इकदामात करने चाहिए, वर्ना यहां के हालात बहुत खराब हो सकते हैं। 

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    जो लोग खौफ और गैर यकीनी की वजह से अपने घरों को वापिस चले गए हैं, यूनियनों को चाहिए कि वो उन कारीगरों की मदद करें। ये एहतिजाज सीआईटीयू के मुल्कभर में होने वाले मुजाहिरों का एक हिस्सा था। सीआईटीयू मर्कजी हुकूमत की किसान मुखालिफ और मजदूर मुखालिफ पालिसीयों के खिलाफ एहतिजाज कर रही है। किसान मुत्तहदा महाज (संयुक्त किसान मोर्चा) भी इन मुजाहिरों की हिमायत कर रहा है। यूनीयन का बुनियादी मुतालिबा है कि लेबर कोड खत्म किया जाए। इसके साथ ही लेबर कवानीन पर सख़्ती से अमल दरआमद किया जाए। उनका एक मुतालिबा ये है कि सरकारी महिकमों में खाली आसामीयों को पुर किया जाए और ठेकेदारी का निजाम खत्म किया जाए। 
    आल इंडिया ट्रेड यूनीयन कांग्रेस के डिप्टी जनरल सेक्रेटरी अनील पवार ने कहा कि मुकामी इंतिजामीया और महिकमा मेहनत को इन तनाजआत (विवाद) को हल करना चाहिए। ये इन दोनों के लिए अच्छा होगा। इसके साथ ही तकरीबन 30 खाप पंचायतों ने मोनू मानेसर की गिरफ़्तारी का मुतालिबा किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा की खाप पंचायतों, मुत्तहदा किसान मोर्चा और मुख़्तलिफ किसान यूनियनों ने 10 अगस्त को ही हिसार में एक महा पंचायत बुलाई थी जिसने नूह में तशद्दुद से मुताल्लिक कई करारदादें (प्रस्ताव) पास कीं। यहां मौजूद अराकीन ने अमन और हम-आहंगी बरकरार रखने का अह्द लिया। मुस्लमानों के खिलाफ इश्तिआल अंगेज नारे और जबान इस्तिमाल करने वालों को भी खबरदार किया। कहा गया कि इससे रियासत में बदअमनी फैलती है। महा पंचायत ने तशद्दुद के मुल्जिमान की गिरफ़्तारी का भी मुतालिबा किया। उन्होंने कहा कि दोनों ने मुस्लिम कम्यूनिटी के खिलाफ तौहीन आमेज अलफाज इस्तिमाल किए थे और जलूस निकालने से पहले उन्हें ललकारा था, जिसकी वीडीयो सोशल मीडीया पर वाइरल हुई थी।

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