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वीवीआईपी के गुजरने के दौरान नहीं रोका जाएगा ट्रेफिक, न बजेगा सायरन

रबि उल आखिर 1446 हिजरी 

 फरमाने रसूल ﷺ 

वो नौजवान, जिसकी जवानी अल्लाह की इबादत और फरमाबरदारी में गुज़री, अल्लाह ताअला उसे कयामत के दिन अपने अर्श का ठंडा साया नसीब फरमाएगा।

- बुख़ारी शरीफ 

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श्रीनगर : वज़ीर-ए-आला बनने के साथ ही उमर अबदुल्लाह ने खत्म किया वीवीआईपी कल्चर 

bakhtawar adab, nai tahreek

✅ श्रीनगर : आईएनएस, इंडिया 

उमर अबदुल्लाह ने बुध को मर्कज़ी ख़ित्ते जम्मू-कश्मीर के पहले वज़ीर-ए-आला का हलफ़ लिया। नई ज़िम्मेदारी के साथ उन्होंने कई अहम फ़ैसले किए हैं, जिनमें से एक वीआईपी कल्चर को ख़त्म करने के ताल्लुक़ से है। 
    उमर अबदुल्लाह ने हलफ़ के बाद पुलिस के डायरेक्टर जनरल (डीजीपी) से इस बात का मश्वरा किया कि वो इस बात को यक़ीनी बनाएँ कि उनकी नक़ल-ओ-हरकत के दौरान ग्रीन कोरीडोर और ट्रैफ़िक को रोका ना जाए। एक्स पर अपनी पहली पोस्ट में वज़ीर-ए-आला के तौर पर हलफ़ लेने के बाद,  उन्होंने कहा कि उन्होंने डीजीपी से बात की है कि जब वे सड़क के ज़रीये कहीं भी जाएं तो कोई ग्रीन कोरीडोर या ट्रैफ़िक बंद नहीं होना चाहिए। 
    उन्होंने कहा कि अवाम की तकलीफ़ को कम से कम किया जाए, सायरन का इस्तिमाल कम से कम किया जाए। किसी भी छड़ी लहराने या जारिहाना इशारों के इस्तिमाल से मुकम्मल परहेज़ करना चाहिए। उन्होंने कहा, वे अपने काबीना के साथियों से इसी मिसाल पर अमल करने का कह रहे हैं। उन्होंने कहा, हर चीज़ में हमारा तर्ज़-ए-अमल अवाम दोस्त होना चाहिए। हम यहां लोगों की ख़िदमत के लिए आए हैं ना कि उन्हें तकलीफ़ देने के लिए। 
    जम्मू-कश्मीर के नायब वज़ीर-ए-आला सुरेंद्र चौधरी ने बुध को कहा कि उनके कंधों पर एक बड़ी ज़िम्मेदारी डाल दी गई है और ये कि दस साल के खला को पाँच सालों में पुर करना। जम्मू-कश्मीर के नायब वज़ीर-ए-आला की हैसियत से हलफ़ उठाने के बाद नामा निगारों से बात करते हुए,  चौधरी जिन्होंने बीजेपी जम्मू-कश्मीर के सरबराह रवींद्र रैना को नौशहरा हलक़ा से शिकस्त दी, कहा कि मुझे नायब वज़ीर-ए-आला का क़लमदान दिया गया है जो मेरे कंधों पर एक बड़ी ज़िम्मेदारी है। मैं अपनी ज़िम्मेदारी को अपनी सलाहीयतों के मुताबिक़ निभाने की कोशिश करूँगा।
    उन्होंने कहा, मुझे वज़ीर-ए-आला उमर अबदुल्लाह की क़ियादत पर पूरा भरोसा है और मुझे उम्मीद है कि ये काम चैलेंजों से भरा होने के बावजूद जम्मू खित्ते के लोगों की वे खिदमत करेंगे। सहाफ़ीयों से बात करते हुए, एनसी की वज़ीर ने कहा कि वो जम्मू-ओ-कश्मीर के लोगों की ख़िदमत में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। उन्होंने कहा कि लोगों ने हम पर एतिमाद किया है और हमें उनकी ख़िदमत करनी है। ये पूछे जाने पर कि नई काबीना का पहला मरहला क्या होगा, उन्होंने कहा कि काबीना का इजलास होने दें,  सारी चीज़ें वाजेह हो जाएँगी। 

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