शिनाख़्त के लिए आईडी कार्ड पर लगाए जाएंगे सुर्ख़ और सब्ज निशान
✒ मुंबई : आईएनएस, इंडिया
ताजा खबर के मुताबिक़ महाराष्ट्र के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले तलबा की शिनाख्त अब उनके खाने की तर्जीहात की बुनियाद पर की जाएगी। इसके लिए उन्हें सब्ज और सुर्ख़ नुक़्तों के निशान वाले शिनाख्ती कार्ड दिए जाएंगे। जिन तलबा को सब्ज (हरे) नुक़्ते वाले कार्ड दिए जाएंगे, वो सब्ज़ीखोर और जिनके कार्ड पर सुर्ख़ (लाल) नुक़्ते होंगे, वो नान वेजेटेरीन यानी गोश्तखोर होंगे। महाराष्ट्र में बीजेपी, शिंदे और पवार की मुशतर्का (साझा) हुकूमत ने स्कूलों की इंतिज़ामीया को हुक्म दिया है कि वो इस फ़ैसले को फ़ौरी तौर पर नाफ़िज़ करने का प्रोग्राम बनाएं। हुकूमत का कहना है कि 'प्रधान मंत्री पोषण शक्ति योजना के तहत तलबा को दिए जाने वाले फलों और अंडों की तक़सीम को बेहतर बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। इससे कब्ल महाराष्ट्र के स्कूल एजूकेशन डिपार्टमैंट ने ऐलान किया था कि बच्चों के दोपहर के खाने में ग़िजाईयत वाली अश्या (चीजें) शामिल करने के लिए कुछ दीगर खाने की चीज़ें भी शामिल की गई हैं। उनमें फलों के तौर पर केले और अंडे शामिल हैं। जो तालिबे इल्म वेजिटेरियन यानी सब्ज़ीखोर हैं, उन्हें केले और जो तालिबे इल्म नान वेजेटेरीन यानी गोश्तखोर हैं, उन्हें अंडे दिए जाएंगे।गुजिश्ता बुध, 24 जनवरी को स्कूल एजूकेशन डिपार्टमैंट ने स्कूलों की इंतिज़ामीया कमेटियों से कहा कि तक़सीम के निज़ाम को बेहतर तरीक़े से अमल में लाने के लिए तलबा के शिनाख्ती कार्डों पर सब्ज और सुर्ख़ रंग के निशानात लगाए जाएं।
खबर के मुताबिक फ़ैसले पर सख़्त तन्क़ीद की जा रही है। माहिरीन तालीम (शिक्षा विशेषज्ञों) ने उसे ग़ैर ज़रूरी दर्जान्दी क़रार दिया है। उन्होंने कहा है कि तलबा को निशानज़द किए बग़ैर भी इस स्कीम को नाफ़िज़ किया जा सकता है। इस तरह के इक़दाम पर तशवीश का इज़हार करते हुए उन्होंने कहा कि ये तलबा को खाने की तर्जीहात की बुनियाद पर तक़सीम करने की कोशिश है। उन्होंने मज़ीद कहा कि हमारा समाजी ढांचा ऐसा है कि बाज़-औक़ात मुतनव्वे (विविध) सक़ाफ़्ती पस मंज़र से ताल्लुक़ रखने वाले कुछ तालिबे इल्म कभी-कभार अंडे खाते हैं, भले ही उन्हें सब्ज़ीखोर क़रार दिया जाए। कुछ असातिज़ा (टीचर्स) के हवाले से कहा गया है कि वो समझते हैं कि ऐसा स्कूल के हाज़िरी रजिस्टर से भी किया जा सकता था और इस के लिए आई कार्ड पर निशान लगाने की ज़रूरत नहीं है।
कई असातिज़ा ने ये भी कहा कि वो तलबा की तर्जीहात को पहले से जानते हैं और तलबा ख़ुद उसके बारे में बता सकते हैं। महिकमा तालीम के सर्कुलर में कहा गया है कि जिन तलबा के वालदैन नान वेजेटेरीन खाने पर अपनी रजामंदी दें, उनके शिनाख्ती कार्ड पर सुर्ख़ निशान लगा दिया जाए और जिन तलबा के वालदैन की रजामंदी ना हो, उन्हें सब्ज़ रंग से निशानज़द किया जाए। लेकिन सवाल ये है कि उन तलबा का क्या होगा, जो कभी-कभार अंडे या नान वेजेटेरीन खाना खाते हैं।