रबि उल आखिर 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
नबी करीम ﷺ ने इरशाद फरमाया : अगर कोई शख्स मुसलमानों का हाकिम बनाया गया और उसने उनके मामले में खयानत की और उसी हालत में मर गया तो अल्लाह ताअला उस पर जन्नत हराम कर देता है।
- मिश्कवत
तलबा को आगे बढ़ाने की सिम्त ज़कात फाउंडेशन का फलाही इकदामात काबिले ताअरीफ : कमिश्नर अबू सामा
छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन की जानिब से इतवार, 27 अक्टूबर को राजधानी रायपुर में तलबा के इस्तकबालिया तकरीब का इनएकाद किया गया। शहीद स्मारक भवन में मुनाकिद तकरीब में मुख्तलिफ स्कूल व कॉलेज के तलबा को स्कालरशिप का चेक व मेडल देकर एजाज से नवाजा गया।
छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन के फाउंडर मेंबर सैय्यद अकील अहमद ने बताया कि मिशन ताअलीम के तहत फाउंडेशन की जानिब से जारी इस तकरीब में स्कूल व कॉलेज के बच्चों के साथ ही काम्पीटीटिव एग्जाम में शामिल होने वाले तलबा को माली मदद मुहैया कराई जाती है। उन्होंने आगे कहा कि फाउंडेशन की मदद के बाद मेडिकल और इंजीनियरिंग के अलावा दीगर प्रोफेशन कोर्स में दाखिला लेने वाले बच्चों को एजाज से नवाजा गया।
आला ताअलीम के लिए बच्चों को माली मदद मुहैया कराना काबिले तहसीन : कमिश्नर अबू सामा
फाउंडेशन की जानिब से मुनाकिद इस्तकबालिया प्रोग्राम में मेहमाने खुसूसी के तौर पर मर्कजी इंकम टैक्स और जीएसटी महकमे के कमिश्नर अबू सामा थे। तकरीब से खिताब करते हुए उन्होंने ज़कात फाउंडेशन के इकदामात की पजीराई करते हुए कहा कि मआशरे के साथ ही जरूरतमंद दीगर बच्चों को स्कालरशिप देकर फाउंडेशन बच्चों को आला ताअलीम के हुसूल की सिम्त बेहतरीन इकदामात कर रहा है। उन्होंने कहा कि वे खुद भी इस नेक काम से कई सालों से जुड़े हुए हैं। तलबा से उन्होंने जीएसटी और इंकम टैक्स महकमे की काम्पीटीटिव इम्तेहान मे कामयाबी हासिल करने के टिप्स दिए।
प्रोग्राम से खिताब करते हुए जनाब अबू सामा ने कहा कि डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स की दोनो ब्रांचेस में मुख्तलिफ ओहदों पर भर्ती होती है। ख्वाहिशमंद बच्चों से उन्होने अपने दफ्तर कर इसका समझ लेंने कहा। इसकी परीक्षा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन की जानिब से इम्तेहान मुनाकिद किए जाते हैं। इस सिलसिले में उन्होंने उनसे किसी भी किस्म की जानकारी लेने के लिए तलबा से राबता करने कहा। उन्होंने कहा कि यूपीएससी के तहत 24 खिदमात के लिए इम्तेहान मुनाकिद किए जाते हैं। सेट्रल इंकम टैक्स जीएसटी महकमे में कामयाबी के लिए तलबा से उन्होंने लगातार कड़ी मेहनत करते हुए पढ़ाई करते हुए हदफ हासिल करने की कोशिश करने की जरूरत पर जोर दिया।
काम्पीटीटिव इम्तेहान में कामयाबी के लिए अखबार पढ़ने की आदत डालें : असद खान
