﷽
रबि उल आखिर 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
नबी करीम ﷺ ने इरशाद फरमाया : अगर कोई शख्स मुसलमानों का हाकिम बनाया गया और उसने उनके मामले में खयानत की और उसी हालत में मर गया तो अल्लाह ताअला उस पर जन्नत हराम कर देता है।- मिश्कवत
मुत्तहदा अरब अमीरात की जनरल अथार्टी आफ़ इस्लामिक अफेयर्ज़, इंडोमेंटस एंड ज़कात ने सीज़न 2025, मुताबिक़ 1446 हिजरी में हज की अदायगी के लिए 70 साल और इससे ज़ाइद उम्र के तमाम अफ़राद की हज दरख़ास्तें क़बूल कर ली हैं।दरख़ास्तें मंज़ूर करदा मेयार और शराइत के मुताबिक़ क़बूल की गई हैं। अमीरात की सरकारी न्यूज एजेंसी 'वाम के मुताबिक़ अथार्टी ने वज़ाहत की कि इसके सरकारी चैनल के ज़रीये हज के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों की तादाद 60248 रही जिसमें से 51732 ने पहले कभी हज अदा नहीं किया था। इस मौक़ा पर अथार्टी ने कहा कि सऊदी अरब में हुक्काम की जानिब से मुत्तहदा अरब अमीरात का मुख़तस करदा हज कोटा 6228 आज़मीन का है जो हज उमूर के लिए मुनज़्ज़म रैफ़रैंस सिस्टम के मुताबिक़ शहरीयों में तक़सीम किया गया है।
मुत्तहदा अरब अमीरात के हुक्काम ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक हज और उमरा सिस्टम ने इबतिदाई अमल को हमवार, लचकदार और शफ़्फ़ाफ़ तरीक़े से मुकम्मल किया है। अथार्टी का कहना है कि 3051 इजाज़त नामे ऐसे अफ़राद के ज़ुमरे के लिए मंज़ूर किए गए हैं, जो बुज़ुर्ग थे जो कुल कोटे का 49 फ़ीसद है। इसमें 70 साल और इससे ज़्यादा उम्र के अफ़राद को शामिल किया गया है।
अथार्टी का मज़ीद कहना था कि इसके अलावा 3177 परमिट दीगर उम्र के ग्रुपों और उनके साथियों को अलाट किए गए हैं जो कुल कोटे का 51 फ़ीसद बनता है।