11 शव्वाल 1444 हिजरी
मंगल, 2 मई, 2023
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अजमेर शरीफ : आईएनएस, इंडिया सूफी तंजीम अब फुटबाल के फरोग के लिए आगे आई है। एक बड़ी पहल और मुसबत (सकारात्मक) कदम करते हुए खेलों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने के मवाके फराहम करने की कोशिश दरअसल अजमेर शरीफ में चिशती फाउंडेशन ने की है जिसके कर्ता धरता दरगाह अजमेर शरीफ के गद्दीनशीन हाजी सय्यद सलमान चिशती हैं।
उन्होंने कहा कि खेलों को फरोग देकर हम लोगों को इकट्ठा करने, सेहतमंद मुकाबले को फरोग देने और नजम-ओ-जबत और टीम वर्क का जजबा पैदा करने की मुनफरद सलाहीयत रखते हैं। सीनीयर स्टेट फुटबाल टीम टूर्नामेंट जैसे स्पांसर ईवेंट के जरीये चिशती फाउंडेशन राजिस्थान में खेलों की सकाफ़्त की तरक़्की और तरक़्की में अपना हिस्सा डाल रही है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि खेल ना सिर्फ तफरीह की एक शक्ल है, बल्कि समाजी हम-आहंगी को फरोग देने और मजबूत बिरादरीयों की तामीर का जरीया भी है।
ख़्याल रहे कि फाउंडेशन अजमेर शरीफ, एक गैर मुनाफा बखश तंजीम है, जिसका मकसद मुआशरे में अमन, इत्तिहाद और हम-आहंगी को फरोग देने के साथ-साथ खेल, सकाफ़्त और तालीम को फरोग देना है। चिशती फाउंडेशन ने राजिस्थान के सीनीयर स्टेट टीम टूर्नामेंट के लिए अजमेर डिस्ट्रिक्ट फुटबाल टीम की जर्सी पेश की। तंजीम ने जर्सी को स्पांसर किया है, ये टूर्नामेंट रियासत राजिस्थान में फूटबाल के बेहतरीन टेलैंट का मुजाहरा करेगा और अजमेर की टीम खित्ते की कुछ सर-ए-फहरिस्त टीमों के साथ मुकाबला करने के लिए तैयार है।
सचिन को सालगिरह का तोहफा, उनके नाम होगा शारजाह स्टेडियम का एक स्टैंड 
Sachin Tendulkar
नई दिल्ली : तारीख थी 24 अप्रैल 1998 और ग्रांऊड था मुत्तहदा अरब अमीरात का शारजाह क्रिकेट स्टेडीयम। ये हिन्दुस्तानी क्रिकेट टीम के सुपर स्टार सचिन तेंदूलकर की 25 वीं सालगिरह थी। कोका-कोला कप के फाईनल मैच में आस्ट्रेलिया की टीम इंडिया के सामने थी, इस आॅस्ट्रेलवी टीम ने दो दिन पहले ही टीम इंडिया को शिकस्त दी थी। हालाँकि इस मैच में सचिन तेंदूलकर ने शानदार सेंचूरी बनाई थी लेकिन टीम इंडिया जीत नहीं सकी थी। अब दोनों टीमें फाईनल में आमने-सामने थीं। हिन्दुस्तानी टीम के पास गुजिश्ता मैच में शिकस्त का बदला लेने का मौका था लेकिन आॅस्ट्रेलवी टीम को हराना आसान नहीं था। फिर इस मैच में कुछ ऐसा हुआ जो आज तक यादगार है। 
आस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए मुकर्ररा 50 ओवर्ज में 9 विकटों पर 272 रंज बनाए जिसके जवाब में टीम इंडिया ने 48.3 ओवर में मैच जीत लिया। इस तरह उन्होंने दो दिन कब्ल मिली शिकस्त का बदला तो ले लिया लेकिन ये मैच सचिन तेंदूलकर की बल्लेबाजी के लिए याद किया जाता है, सचिन तेंदूलकर ने इस मैच में 131 गेंदों पर 134 रंज बनाए थे। उन्होंने अपनी इन्निंगज में 12 चौके और 3 छक्के लगाए। मैच के बाद शेनवार्न ने कहा कि सचिन तेंदूलकर खाब में छक्के मार रहे हैं। सचिन तेंदूलकर की इस इन्निंगज को वन डे क्रिकेट की तारीख की बेहतरीन इन्निंगज में शुमार किया जाता है।
सचिन तेंदूलकर की इस यादगार इन्निंगज की 25 वीं बरसी पर शारजाह क्रिकेट स्टेडीयम के एक स्टैंड को मास्टर ब्लास्टर के नाम से मंसूब किया गया है। यानी अब शारजाह क्रिकेट स्टेडीयम का एक स्टैंड सचिन तेंदूलकर स्टैंड के नाम से जाना जाएगा। शारजाह में सचिन की कारकर्दगी के बारे में बात करें तो मास्टर ब्लास्टर ने एक से बढ़कर एक शानदार इन्निंगज खेली हैं।