जीकाअदा -1445 हिजरी
कर्ज की जल्द से जल्द करें अदायगी
हजरत अबू मूसा अश्अरी रदिअल्लाहू अन्हु से रिवायत है कि जनाब नबी-ए-करीम ﷺ ने इरशाद फरमाया- कबाईर (बड़े) गुनाहों के बाद सबसे बड़ा गुनाह यह है कि कोई शख्स मर जाए और उस पर देन यानी किसी का मी हक हो और उसके अदा करने के लिए वह कुछ न छोड कर जाए।
- अबु दाउद
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लाहौर : आईएनएस, इंडिया
अल्लामा इक़बाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट, लाहौर में गुजिश्ता दिनों आग लग गई जिसकी वजह से हज परवाजों को रोक दिया गया। आग लगने से इमीग्रेशन सिस्टम पूरी तरह तबाह हो गया। एयरपोर्ट हुक्काम ने इमीग्रेशन हाल ख़ाली करवा लिया था। इसकी वजह से मुसाफ़िरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि आग लगने की वजह क्या है। इसके लिए तहक़ीक़ाती कमेटी तशकील दे दी गई है।
मीडीया रिपोर्टस के मुताबिक़ लाहौर के अल्लामा इक़बाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुबह पाँच के क़रीब इमीग्रेशन काउंटर की सीलिंग में अचानक शॉर्ट सर्किट की वजह से लग गई। आग के बाइस मुसाफ़िरों में भगदड़ मच गई। आग लगने से इमीग्रेशन सिस्टम पूरी तरह जल गया और पूरे लाउंज में धुआं भर गया था। हक्काम ने फौरन इमारत को ख़ाली करवा दिया। सिविल एवीएश्न का अमले ने किसी तरह आग पर काबू पाया। इमीग्रेशन सिस्टम में ख़राबी की वजह से श्रीलंकन एयर लाईन की परवाज़ का रुख मोड़ना पड़ा और लाहौर से जाने वाली हज परवाज़ को भी रोकना पड़ा। आतिशज़दगी की इत्तिला मिलने के बाद रेस्क्यू और फ़ायर ब्रिगेड का अमला मौक़ा पर पहुंचा और कई घंटों की जद्द-ओ-जहद के बाद आग पर क़ाबू पा लिया गया।
इबतिदाई तफ़तीश के मुताबिक़ आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई गई है। हुक्काम के मुताबिक़ आग से इमीग्रेशन का अमल मुतास्सिर होने के बाद आज़मीन-ए-हज्ज की इमीग्रेशन का अमल डोमेस्टिक काउंटर से शुरू किया गया था ताकि आजमीन-ए-हज को कोई दुश्वारी न हो। सिविल एवीएश्न अथार्टी का कहना है कि एयरपोर्ट पर लगने वाली आतिशज़दगी पर क़ाबू पा लिया गया है और हज और दीगर बैन-उल-अक़वामी परवाज़ों को मुक़ामी परवाज़ों वाले सेक्शन से चलाया जा रहा है। आज़मीन-ए-हज के लिए बनाए जानेवाले इमीग्रेशन काउंटर की सीलिंग में आग शॉर्ट सर्किट से लगी थी। हुक्काम का कहना है कि लाहौर आने वाली परवाज़ों की मैनवल इमीग्रेशन की जा रही है। आतिशज़दगी से पहली हज परवाज़ समेत 6 बैन-उल-अक़वामी परवाज़ों की रवानगी में ताख़ीर हुई। क़तर एयरवेज़ और स्याल एयर की परवाज़ें भी मुतास्सिर हुईं।
बयान में हज ज़वाबत (कायदे) और हिदायात पर अमल करने की एहमीयत पर ज़ोर दिया गया ताकि आज़मीन-ए-हज्ज सलामती और आराम के साथ मनासिक अदा कर सकें। याद रहे कि सऊदी महिकमा अमन आम्मा ने इससे क़बल बयान में सनीचर 4 मई 2024 से हज सीज़न के हवाले से ज़वाबत पर अमल दरआमद के आग़ाज़ का ऐलान किया था, जिसके तहत मक्का मुकर्रमा में दाख़िले के लिए एंन्ट्री परमिट ज़रूरी होगा। बयान में कहा गया था कि नए ज़वाबत का मक़सद हज के अमल को बेहतर और आज़मीन-ए-हज्ज के तहफ़्फ़ुज़ को यक़ीनी बनाना है।
