रज्जब उल मुरज्जब, 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
कयामत के दिन मोमिन के मीज़ान में अखलाक-ए-हसना (अच्छे अखलाक) से भारी कोई चीज़ नहीं होगी, और अल्लाह ताअला बेहया और बद ज़बान से नफरत करता है।
- जमाह तिर्मिज़ी
छत्तीसगढ़ मुस्लिम तेली 53 गोत्र के बैनरतले
इज्तेमाई निकाह प्रोग्राम मुनाकिद
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✅ नई तहरीक : दुर्ग
शादी-ब्याह में फिजूल खर्ची से बचने और मआशरे में यकजहती लाने की गरज से छत्तीसगढ़ मुस्लिम तेली, 53 गोत्र के बैनरतले रजवाड़ा पैलेस, धनोरा में इज्तेमाई निकाह का प्रोग्राम मुनाकिद किया गया। प्रोग्राम में रियासत छत्तीसगढ़ के अलावा दीगर रियासतों से कसीर तादाद में मुस्लिम तेली मआशरे के लोगों ने शिरकत की।इज्तेमाई निकाह में 23 जोड़ों के निकाह का खुतबा पढ़ा गया। इनमें दुर्ग-भिलाई समेत रायपुर, राजनांदगांव, जगदलपुर, महाराष्ट्र, बेमेतरा, बालोद और धमतरी के अलावा दीगर रियासतों के जोड़े शामिल थे। मेहमाने खुसूसी पैगम्बर-ए-इस्लाम वंशज महमूद अशरफ, अशरफुल जिलानी किछौछा शरीफ थे। छत्तीसगढ़ मुस्लिम तेली 53 गोत्र और हाज़रा जमात
सकल पंच दुर्ग ने मेहमाने खुसूसी समेत दीगर मेहमानों का किया शानदार इस्तकबाल
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इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग की जानिब से सभी जोड़ों के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 35 हजार रुपए का चेक दिया गया। साथ ही मआशरे की जानिब से सभी जोड़ों के लिए जहेज के सभी जरूरी सामान मुहैया कराए गए। छत्तीसगढ़ मुस्लिम तेली 53 गोत्र और हाज़रा जमात सकल पंच दुर्ग की जानिब से रिश्तेदारों और मेहमानों के लिए खाने-पीने के अलावा उनके ठहरने का बेहतर इंतेजाम किया गया था।