9 जनवरी तक जवाब पेश करने का दिया मौका
✅ नई तहरीक : रायपुरछत्तीसगढ़ रज़ा यूनिटी फाउंडेशन के सदर शादाब आलम रिज़वी पर फिलीस्तीन के मजलूमों की मदद के नाम पर मआशरे के मुतअदिद लोगों से लाखों रुपए चंदा ले कर उन पैसों का गबन करने का इल्जाम लगा है। मामले का खुलासा होने के बाद तंजीम के मुतअदिद अहलकारों ने इस्तीफा दे दिया है।
तहफ्फुज़-ए-नामूस-ए-रिसालत एक्शन ट्रस्ट के कौमी सदर जीशान आलम कादरी ने छत्तीसगढ़ रज़ा यूनिटी फाउंडेशन के सदर शादाब आलम रिज़वी का बेदखली का हुक्म जारी करते हुए तंजीम को मुहैया विंग का दर्जा खत्म करने की बात कही। उन्होंने गरीबों के नाम पर तंजीम की जानिब से बेजा चंदा उगाही किए जाने पर अफसोस का इजहार किया।
शादाब रिज़वी बॉयकॉट हैशटैग के साथ जीशान कादरी ने वीडियो जारी करते हुए रज़ा यूनिटी फाउंडेशन तंजीम को ब्लैक लिस्टेड बताया। उन्होंने कहा कि शादाब आलम रिज़वी ने फिलिस्तीन के लोगों की मदद के नाम पर मआशरे से झूठ बोल कर लाखों रुपए चंदा लिया गया है।
रज़ा यूनिटी फाउंडेशन के साबिक अराकीन सलमान रज़ा, रायपुर ने भी तंजीम से इस्तीफा देते हुए शादाब पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं। इसी तरह अराकीन सोहेल अशरफी, दुर्ग, शेख अमीन हुसैन रिज़वी (अंबिकापुर) और जुबेर सिद्दीकी ने भी इस्तीफा दे दिया है।
तहफ्फुज़-ए-नामूस-ए-रिसालत एक्शन ट्रस्ट के कौमी सदर जीशान आलम कादरी ने छत्तीसगढ़ रज़ा यूनिटी फाउंडेशन के सदर शादाब आलम रिज़वी का बेदखली का हुक्म जारी करते हुए तंजीम को मुहैया विंग का दर्जा खत्म करने की बात कही। उन्होंने गरीबों के नाम पर तंजीम की जानिब से बेजा चंदा उगाही किए जाने पर अफसोस का इजहार किया।
शादाब रिज़वी बॉयकॉट हैशटैग के साथ जीशान कादरी ने वीडियो जारी करते हुए रज़ा यूनिटी फाउंडेशन तंजीम को ब्लैक लिस्टेड बताया। उन्होंने कहा कि शादाब आलम रिज़वी ने फिलिस्तीन के लोगों की मदद के नाम पर मआशरे से झूठ बोल कर लाखों रुपए चंदा लिया गया है।
रज़ा यूनिटी फाउंडेशन के साबिक अराकीन सलमान रज़ा, रायपुर ने भी तंजीम से इस्तीफा देते हुए शादाब पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं। इसी तरह अराकीन सोहेल अशरफी, दुर्ग, शेख अमीन हुसैन रिज़वी (अंबिकापुर) और जुबेर सिद्दीकी ने भी इस्तीफा दे दिया है।
कोर कमेटी करेगी मामले की जांच
रजा यूनिटी फाउंडेशन के सदर शादाब पर लगे माली बेजाब्तगी के इल्जामात की जांच कोर कमेटी करेगी। कमेटी ने शादाब को तमाम माली दस्तावेजात और एकाउंट्स और अपना जवाब 9 जनवरी तक पेश करने की हिदायत की है। फिलहाल शादाब को सदर के ओहदे से बर्खास्त कर दिया गया है।
टेबल पर भी हो सकती थी बात
सोशल मीडिया के जरिये इल्जाम लगाकर प्रोपेगंडा करने की जरूरत नहीं थी। ये बातें टेबल पर बैठकर भी की जा सकती थी।
- शादाब आलम रिजवी
साबिक सदर
रजा यूनिटी फाउंडेशन