‘बिल्ली' वाले अल जजाइरी शेख की नमाज हुई या नहीं, आ गया फतवा

17 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
इतवार, 9 अपै्रल, 2023
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काहिरा : आईएनएस, इंडिया 
अल जजाइर के शेख वलीद महसास के कंधे पर बिल्ली के आ जाने और नमाजे तरावीह के दौरान उन्हें चूमने के मंजर ने दुनिया-भर में एक हंगामा बरपा कर दिया है। आलमी मीडीया और सोशल मीडीया पर इस वाकिया को लुत्फ लेकर बयान किया जा रहा है। 

‘बिल्ली' वाले अल जजाइरी शेख की नमाज हुई या नहीं, आ गया फतवा

    सोशल मीडीया सारिफीन के एक बड़े तबके ने वाकिये के वीडीयो में दिलचस्पी ली है। एक रोज गुजरने के बाद भी सोशल मीडीया पर इस वाकिया पर तबसरे जारी हैं। खासतौर पर शेख वलीद महसास के रवैय्ये की तारीफ की जा रही है। इमाम की साबित कदमी, सुकून और बिल्ली के कांधे पर चढ़ने और उन्हें चूमने के बाद भी बिना डरे उनके तिलावत जारी रखने को सराहा जा रहा है। वाकिये की जहां दुनियाभर में खूब चर्चा हो रही है, वहीं वीडीयो को देखकर लोगों के जहन में सवालात भी पैदा हो रहे हैं कि बिल्ली के इमाम साहिब पर चढ़ने, उन्हें चाटने और तिलावत के दौरान इमाम साहिब के बिल्ली को प्यार करने पर क्या नमाज दुरुस्त होगी।

    ये सवाल भी उठाया जा रहा और लोगों के जहनों में गर्दिश कर रहा है कि बिल्ली के जिस्म को छूने के बाद शेख वलीद महसास का वुजू टूट तो नहीं गया था। इस हवाले से अब मिस्री दारुल अफ्ता ने काहिरा की वेबसाइट को बयान देते हुए कहा है कि जम्हूर फुकहा के नजदीक घरेलू बिल्लियां खालिस ऐसी जानवर हैं, जिन्हें पालना और उन्हें अपनी मिल्कियत में रखना जायज है। मिस्री दारुल अफ्ता ने कहा, बिल्लियों की पाकीजगी का अंदाजा अहादीस मुबारका की मारूफ तिरमिजी, अब्बू दाउद, इब्न माजा और निसाई इन चार किताबों से लगाया जा सकता है। उस हदीस शरीफ से भी जिसमें कब्शा बिंत काब बिन मालिक से रिवायत है कि वो इब्न अबी कतादा के साथ थीं। अल्लाह ताअला उनसे राजी रहे कि अब्बू कतादा उनके पास आए, कब्शा ने कहा, तो मैंने उनके लिए वुजू का पानी तैयार किया। उन्होंने कहा कि फिर एक बिल्ली पानी पीने आई तो उन्होंने प्याला उसकी तरफ कर दिया, यहां तक कि बिल्ली ने प्याले से पानी पिया। उन्होंने मुझे देखा कि मैं उनकी तरफ मुतवज्जा हूँ तो उन्होंने कहा, ए भतीजी, आपको ताज्जुब हो रहा है। उन्होंने कहा कि रसूल अल्लाह सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम ने फरमाईयां (बिल्ली) नजिस नहीं है। ये उन जानवरों में से है] जो तुम्हारे घरों में बकसरत आते-जाते हैं। 

‘बिल्ली' वाले अल जजाइरी शेख की नमाज हुई या नहीं, आ गया फतवा

    इसी हदीस मुबारका की बुनियाद पर फिक़्ह की किताबों में दर्ज है कि बिल्ली का झूटा नापाक नहीं होता क्योंकि ये बकसरत घरों में आने जाने वाला जानवर है और इस से बचना मुश्किल होता है। इस हवाले से वीडीयो देखने वालों ने ये सवालात भी उठाए हैं कि दौरान नमाज बिल्ली को प्यार करने से नमाज टूट तो नहीं गई। इस हवाले से उलमा किराम का कहना है कि नमाज के दौरान नमाज के मुनाफी कोई काम इस हद तक किया जाये कि इस पर अमल कसीर का इतलाक हो जाए तो नमाज टूट जाएगी। फिक़्ह की किताबों में अमल कसीर के ताय्युन की मुख़्तलिफ सूरतों दर्ज हैं। इस हवाले से मुख़्तलिफ अक़्वाल बयान किए जाते हैं। 
    अब वाजेह है कि बिल्ली वाले शेख वलीद महसास का अमल ऐसा नहीं था जिसे ‘अमल कसीर’ करार दिया जाए। लिहाजा ये नमाज इस हवाले से भी दुरुस्त करार पाई जाती है। याद रहे, एक रोज कबल अल-जजाइर के कारी वलीद महसास का ये वीडीयो क्लिप बड़े पैमाने पर वाइरल हुआ था जिसमें एक बिल्ली मेहराब में दाखिल हो गई और छलांग लगा कर तिलावत करने वाले कारी वलीद महसास के हाथों पर और पर कंधे पर चढ़ गई। तिलावत के दौरान बिल्ली ने कारी वलीद को चूमा भी। इस वीडीयो के सोशल मीडीया पर फैलने के बाद लोगों ने कारी वलीद महसास के बिल्ली के आने के बावजूद नमाज में मशगूल रहने की तारीफ की है।

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