मीडीया रिपोर्टस के मुताबिक़ लाहौर के अल्लामा इक़बाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुबह पाँच के क़रीब इमीग्रेशन काउंटर की सीलिंग में अचानक शॉर्ट सर्किट की वजह से लग गई। आग के बाइस मुसाफ़िरों में भगदड़ मच गई। आग लगने से इमीग्रेशन सिस्टम पूरी तरह जल गया और पूरे लाउंज में धुआं भर गया था। हक्काम ने फौरन इमारत को ख़ाली करवा दिया। सिविल एवीएश्न का अमले ने किसी तरह आग पर काबू पाया। इमीग्रेशन सिस्टम में ख़राबी की वजह से श्रीलंकन एयर लाईन की परवाज़ का रुख मोड़ना पड़ा और लाहौर से जाने वाली हज परवाज़ को भी रोकना पड़ा। आतिशज़दगी की इत्तिला मिलने के बाद रेस्क्यू और फ़ायर ब्रिगेड का अमला मौक़ा पर पहुंचा और कई घंटों की जद्द-ओ-जहद के बाद आग पर क़ाबू पा लिया गया।
इबतिदाई तफ़तीश के मुताबिक़ आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई गई है। हुक्काम के मुताबिक़ आग से इमीग्रेशन का अमल मुतास्सिर होने के बाद आज़मीन-ए-हज्ज की इमीग्रेशन का अमल डोमेस्टिक काउंटर से शुरू किया गया था ताकि आजमीन-ए-हज को कोई दुश्वारी न हो। सिविल एवीएश्न अथार्टी का कहना है कि एयरपोर्ट पर लगने वाली आतिशज़दगी पर क़ाबू पा लिया गया है और हज और दीगर बैन-उल-अक़वामी परवाज़ों को मुक़ामी परवाज़ों वाले सेक्शन से चलाया जा रहा है। आज़मीन-ए-हज के लिए बनाए जानेवाले इमीग्रेशन काउंटर की सीलिंग में आग शॉर्ट सर्किट से लगी थी। हुक्काम का कहना है कि लाहौर आने वाली परवाज़ों की मैनवल इमीग्रेशन की जा रही है। आतिशज़दगी से पहली हज परवाज़ समेत 6 बैन-उल-अक़वामी परवाज़ों की रवानगी में ताख़ीर हुई। क़तर एयरवेज़ और स्याल एयर की परवाज़ें भी मुतास्सिर हुईं।
हज कायदे की ख़िलाफ़वरज़ी करने पर दो जून से 10 हज़ार रियाल जुर्माना
रियाद : सऊदी वज़ारत-ए-दाख़िला ने 2 से 20 जून के दौरान बग़ैर परमिट और हज ज़वाबत-ओ-हिदायात की ख़िलाफ़वरज़ी करने वालों पर जुर्माने का ऐलान किया है। एसपीए के मुताबिक़ मक्का मुकर्रमा, मर्कज़ी इलाक़े, मुशाविर मुक़द्दसा, हरमैन ट्रेन स्टेशन और आरिज़ी सिक्योरिटी कंट्रोल सेंटर्ज़ में बग़ैर हज परमिट और ख़िलाफ़ वरजी करता पाए जाने पर 10 हज़ार रियाल जुर्माना किया जाएगा। ख़िलाफ़वरज़ी करने वाले मुक़ीम, ग़ैर मुल्कीयों और विजीटर्स को बेदख़ली के साथ ममलकत में दुबारा दाख़िले पर पाबंदी आइद की जाएगी।बयान में हज ज़वाबत (कायदे) और हिदायात पर अमल करने की एहमीयत पर ज़ोर दिया गया ताकि आज़मीन-ए-हज्ज सलामती और आराम के साथ मनासिक अदा कर सकें। याद रहे कि सऊदी महिकमा अमन आम्मा ने इससे क़बल बयान में सनीचर 4 मई 2024 से हज सीज़न के हवाले से ज़वाबत पर अमल दरआमद के आग़ाज़ का ऐलान किया था, जिसके तहत मक्का मुकर्रमा में दाख़िले के लिए एंन्ट्री परमिट ज़रूरी होगा। बयान में कहा गया था कि नए ज़वाबत का मक़सद हज के अमल को बेहतर और आज़मीन-ए-हज्ज के तहफ़्फ़ुज़ को यक़ीनी बनाना है।
लब्बैक अल्लाह हुम्मा लब्बैक
नई दिल्ली : हज 2024 के लिए इस साल हज कमेटी आफ इंडिया के जरिये एक लाख चालीस हजार आजमीन-ए-हज के मक्का मुकर्रमा सफर की रवानगी का सिलसिला शुरु हो गया है।
इनमें से तक़रीबन 16500 आज़मीन दिल्ली एम्बारकेशन प्वाईंट से जबकि सबसे ज़्यादा तक़रीबन 35000 हुज्जाज मुंबई एम्बारकेशन प्वाईंट से रवाना होंगे। हज कमेटी आफ़ इंडिया के सीईओ और वुज़रात-ए-अक़ल्लीयती उमूर के डायरेक्टर डाक्टर लियाक़त अली आफ़ाक़ी आज़मीन सफ़र हज और अदायगी हज में आसानी पैदा करने के लिए वज़ारत-ए-अक़ल्लीयती उमूर हकूमत-ए-हिन्द की जानिब से तैयार हज गाईड का इस्तिमाल करें और इसका भरपूर फ़ायदा उठाएं। 👇👇👇
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