जमादी उल आखिर 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
मैं आखरी ज़माने में अपनी उम्मत के बारे में तीन चीजों से डरता हूँ, सितारों पर इमान लाने से, तकदीर झुठलाने से और बादशाह के ज़ुल्म-ओ-सितम से।
- अलसिलसिलत सहियह
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File Photo |
✅ फतहपुर : आईएनएस, इंडिया
यूपी के फ़तह पूर ज़िला में योगी हुकूमत ने तजावुज़ात के नाम पर बुलडोज़र कार्रवाई की है। इत्तिला के मुताबिक़ १८० साल पुरानी नूरी जामा मस्जिद का गै़रक़ानूनी हिस्सा मिस्मार कर दिया गया है। इस दौरान बड़ी तादाद में पुलिस फ़ोर्स तायिनात की गई थी। महिकमा पीडब्ल्यूडी ने एक माह कब्ल मस्जिद को मुनहदिम करने का नोटिस दिया था।
ये मस्जिद लालू ली शहर में बंदा सागर रोड पर बनाई है। ख़्याल रहे कि ये मस्जिद दो सौ साल कब्ल उस वक़्त तामीर की गई थी, जब यहां किसी तरह का कोई नाम-ओ-निशान भी ना था। यूपी हुकूमत ने मंगल को कार्रवाई करने से पहले मौक़ा पर भारी पुलिस फ़ोर्स तायिनात की थी। एएसपी, एडीएम, आरएएफ़, पीएसी समेत कई थानों की फ़ोर्सिज़ मौक़ा पर मौजूद थी। दरअसल ये मस्जिद सड़क को चौड़ा करने के दायरा कार में आ रही थी। मुआमले में एडीएम फ़तह पूर ने पहले ही नोटिस जारी कर दिया था। हालांकि ये दावा किया जा रहा है कि पुरानी मस्जिद को मुनहदिम नहीं किया गया है। सिर्फ वही हिस्सा गिराया गया है, जिस पर नाम निहाद तरीक़े से तजावुज़ात की गई थी।
गौरतलब है कि नेशनल हाईवे को चौड़ा किया जा रहा है, मस्जिद उसके दायरा कार में आ रही थी। मुआमले पर हाईकोर्ट में १३ दिसंबर को समाअत हुई। मस्जिद की जानिब से अदालत में दरख़ास्त दायर की गई थी लेकिन अदालत ने केस में स्टे नहीं दिया। उसके बाद इंतिज़ामीया ने मस्जिद को मुनहदिम कर दिया। ताहम किसी तरह की कशीदगी ना हो, उसके लिए ड्रोन के ज़रीये पूरे इलाक़े की निगरानी की गई।