रबि उल अल 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
कोई शख्स अगर किसी वक्त की नमाज भूल गया या उसे अदा करते वक्त सोता रह गया, तो उस नामज़ का कफ़्फ़ारा ये है कि जब उसे याद आए, वह उस नमाज़ को पढ़ ले।
- सहीह मुस्लिम
✅ इस्लामाबाद : आईएनएस, इंडियाकोका-कोला और उसकी हरीफ़ कंपनी, पेप्सी कोला ने अपने साफ्ट ड्रिंक्स की मांग को मिस्र और पाकिस्तान समेत, मुस्लिम अक्सरीयती मुल्कों में बढ़ाने के लिए कई दहाईयों में लाखों डालर ख़र्च किए हैं। फिलहाल दोनों कंपनियों को ग़ज़ा में जंग के दौरान, बाईकॉट की वजह से चैलेंजों का सामना करना पड़ रहा है। कहा जा रहा है कि दुनिया-भर में मौजूद साफट ड्रिंक्स के ये दोनों ब्रांड अमरीका और इसराईल की अलामत हैं।
मिस्र में इस साल कोक की फ़रोख़त ख़त्म हो गई जबकि उसका मुक़ामी मशरूब सेवन अप मशरिक़ वुसता और वसीअतर खित्ते में गुजिश्ता साल की निसबत इस साल तीन गुना ज़्यादा एक्सपोर्ट हुआ। बंगला देश में लोगों के हंगामों की वजह से कोका-कोला को बाईकॉट के ख़िलाफ़ अपनी एक इश्तिहारी मुहिम (प्रचार अभियान) को मंसूख़ (रदद) करना पड़ा। अक्तूबर में ग़ज़ा जंग के शुरू होने के बाद पूरे मशरिक़ वुसता में पेप्सी की तेज़ी से बढ़ती मांग ख़त्म हो गई। पाकिस्तान में एक कंपनी की एग्जीक्यूटिव ने कराची में अप्रैल में अपनी शादी के मेन्यू में कोक और पेप्सी को शामिल नहीं किया। उनका कहना था कि वो नहीं चाहतें कि उनका पैसा इसराईल के पक्के इत्तिहादी, अमरीका के टैक्स फ़ंडज़ तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि बाईकॉट के ज़रीये कोई भी इन फ़ंडज़ में अपना हिस्सा ना डाल कर एक किरदार अदा कर सकता है। उनकी शादी पर मेहमानों को पाकिस्तानी ब्रांड कोला नेक्स्ट पेश किया गया।
मार्कीट रिसर्चर नेल्सन आईक्यू कहते हैं कि अगरचे पेप्सी कोला और कोका-कोला का मशरिक़ वुसता के मुतअद्दिद मुल्कों में बिजनेस बदस्तूर बढ़ रहा है, तो भी पूरे मशरिक़ वुसता में मग़रिबी मशरूबात के ब्रांडज़ की फ़रोख़त में इस साल के पहले आधे हिस्से में सात फ़ीसद कमी आई है। पाकिस्तान में डिलीवरी की एक मुमताज़ एप के फाउंडर क़ासिम शेराफ़ ने इस माह बताया कि मुक़ामी कोला के हरीफ़ों, मसलन कोला नेक्स्ट और पा कोला की मक़बूलियत में साफ्ट ड्रिंक की कैटेगरी में लगभग 12 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ।
बाईकॉट से पहले ये शरह (दर) 2.5 फ़ीसद के क़रीब थी। पेप्सी कोला के सीईओ ने 11 जुलाई को राइटर्ज़ को एक इंटरव्यू में कहा कि कुछ सारिफ़ीन अपनी ख़रीदारी में सियासी नज़रियात की बुनियाद पर मुख़्तलिफ़ फ़ैसले कर रहे हैं। और ये कि इस तरह के बाईकॉट लेबनान, पाकिस्तान और मिस्र जैसे मुल्कों में असर-अंदाज़ हो रहे हैं। आमदनी के जायज़ों से ज़ाहिर होता है कि साल 2023 में अफ़्रीक़ा, मशरिक़ वुसता और जुनूबी एशिया में पेप्सी कोला के कुल महसूलात 6 अरब डालर थे। कोका-कोला की फाइलिंगज़ से ज़ाहिर होता है कि इसी साल मशरिक़ वुसता और अफ़्रीक़ी खित्ते में इसकी कंपनी के महसूलात 8 अरब डालर थे।
कंपनी का कहना है कि सात अक्तूबर को इसराईल पर हम्मास के हमले के नतीजे में शुरू होने वाली ग़ज़ा जंग के बाद की छमाही में पेप्सी कोला बीयर जैज़ का हुजम अफ़्रीक़ा, मशरिक़ वुसता और जुनूबी एशिया के खित्ते में बमुश्किल बढ़ा, जबकि साल 2022-2023 में इन्ही छः माह के दौरान इसमें 8 फ़ीसद और 15 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ था।
बाईकॉट से पहले ये शरह (दर) 2.5 फ़ीसद के क़रीब थी। पेप्सी कोला के सीईओ ने 11 जुलाई को राइटर्ज़ को एक इंटरव्यू में कहा कि कुछ सारिफ़ीन अपनी ख़रीदारी में सियासी नज़रियात की बुनियाद पर मुख़्तलिफ़ फ़ैसले कर रहे हैं। और ये कि इस तरह के बाईकॉट लेबनान, पाकिस्तान और मिस्र जैसे मुल्कों में असर-अंदाज़ हो रहे हैं। आमदनी के जायज़ों से ज़ाहिर होता है कि साल 2023 में अफ़्रीक़ा, मशरिक़ वुसता और जुनूबी एशिया में पेप्सी कोला के कुल महसूलात 6 अरब डालर थे। कोका-कोला की फाइलिंगज़ से ज़ाहिर होता है कि इसी साल मशरिक़ वुसता और अफ़्रीक़ी खित्ते में इसकी कंपनी के महसूलात 8 अरब डालर थे।
कंपनी का कहना है कि सात अक्तूबर को इसराईल पर हम्मास के हमले के नतीजे में शुरू होने वाली ग़ज़ा जंग के बाद की छमाही में पेप्सी कोला बीयर जैज़ का हुजम अफ़्रीक़ा, मशरिक़ वुसता और जुनूबी एशिया के खित्ते में बमुश्किल बढ़ा, जबकि साल 2022-2023 में इन्ही छः माह के दौरान इसमें 8 फ़ीसद और 15 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ था।
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