जमादी उल ऊला 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
आदमी को झूठा होने के लिए यही काफी है कि वह हर सुनी-सुनाई बात बिना तहकिक किए बयान कर दे।
- मिशकवत
मर्कज़ी हुकूमत के वक़्फ़ तरमीमी बिल को लेकर बीजेपी की हलीफ़ पार्टी टीडीपी ने बड़ा बयान दिया है। टीडीपी के नायब सदर नवाब जान उर्फ़ अमीर बाबू ने कहा कि हमें इस बिल को शिकस्त देने के लिए आगे बढ़ना होगा। वो दिल्ली में मुनाक़िदा हिन्दुस्तानी आईन तहफ़्फ़ुज़ कान्फ़्रैंस से ख़िताब कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ये हिन्दोस्तान की बदक़िस्मती है कि गुजिश्ता 10-12 सालों में यहां कुछ ऐसा हुआ है, जो नहीं होना चाहिए था।
आंधरा प्रदेश के चीफ़ मिनिस्टर चंद्रा बाबू नायडू की तारीफ़ करते हुए उन्होंने कहा कि वो एक सैकूलर शख़्स हैं और हिंदूओं और मुस्लमानों को यकसाँ तौर पर देखते हैं। ख़्याल रहे कि टीडीपी मर्कज़ी हुकूमत की एक अहम इत्तिहादी है। अब टीडीपी के नायब सदर के बयान पर चंद्रा बाबू नायडू का रद्द-ए-अमल देखने के लायक़ होगा। चंद्रा बाबू नायडू 15 दिसंबर को आंधरा प्रदेश में जमईयत के इजतिमा में भी शिरकत कर सकते हैं। इस वक़्त तिरूपति तिरुमला देवस्थानम बोर्ड का मुआमला पूरे मुल्क में सुर्खयों में है। हाल ही में चंद्रा बाबू नायडू ने कहा है कि बोर्ड जिस मज़हब का है, उसी मजहब के लोग उसमें होने चाहिए।
आपको बताते चलें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने भी वक़्फ़ तरमीमी बिल के हवाले से कहा था कि ये बहुत ख़तरनाक है और इस क़ानून को तबदील करने की कोशिश की जा रही है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने कहा कि इस बिल के आने से मसाजिद, क़ब्रिस्तान और मदारिस ख़तरे में पड़ जाऐंगे। बिल 2024 में लोक सभा में पेश किया गया था। उस का तआरुफ़ पार्लियामानी उमूर और अक़ल्लीयती उमूर के वज़ीर किरण रिजीजू ने किया। कांग्रेस समेत अप्पोज़ीशन जमातों ने बिल की मुख़ालिफ़त की थी। बिल में तरमीम के लिए बीजेपी एमपी जगदम्बीका पाल की क़ियादत में जेपीसी भी तशकील दी गई है। जेपीसी में लोक सभा के 21 और राज्य सभा के 10 मैंबरान शामिल हैं। उसके कई इजलास भी हो चुके हैं। जगदम्बीका पाल के मुताबिक़ जेपीसी को 90 लाख से ज़्यादा तजावीज़ मौसूल हुई हैं लेकिन अब तक मुआमला हल नहीं हुआ है। पार्लियामेंट का सरमाई इजलास इस माह से शुरू होने वाला है और हुकूमत इस बिल को पेश कर सकती है।