रबि उल आखिर 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
कोई शख्स अगर किसी वक्त की नमाज भूल गया या उसे अदा करते वक्त सोता रह गया, तो उस नामज़ का कफ़्फ़ारा ये है कि जब उसे याद आए, वह उस नमाज़ को पढ़ ले।
- सहीह मुस्लिम
✅ नई तहरीक : भिलाईछत्तीसगढ़ ज़कात फाउंडेशन की जानिब से मआशरे के होनहार तालिबे इल्म को एजाज से नवाजा गया। जामा मस्जिद, सेक्टर-6 कम्यूनिटी हॉल में मुनाकिद इस्तकबालिया प्रोग्राम में भिलाई, दुर्ग और राजनांदगांव के जमात छठवीं से कॉलेज सतह तक के होनहार व जरूरतमंद स्टूडेंट की हौसला अफजाई व उनकी पढ़ाई जारी रखने के लिए उन्हें वजीफा दिया गया।
मेहमान-ए-खुसूसी रिटायर्ड एडिशनल कलेक्टर कदीर अहमद खान थे। प्रोग्राम से खिताब करते हुए उन्होंने कहा, ये स्कालरशिप आपकी ताअलीम को आसान करने के लिए आपको दी जा रही है। तलबा से उन्होंने आला ताअलीम के लिए और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत पर जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने बच्चों को करियर से मुताल्लिक जरूरी जानकारी भी दी। इस दौरान 110 स्टूडेंट को उनकी जरूरत के मुताबिक 10 लाख रूपए की स्कालरशिप दी गई।
तुलबा को एजाज से नवाजते हुए रियासती सतह पर एनएसएस अवॉर्ड आनर्ड और भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दुर्ग में तयनात प्रोफेसर डॉ शबाना नाज़ सिद्दीकी ने बच्चों को कामयाब होने के लिए और ज्यादा मेहनत करने के लिए कहा। बच्चों से उन्होंने ताअलीम और करियर से मुताल्लिक किसी भी किस्म की मदद के लिए उनसे बिला झिझक राब्ता करने कहा। प्रोग्राम से भिलाई नगर मस्जिद ट्रस्ट के सदर मिर्जा आसिम बेग और डॉ. शाह फैसल ने भी खिताब किया।
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प्रोग्राम को कामयाब बनाने में छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन के इनामुल्लाह खान, वाहिद खान, सैयद अकील, मोहम्मद इलियास और फजल फारूकी समेत दीगर ने कलीदी किरदार अदा किया। आखिर में मोहम्मद इमरान खान ने सभी के तंई शुक्रगुजारी का इजहार किया।