रबि उल आखिर 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
तुम्हें नमाज़े इशा की बदौलत पहली उम्मतों पर फज़ीलत दी गई, तुम से पहले ये नमाज किसी उम्मत ने नहीं पढ़ी।
- अबु दाऊद
इकरा टीचर्स एसोसिएशन, भिलाई ने होनहार बच्चों को
एजाज से नवाजा
इकरा टीचर्स एसोसिएशन की जानिब से गुजिश्ता दिनों 10वीं, 12वीं के इम्तिहान में कामयाबी हासिल करने वाले होनहार बच्चों एजाज से नवाज कर उनकी हौसला अफजाई की। गुजिश्ता इतवार को मुस्लिम कम्युनिटी हॉल, जामा मस्जिद, सेक्टर-6 में मुनाकिद इस्तकबालिया तकरीब के दौरान सेशन 2023-24 में 10वीं, 12वीं के इम्तिहान में 70 फीसद या उससे ज्यादा नंबर हासिल करने वाले 55 होनहार बच्चों की हौसला अफजाई की गई।
इस दौरान इकरा एसोसिएशन की जानिब से गुजिश्ता 15 सालों में की गई इमदाद के बल पर अपना मुस्तकबिल संवार चुके 25 नौजवानों को भी खास तौर पर बुलाया गया था। तकरीब के दौरान इन नौजवानों का भी इस्तकबाल किया गया। ये नौजवान फिलहाल सरकारी, गैर सरकारी और बैन उल अकवामी इदारों में अपनी खिदमात अंजाम दे रहे हैं।
इस दौरान इकरा एसोसिएशन की जानिब से गुजिश्ता 15 सालों में की गई इमदाद के बल पर अपना मुस्तकबिल संवार चुके 25 नौजवानों को भी खास तौर पर बुलाया गया था। तकरीब के दौरान इन नौजवानों का भी इस्तकबाल किया गया। ये नौजवान फिलहाल सरकारी, गैर सरकारी और बैन उल अकवामी इदारों में अपनी खिदमात अंजाम दे रहे हैं।
तकरीब की शुरुआत तिलावत-ए-कुरआन पाक से हुई। मेहमाने खुसूसी पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर में केमिस्ट्री के प्रोफेसर डॉ. शम्स परवेज थे। तकरीब से खिताब करते हुए उन्होंने ताअलीम के शाबे में इकरा के इकदाम की सराहना करते हुए कहा कि आज हमारी सबसे अहम जरूरत तालीम है। जिंदगी में चाहें कितनी भी दुश्वारियां आए हमें तालीम हासिल करना है। मेहमाने अज़ीजी मशहूर आई स्पेशलिस्ट और मध्यप्रदेश हुकूमत में संचालक स्वास्थ्य सेवाएं रहे डॉ. आरए सिद्दीकी ने इकरा के काम को वक्त की जरूरत बताते हुए कहा कि वे मआशरे के होनहार बच्चों की इक्तेसादी मदद के ख्वाहा हैं। उन्होंने ऐसे बच्चों की पढ़ाई पूरी करवाने में मदद करने की बात कही।
इस दौरान आर्किटेक्ट फखरुद्दीन फारुक़ी, भिलाई स्टील प्लांट में तयनात अफसर मजहर अनीस, समी अख्तर फारुकी, रिटायर्ड इंतेजामिया अहलकार क्यूए खान, डीपीएस जूनियर की प्रिंसिपल सादिया फारूकी, बीआईटी, दुर्ग के प्रोफेसर हाजी अयाज अहमद, भिलाई नगर मस्जिद ट्रस्ट के सदर मिर्जा आसिम बेग, रिटायर बीएसपी अफसर शमशुज्जुहा खान, शाहिद अख्तर रायपुर, ग्रीन वेलफेयर सोसाइटी के यासीन खान व अजहर अली और निजामत कर रहे उर्दू के अफसाना निगार रौनक जमाल ने भी तकरीब से खिताब किया।
इकरा टीचर्स एसोसिएशन की सदर यास्मीन नाज ने तंजीम की कारकर्दगी का ब्यौरा रखा। सरपरस्त समीना फारुकी ने भी अपनी बात रखी। सेक्रेटरी एयू खान ने इकरा की पहल से अब तक अपना मुस्तकबिल संवार चुके बच्चों का ब्यौरा दिया।
तकरीब के दौरान बैतुल माल कमेटी से अब्दुल हफीज, अल मदद वेलफेयर सोसाइटी, उम्मीद फाउंडेशन और रिसाली मस्जिद कमेटी के अराकीन, इकरा टीचर्स एसोसिएशन से शेख जाफर, सैयद जाफर, शायना परवीन, गौसुलवरा खान, शाहीन जहाँ, मोहसिन अली खान, साजिद अली खान, हाजी अब्दुल हफीज, अजमेरी खान, अखलाख, हबीब, कुरैशी, नसरीन नाज शबनम, शहनाज और एसडी कुरैशी समेत कसीर तादाद मआशरे के लोग, तुलबा व उनके वालिदैन मौजूद थे।