तकरीब में मोअज्जिज मेहमान के तौर पर शामिल एएसपी असद खान ने तलबा से कहा कि वे कामयाबी से हमेशा जुड़े न रहें बल्कि जरूरत होने पर ही उसका इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि अपने काम के 23 सालो के दौरान उन्होंने एसपीजी, एनएसजी और सभी तरह की कमांडो ट्रेनिंग की है। मुल्क के साबिक सदर डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी कामयाबी के पीछे वालिदा अर्शी अम्मा की दुआओं के साथ ही काम के तंई लगन को अहम बताया। उन्होंने कहा कि इन्हीं वजूहात की बिना पर डाक्टर कलाम जिदंगी की कठिनाइयों का सामना कर सके और सदर के ओहदे तक पहुंचे। जनाब असद ने बच्चो को मोटीवेट करते हुए कहा कि हदफ हासिल करने के लिए लगन का होना जरूरी है। पुलिस महकमे की काम्पीटीटिव इम्तेहान में कामयाबी हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत के साथ ही मुख्तलिफ सब्जेक्ट्स की जानकारी और संजीदा मुतालआ जरूरी है।
तालीम ताअलीम से ही खुलेंगे आगे के रास्ते : हाजी असलम
मेहमाने मोअज्जिज छत्तीसगढ़ हज कमेटी के सदर हाजी असलम खान ने मुतवातिर आगे बढ़ते रहने के लिए ताअलीम की अहमियत पर बात कही। उन्होंने कहा कि ताअलीम हासिल कर आगे बढ़ने के किसी भी रास्ते को खोला जा सकता है। बच्चों को उन्होंने दीनी और दुनियावी दोनो ही ताअलीम हासिल करने की बात कही।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के स्टेट हेड सीनियर सहाफी एजाज़ के कैसर ने बच्चों का कामयाबी के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि हदफ के हुसूल के लिए डिसीप्लींड होना जरूरी है। राईट टू एजूकेशन का हक सभी को है। इसके लिए कई स्कीम चलाई जा रही है।
12 वीं फेल सेलिब्रिटी अहलकार मनोज शर्मा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, बच्चे खुद पर भरोसा रखें। वक्त का ध्यान रखे, मोबाइल का इस्तेमाल जरूरी होने पर ही करें।
इन तलबा को नवाजा गया
छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन के एज़ाज़ी प्रोग्राम में नीट परीक्षा में 96 फीसदी नंबर प्राप्त करने वाले अब्दुल कलाम, आसिफ खान (93), कोंडागांव की कनीज फातिमा, अंफिया फातमा, आतिफ शेख, शाहिना फातिमा, सिबतेन रजा, अमान पठान व मोहम्मद अमान को मेहमानों ने मेडल, मोमेंटो और सर्टिफिकेट देकर एजाज से नवाजा।
आखिरी सफर : मौलाना अजमलुद्दीन हैदरतकरीब की कार्रवाई चलाते हुए ज़कात फाउंडेशन के अराकीन सैय्यद अकील ने कहा कि मआशरे के बच्चो को आला ताअलीम के लिए मोटीवेट करने साल 2015 से जरूरतमंद बच्चों का माली मदद मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक 6000 से जाईद बच्चे जकात फाउंडेशन की कोशिशों से मुस्तफीद हो चुके हैं।
फाउंडेशन के अराकीन मोहम्मद इनआम ने बच्चों को आला ताअलीम हासिल करने की सिम्त फाउंडेशन की जानिब से माली मदद मुहैया कराने का ये सिलसिल आगे भी जारी रहने की बात कही।
जबकि इरफान बुखारी ने बच्चों के लिए रायपुर में हॉस्टल बनाने के फाउंडेशन के मंसूबे की जानकारी दी। वहीं उनके कौशल उन्नयन के लिए ट्रेनिंग कैंप के अलावा रियासत की मुख्तलिफ स्कूलों को इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने की जानकारी दी। तकरीब में 800 से जाईद बच्चे और उनके वालदैन के अलावा फाउंडेशन के यूनुस अली, अकरम सिद्दीकी, नौमान अकरम हामिद, सैय्यद शकील अहमद, सैय्यद सादिक अली, एसएम हाशिम वगैरह शामिल थे।