सऊदी अरब की 12 यूनीवर्सिटीयां दुनिया की बेहतरीन यूनीवर्सिटीयों में शामिल, एएमयू तीसरे नंबर पर

6 सफर उल मुजफ्फर 1445 हिजरी
जुमेरात, 24 अगस्त, 2023
अकवाले जरीं
औरतों का मर्दों की मुशाबहत इख़्तियार करना, मर्दाना लिबास पहनना गुनाह व हराम है। उम्मुल मोमिनीन, हजरत आइशा सिद्दीका (रजिÞयल्लाहु अन्हा) से किसी ने अर्ज किया, एक औरत मर्दों की तरह जूते पहनती है। उम्मुल मोमिनीन (रजिÞयल्लाहु अन्हा) ने फरमाया, रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) ने मर्दानी औरतों पर लानत फरमाई है। 
- अबू दाऊद
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रियाद : आईएनएस, इंडिया

शंघाई आलमी दजार्बंदी (विश्व रैंकिंग) 2023 में दुनिया की बेहतरीन 1000 यूनीवर्सिटीयों में 12 सऊदी यूनीवर्सिटीयों ने भी जगह बना ली है। इस साल के लिए दजार्बंदी (रैंकिंग) 2500 से ज्यादा बैन-उल-अकवामी (अंतरराष्टÑीय) यूनीवर्सिटीयों के लिए की गई थी। 
सऊदी अरब की 12 यूनीवर्सिटीयां दुनिया की बेहतरीन यूनीवर्सिटीयों में शामिल, एएमयू तीसरे नंबर पर, 12 universities of Saudi Arabia are included in the world's best universities, AMU at number three
- File Photo
    किंग सऊद यूनीवर्सिटी मुल्क में पहली और आलमी सतह पर 101-150 कैटेगरी में आई है। किंग अब्दुल अजीज यूनीवर्सिटी दूसरे नंबर पर रही और आलमी सतह (वैश्विक स्तर) पर 151-200 कैटेगरी में आई है। किंग अब्दुल्लाह यूनीवर्सिटी आफ साईंस एंड टेक्नोलोजी तीसरी सबसे बेहतर सऊदी यूनीवर्सिटी और आलमी पर 201-300 की कैटिगरी में आई  है। शंघाई रैंकिंग में कई अहम मेयारात को मद्द-ए-नजर रखा जाता है। रैंकिंग में तालीम, का मेयार, फेकल्टी मेंबरान का मेयार और तहकीकी नताइज पर नजर होती है। साथ-साथ अपने साइज के मुकाबले में इदारे की कारकर्दगी को भी चेक किया जाता है। 
    पहली तीन यूनीवर्सिटीज के अलावा ताइफ यूनीवर्सिटी मुल्क में चौथे नंबर पर है। इसके बाद बिलतर्तीब (क्रमश:) शहजादी नूरा बिंत अब्दुर्रहमान यूनीवर्सिटी, किंग फहद यूनीवर्सिटी आफ पेट्रोलियम एंड मिनरल्ज, किंग खालिद यूनीवर्सिटी, शहजादा स्ताम बिन अब्दुल अजीज यूनीवर्सिटी, किंग फैसल यूनीवर्सिटी, कसीम यूनीवर्सिटी, अम अलकरी यूनीवर्सिटी और अलजोफ यूनीवर्सिटी के नंबर हैं।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी इंडिया टूडे की रैंकिंग में तीसरे नंबर पर 

अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी ने इंडिया टूडे बेस्ट यूनीवर्सिटीज सर्वे 2023 में तीसरा मुकाम हासिल किया है, जिस पर कैम्पस में खुशी-ओ-मुसर्रत का माहौल है। यूनीवर्सिटी की रैंकिंग कमेटी के चेयरमैन प्रोफेसर एम सालिम बेग ने बताया कि इंडिया टूडे की शरीककार इदारे (सहयोगी संस्थान) मार्केटिंग एंड डेवलपमेंट रिसर्च एसोसीएटस (एमडीआरए) ने जनवरी से जुलाई 2023 के दरमियान सर्वे किया, जिसमें 120 से ज्यादा इशारीयों (बिंदुओं) पर कारकर्दगी का तजजिÞया (विश्लेषण) किया गया। 
    इन कलीदी इशारीयों (प्रमुख बिंदुओं) को पांच अहम पैरामीटर्ज साख और गवर्नेस, एकेडेमिक और रिसर्च एक्सीलेंस, इनफरास्ट्रक्चर और कैम्पस में रहने का तजुर्बा, शख़्सियत और लीडरशिप डेवलपमेंट और कैरीयर प्रोग्रेशन व प्लेसमंट में तकसीम किया गया था। 750 से जाइद इदारों में एएमयू मुमताज कारकर्दगी (उत्कृष्ट प्रदर्शन) के साथ उभर कर सामने आया। 
    मेयारी तालीम, तहकीक और जामा तरक़्की के तईं अजम के बाइस एएमयू ने जनरल के जुमरे (श्रेणी) में 2000 में से 1718.8 का मजमूई (सामुहिक) स्कोर हासिल किया। इस शानदार कारकर्दगी की बदौलत एएमयू को जेएनयू और दिल्ली यूनीवर्सिटी के बाद तीसरा मुकाम हासिल हो गया है। एएमयू की उम्दा कारकर्दगी, इमतियाज-ओ-मेयार के तईं उसके पुख़्ता अजम का सबूत है।
    गौरतलब है कि गुजिश्ता बरस साल 2022 के सर्वे में यूनीवर्सिटी ने चौथा मुकाम हासिल किया था यानि एक साल में यूनिवर्सिटी ने एक पाएदान की तरक़्की कर ली जो यूनीवर्सिटी बिरादरी के लिए बाइस-ए-मसर्रत है। मजीद ये कि सबसे ज्यादा पीजी कोर्सज पेश करने वाली सरकारी यूनीवर्सिटीयों में एएमयू का दबदबा एक तालीमी ताकत के तौर पर इसकी हैसियत को नुमायां करता है। दीगर तालीमी इदारे एएमयू की अमली काबिलीयत (व्यवहारिक क्षमता) को परवान चढ़ाने, इखतिराई तहकीक (नई खोज) और जामा (समोवशी) तरक़्की के तईं उसके पुख़्ता अजम-ओ-लगन को तस्लीम कर रहे हैं। अपने तहनीती पैगाम (बधाई संदेश) में वाइस चांसलर प्रोफेसर मुहम्मद गुलरेज ने इस कामयाबी को तदरीसी अमले और तलबा की अनथक मेहनत का मुँह बोलता सबूत करार दिया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एएमयू हिन्दुस्तानी तालीमी मंजरनामे में तालीम-ओ-तदरीस और तहकीक-ओ-तरक़्की के रोशन मीनारे के तौर पर अपने मुकाम को मुस्तहकम (स्थिर) करते हुए मजीद बेहतर मुस्तकबिल के लिए अपनी कोशिशें जारी रखे हुए है।

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