शअबान उल मोअज्जम -1445 हिजरी
अकवाल-ए-जरीं
'' हजरत अबु हुरैरह रदिअल्लाहो ताअला अन्हुमा से रिवायत है कि नबी-ए-करीम ﷺ ने इर्शाद फरमाया, खुदा की कसम वो मोमिन नहीं हो सकता। दरयाफ्त किया गया, या रसूल अल्लाह ﷺ वो कौन शख्स है, आप ﷺ ने फरमाया, जिसका पड़ोसी उससे तकलीफ पाता हो।''- बुखारी शरीफ
क़ैसरे रूम ने अमीरुल मोमिनीन हज़रत उमर फारूख (रज़ियल्लाहु अन्हु) को ख़त लिखा कि मुझे दाइमी दर्दे सिर (यानी हमेशा दर्दे सिर) रहता है, अगर आपके पास इस मर्ज की कोई दवा हो तो भेज दीजिये। उसके जवाब में हज़रत उमर फ़ारूक़े आज़म (रज़ियल्लाहु अन्हु) ने उसे एक टोपी भेज दी और कहा कि इसे हमेशा पहने रहा करें। क़ैसरे रूम उस टोपी को पहनता तो उसका दर्दे सिर क़ाफ़ूर हो जाता लेकिन जैसे ही वह अपने सिर से टोपी उतारता, दर्द फिर होने लगता। उसे बड़ा तअज्जुब हुआ। आख़िरकार उसने उस टोपी को उधेड़ा तो उसमें एक कागज़ बरामद हुआ, जिस पर लिखा हुआ था-'बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम'।
0 लड़कियों की नेकनामी के लिए पढ़ें सूरह नूर
लड़कियां बड़ी होकर नेक, दीनदार, हयादार, पाक दामन, पर्दा नशीं और वालदैन की फरमाबरदार रहें, गैर लड़कों से नाजायज़ दोस्ती व मेलजोल न रखें और घरवालों के पसंद के रिश्ते से शादी के लिए राजी रहें, इसके लिए एक बार "सूरह नूर" पढ़कर उन पर दम करें, दम किया पानी उन्हें पिलाएं और दुआ करें। यह अमल 90 दिन करना है।0 मुलाजिम को वापस बुलाने का अमल
घर या दुकान का मुलाजिम काम छोड़कर चला गया हो, और बुलाने पर भी नहीं आ रहा हो तो उसे वापस बुलाने के लिए एक बार "सूरह लैल" पढ़कर दुआ कर लिया करें। इन्शा अल्लाह बहुत जल्द मुलाजिम खुद ब खुद वापस आ जाएगा। यह अमल 41 दिन करें।0 आप ﷺ की पसंद
शब-ए-मेराज रसूल अल्लाह ﷺ की खिदमत में दो प्याले पेश किए गए। इनमें से एक में शराब और दूसरे में दूध भरा था। फिर आप ﷺ को इख़्तियार दिया गया कि इनमें से कोई एक पसंद फरमा लें। पस आप ﷺ ने दूध पसंद फ़रमाया जिस पर हज़रत जिब्रील अमीन ने अर्ज़ किया : आप ﷺ ने फ़ितरत को पसंद किया है। अगर आप शराब पसंद फरमाते तो आपकी उम्मत गुमराही का शिकार हो जाती। (सहीह मुस्लिम)दूध पीना सुन्नत है। उम्मत को चाहिए कि दूध पीना पसंद करें और शराब से नफ़रत करें।