✒ गाजा : आईएनएस, इंडिया
इसराईल और हम्मास के दरमियान मुआहिदे के नतीजे में रिहाई पाने वाले फलस्तीनी कैदियों का मगरिबी किनारे में पुरजोश इस्तकबाल किया गया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक फलस्तीनी शहरियों ने एक बड़े जुलूस की सूरत में रिहा होने वाले कैदियों को खुश-आमदीद कहा। इस मौका पर मगरिबी किनारे में जश्न का समां था, जहां फलस्तीनी शहरी नारेबाजी करते, तालियां बजाते और हाथ लहरा कर अपनी खुशी का इजहार करते रहे।
स्लेटी रंग के यूनीफार्म में मलबूस 15 नौजवान कैदियों को कंधों पर उठाए शहर की रोशन गलियों में घुमाया गया जहां फलस्तीनी पाप-म्यूजिक ऊंची आवाज में गूंज रहा था और आतिशबाजी ने आसमान पर मुख़्तलिफ रंग बिखेरे हुए थे। रिहाई पाने वालों में से चंद नौजवान फलस्तीनी झंडे में लिपटे हुए नजर आए जबकि दीगर ने हम्मास का सब्ज-रंग का पर्चम लपेटा हुआ था और फतह का निशान बनाए हाथ लहराते हुए पुरजोश हुजूम में से गुजर रहे थे। इसराईली कैद से रिहा होने वाले 17 साला जमाल ने अपने एहसासात का इजहार करते हुए कहा 'मेरे पास अलफाज नहीं हैं, मेरे पास अलफाज नहीं हैं। शुक्र है अल्लाह ताअला का।
उनके वालिद खलील ने अपने बेटे को कंधों पर उठा रखा था। उनकी आँखों से आँसू बह रहे थे। अपने बेटे को नीचे उतारते हुए उन्होंने सात माह बाद अपने बेटे की आँखों में आँखें डाल कर देखा। गुजिश्ता साल इसराईली फौजीयों ने जमाल को फलस्तीनी शहर जीरीचो से बगैर किसी इल्जाम और मुकद्दमे के गिरफ़्तार किया था। वालिद ने कहा कि मैं बस दुबारा उसका बाप बनना चाहता हूँ। गाजा में हम्मास की जानिब से बनाए गए यरगमालियों में से चंद अफराद की रिहाई के कुछ घंटों बाद इसराईल ने फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया। इसराईल और हम्मास के दरमियान होने वाले मुआहिदे के तहत हम्मास कम अज कम 50 यरगमाली जबकि इसराईल 150 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। अगरचे इसराईली सरहद के करीब वाके बीतोनिया के शहर में जश्न का समां था लेकिन शहरीयों में फिर •ाी तशवीश पाई जाती है।
हम्मास ने 24 और इसराईल ने 39 फलस्तीनी कैदी रिहा किए
इसराईल-हम्मास के दरमयान जंग बंदी के एक मुआहिदे के तहत गजा की पट्टी में सात हफ़्ते कैद रहने वाले 24 इसराईली यरगमालों को और इसराईल ने 39 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किए। गजा में इमदाद की तरसील (सप्लाई) पर अमल दरआमद •ाी शुरू हो गया है। सदर जो बाईडन ने एक पे्रस कान्फें्रस में यरगमालों की रिहाई का खैर-मक़्दम करते हुए कहा कि ये एक तवील सफर की महज शुरूआत है। उन्होंने कहा, अगले चंद दिनों में हमें तवक़्को है कि दर्जनों यरगमाल अपने खानदानों में वापिस आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैंने और मेरी टीम ने यरगमालों की रिहाई के लिए •ारपूर कोशिश की है। जुमे से शुरू होने वाले जंग बंदी के मुआहिदे का मकसद ये ही था कि अव्वल तो गजा में इन्सानी हमदर्दी की इमदाद पहुंचाई जा सके और दोम ये कि यरगमालों की रिहाई में सहूलत पैदा की जाए।
कैदियों की रिहाई की तस्दीक रेडक्रास की बैन-उल-अकवामी कमेटी ने •ाी की है जिसने यरगमालों को मिस्र मुंतकिल किया है। यरगमाल (बंधकों) औरतों और बच्चों का इसराईल •ोजने से पहले तिब्बी मुआइना हुआ है, उन्हें इसराईली अस्पतालों में ले जाया जाएगा और उनके खानदानों से दुबारा मिलाप करवाया जाएगा। तर्जुमान कतरी वजारत-ए-खारिजा के मुताबिक गजा में इमदाद की तरसील •ाी जल्द शुरू होगी और उम्मीद है कि ये मुआहिदा तशद्दुद (हिंसा) के खात्मे का बाइस बनेगा। हम्मास ने कहा है कि जंगबंदी के दौरान कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। हम्मास के तर्जुमान अब्बू उबैदा ने एक वीडीयो पैगाम में कहा है कि तमाम महाजों (मोर्चो) पर इसराईली फोर्सेज के साथ आरिजी जंगबंदी रहेगी। इसके लिए मुआवनत (सहयोग) करने वाले मुल्क मिस्र का कहना है कि रफा क्रासिंग से जंगबंदी के दौरान गजा में यौमिया (प्रतिदिन) एक लाख 30 हजार लीटर डीजल और गैस के चार ट्रक पहुँचेंगे और इसके अलावा इमदादी सामान के 200 ट्रक •ाी रोजाना गजा रवाना होंगे। इसराईल ने हम्मास के खिलाफ जंग का ऐलान उस के बाद किया था जब सात अक्तूबर को अस्करीयत पसंद ग्रुप ने सरहद पार हमला कर के कम अज कम 1200 लोगों को हलाक और 240 को अगवा कर लिया था। इस जंग में हम्मास के जेर-ए-इंतिजाम इलाके के हुक्काम के मुताबिक इसराईली हमलों में 13 हजार से ज्यादा फलस्तीनी हलाक हुए और गजा में बड़े पैमाने पर नुक़्सान हुआ है।