✅ मोहम्मद जुनैद कुरैशी : बालोदहजरत बाबा अब्दुर्रहमान शाह काबुली, पुराना बस स्टैंड, दुर्ग का सालाना उर्सपाक एकता उत्सव शान-ओ-शौकत के साथ मनाया गया।
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर करना
हिन्दी हैं हम, वतन है हिन्दोस्तां हमारा
गुजिश्ता 72 सालों से हिंदू-मुस्लिम हम आहंगी की मिसाल पेश करने वाले उर्सपाक के यह खासियत रही है कि हजरत के अकीदतमंदों की जानिब से संदल, चादर व नात-ओ-मनकबत का नजराना पेश किया जाता है। उर्सपाक में हर साल शहर छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश के विधायक गंभीर सिंह चौधरी अपने खानदान के साथ गुजिश्ता कई सालों से चादर पेश कर अपनी अकीदत का इजहार करते आ रहे हैं। विधायक जनाब चौधरी की जानिब से की जाने वाली चादरपोशी के दौरान छत्तीसगढ़ की मशहूर बैंड पार्टी सिद्दीक बैंड, रायपुर की बेहतरीन अंदाज में नात-ओ मनकबत और कव्वाली की पेशकश खुसूसी दिलचस्पी का सबब बनती है।
नजर आती है गंगा-जमुनी तहजीब
उर्सपाक के दौरान इदरीश साबरी चिश्ती, मुंबई ओवैस जाहिद नाज़ा, मुंबई, अज़ीम नाज़ा, मुंबई, अनीस नवाब, अहमदाबाद व जुनैद सुल्तानी, के कव्वालों ने अपने हमनवाओं के साथ सूफियाना कलाम पेश किए जिसका देर रात तक अकीदतमंदों ने लुत्फ उठाया।
उर्स मुबारक की तकरीब से खिताब करते हुए दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर और गुरूजी डोमनलाल कोरसेवाड़ा वगैरह ने उर्सपाक को गंगा-जमुनी तहजीब बताया। दुर्ग ग्रामीण विधायक जनाब चंद्राकर ने कहा कि यह शहर गंगा जमुना की नजीर पेश करता है। उर्सपाक के दौरान भाईचारा की बेहतरीन मिसाल देखने को मिलती है। गुरुजी डोमन लाल कोर्सेवाड़ा ने कहा, हर साल यहां कलाकारों को एजाए से नवाजा जाता है। कमेटी के तंई शुक्रगुजारी का इजहार करते हुए उन्होंने आगे कहा कि मुल्क में अलग-अलग जबान, रस्मो-रिवाज और मजहब के लोग रहते हैं, और बाहमी मोहब्बत और भाईचारगी के साथ मुल्क की यकजहती को बनाए रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि उर्स कमेटी की जानिब से एकता उत्सव के नाम पर पर मनाया जाने वाला यह शहर का तेहवार है और बेमिसाल है। उन्होंने प्रोग्राम की कामयाबी के लिए नेक ख्वाहिशात का इजहार किया।
तकरीब की कार्रवाई कमेटी के जनरल सेक्रेटरी रऊफ कुरैशी ने चलाई। इस मौके पर बड़ी तादाद में अकीदतमंदों के अलावा कमेटी के मेंबरान मौजूद थे।