✒ लंदन : आईएनएस, इंडिया लंदन में फलस्तीन की हिमायत में होने वाली रैली के दौरान पुलिस की दाएं बाजू के मुजाहिरीन के साथ झड़प हुई है। खबर के मुताबिक ये वाकिया सनीचर को पेश आया। आम तौर पर 11 नवंबर का दिन पहली आलमी जंग के खात्मे की याद के तौर पर मनाया जाता है जबकि इस मर्तबा इस मौके पर लंदन में फलस्तीन के हक में होने वाले मुजाहिरों के खिलाफ दाएं बाजू के मुजाहिरीन •ाी बाहर निकल आए।
लंदन की मेट्रोपोलैटिन पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें फलस्तीन मुखालिफ मुजाहिरीन की तरफ से •ाी जारहीयत का सामना करना पड़ा जो शहर में बड़ी तादाद में मौजूद थे। लंदन पुलिस का कहना है कि हम किसी •ाी नागहानी वाकिये से निमटने के लिए ताकत समेत हर मुम्किन हिक्मत-ए-अमली ब-रू-ए-कार लाएँगे। नेशनल मार्च फार फलस्तीन के उनवान से बर्तानिया के दार-उल-हकूमत में होने वाली ताजा रैली के शुरका (शामिल लोगों) का मुतालिबा था कि गजा की पट्टी में इसराईली बमबारी को बंद किया जाए। इससे कब्ल एक बर्तानवी वजीर ने फलस्तीन की हिमायत में होने वाले मार्च को पहली आलमी जंग के खात्मे और फौजी कार्यवाईयों में हलाक होने वालों की याद के दिन मंसूख करने का कहा था। फलस्तीन यकजहती मुहिम के मुंतजमीन में से एक बिन जमाल ने रोइटरज को बताया था कि रैली में 10 लाख लोग शामिल हो सकते हैं। उन्होंने मजीद कहा कि ये मार्च पुरअमन होगा, लेकिन दूसरी जानिब उन्होंने सूरत-ए-हाल की कशीदगी के खदशे को •ाी तस्लीम किया। फलस्तीन की हामी मुजाहिरीन रैली के दौरान लगाए जा रहे नारों को बहुत से यहूदी, यहूद मुखालिफ नारा और इसराईल के खात्मे के मुतालिबे के तौर पर देखते हैं। सनीचर को लंदन पुलिस, इंतिहाई दाएं बाजू और उनके मुखालिफ गिरोहों में सेनोटाफ वार मैमोरियल के करीब झड़प हुई जहां मुजाहिरीन 'हमें हमारा मुल़््क वापिस चाहिए के नारे लगा रहे थे।
बू्रसेल्ज : बीस हजार से जाइद मुजाहिरीन ने किया बमबारी के खिलाफ एहतिजाज
ब्रूसेल्ज : बेलजीम के दार-उल-हकूमत ब्रूसेल्ज में गजा पर इसराईली बमबारी और शहरीयों की हलाकत के खिलाफ 20 हजार से जाइद मुजाहिरीन सड़कों पर निकल आए। मुजाहिरीन जंगबंदी और आजाद फलस्तीन के हक में नारे लगा रहे थे। मुजाहिरीन में शामिल एक ने डच जबान में लिखे फौरी जंगबंदी पोस्टर को उठा रखा था और कह रहा था गजा की पट्टी पर उस वक़्त जो कुछ हो रहा है, बहुत तबाहकुन हो रहा है, मुजाहिरीन के हाथों में कई पोस्टरों पर तहरीर था ‘फलस्तीनीयों की नसल कुशी बंद करो, इसराईली वजीर-ए-आजम को जंगी जराइम के बाइस गिरफ़्तार करो, फलस्तीनीयों का इन्सानी हुकूक दो।’ 11 नवंबर 2023 को ब्रूसेल्ज, बलजीम में इसराईल और फलस्तीनी इस्लामी ग्रुप हम्मास के दरमयान तनाजा जारी रहने के दौरान लोग गजा में फलस्तीनीयों की हिमायत में एहतिजाज में हिस्सा ले रहे हैं।
वाजेह रहे कि बू्रसेल्ज योरपी यूनीयन की सियासी, सिफारती सरगर्मियों का अहम तरीन मर्कज है और योरपी यूनीयन अमरीकी कियादत में तकरीबन वही कुछ कर रही है, जो इसराईल कर रहा है या चाहता है। ब्रूसेल्ज में मुजाहिरीन का इतनी बड़ी तादाद में इसराईल के खिलाफ सड़कों पर निकल आना योरपी हुकूमतों की पालिसीयों के बारे में •ाी अहम है। मुजाहिरीन में से एक ने बात करते हुए कहा कि ये जरूरी है कि हमारी बात •ाी सुनी जाए। हम इस तरह इन्सानों पर बमबारी और उनका कत्ल कबूल नहीं कर सकते। इधर बर्तानिया में •ाी हफ़्ते के रोज एक लाख से जाइद मुजाहिरीन ने हुकूमत के तमाम-तर हर्बों के बावजूद इसराईल और इसके इकदामात के खिलाफ एहतिजाज किया। दो रोज कब्ल बर्तानिया की एक असलह साज फैक्ट्री के बाहर •ाी एहितजाजी मुजाहिरीन •ाी पोस्टर लेकर पहुंच गए कि इसराईल को असलह देना बंद करो।
वाजेह रहे कि बू्रसेल्ज योरपी यूनीयन की सियासी, सिफारती सरगर्मियों का अहम तरीन मर्कज है और योरपी यूनीयन अमरीकी कियादत में तकरीबन वही कुछ कर रही है, जो इसराईल कर रहा है या चाहता है। ब्रूसेल्ज में मुजाहिरीन का इतनी बड़ी तादाद में इसराईल के खिलाफ सड़कों पर निकल आना योरपी हुकूमतों की पालिसीयों के बारे में •ाी अहम है। मुजाहिरीन में से एक ने बात करते हुए कहा कि ये जरूरी है कि हमारी बात •ाी सुनी जाए। हम इस तरह इन्सानों पर बमबारी और उनका कत्ल कबूल नहीं कर सकते। इधर बर्तानिया में •ाी हफ़्ते के रोज एक लाख से जाइद मुजाहिरीन ने हुकूमत के तमाम-तर हर्बों के बावजूद इसराईल और इसके इकदामात के खिलाफ एहतिजाज किया। दो रोज कब्ल बर्तानिया की एक असलह साज फैक्ट्री के बाहर •ाी एहितजाजी मुजाहिरीन •ाी पोस्टर लेकर पहुंच गए कि इसराईल को असलह देना बंद करो।