✒ लखनऊ : आईएनएस, इंडिया
लखनऊ में शादी की एक तकरीब में मुस्लिम वेटर रखने की वजह से मेजबान ने कैटरिंग ठेकेदार की रकम रोक ली है। कैटरिंग ठेकेदार ने मामले की तहरीरी शिकायत पुलिस से की है। मुआमला लखनऊ के थाना आलम बाग में वाके पवन पूरी का बताया जा रहा है। मुतास्सिर कैटरिंग ठेकादार का नाम प्रदीप कुमार गुप्ता है। वो पवन पूरी लेन आलम बाग का बाशिंदा है। प्रदीप कुमार का कहना है कि मुल्जिम मदनलाल वाजपई की बेटी की शादी में कैटरिंग का ठेका उसे दिया गया था। उसे इस काम के लिए 425000 रुपय देने की बात कही गई थी, लेकिन 70550 रुपय की अदायगी अभी तक नहीं की गई है। बार-बार तकादा करने पर मदनलाल ने फंक्शन में वेटर के तौर पर लगाई गई एक खातून वेटर का नाम और उसकी जात के बारे में बात करते हुए कहा कि उसके फंक्शन में मुस्लिम वेटर को क्यों लगाया। मदनलाल ने कहा क इसलिए बाकी के पैसे नहीं दिए जाएंगे। मुतास्सिरा प्रदीप ने बताया कि वो मुल्जिम मदनलाल को पहले से जानता है। इससे पहले भी मदनलाल कैटरिंग का काम उससे ले चुका है। पहले किसी चीज को लेकर मदनलाल ने कोई एतराज नहीं किया था, लेकिन इस मर्तबा मुस्लिम वेटर होने पर पैसे की अदायगी रोक दी गई है। इस मुआमले में आलम बाग थाना के इन्सपेक्टर शिव मंगल ने बताया कि नौजवान की शिकायत पर पुलिस जांच शुरू हो गई है। कसूरवार पाए जाने पर मुल्जिम के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।जमई अल कुरैश का फैसला प्राण प्रतिष्ठा के दिन गोश्त दुकानें बंद रहेगी
लखनऊ : राम मंदिर की इफ़्तिताही तकरीब प्राण प्रतिष्ठा की तैयारीयां जोर-ओ-शोर से जारी हैं। राम मंदिर ट्रस्ट और हुकूमत 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा के प्रोग्राम के लिए अपनी-अपनी सतह पर तैयारीयों को नाफिज करने में मसरूफ हैं। इस दौरान खैर सगाली बरकरार रखने के लिए लखनऊ में गोश्त की दुकानें बंद रखने का फैसला किया गया है। तंजीम ने अपने फैसले से यूपी के नायब वजीर-ए-आला बृजेश पाठक को खत लिख कर वाकिफ करा दिया है। खत में तंजीम ने कहा है कि हम अवध के रहने वाले हैं। अवध के इलाके अयोध्या में श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के तईं खैर सगाली बरकरार रखते हुए मुत्तफिका तौर पर फैसला किया गया है कि 22 जनवरी को बलोचपूरा, सदर कैन्ट, फतहपूर, लाटूश रोड, लखनऊ के तमाम गोश्त के ताजिर अपना कारोबार बंद रखेंगे।आल इंडिया जमईयत अलकुरैश के कौमी सैक्रेटरी शहाब उद्दीन कुरैशी ने कहा कि अवध गंगा जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है। भाई चारा बरकरार रखने के लिए गोश्त की दुकानें बंद रखने का फैसला किया गया है।