✒ मकबूजा बैतुल-मुकद्दस : आईएनएस, इंडिया इसराईल के वजीर-ए-आजम बेंजामिन नेतन्याहू ने इसराईल-हम्मास जंग के खात्मे के बाद फलस्तीनी अथार्टी के गजा पर इंतिजामी इख़्तयारात की तजवीज को मुस्तर्द कर दिया है। नेतन्याहू से सहाफी ने सवाल किया कि क्या फलस्तीनी अथार्टी, जिसका मगरिबी किनारे में जुजवी इंतिजामी कंट्रोल है, उसका गजा पर इंतिजामी इखतियार हो सकता है, इसराईली वजीर-ए-आजम का कहना था कि वहां कुछ और करना पड़ेगा। नेतन्याहू का मजीद कहना था कि एक ऐसी सिवीलियन अथार्टी नहीं हो सकती जो अपने बच्चों को इसराईल से नफरत, ईसराईलीयों को मारने और इसराईली रियासत को खत्म करने की तालीम दे। ख़्याल रहे कि अमरीका के वजीर-ए-खारिजा एंटनी ब्लिंकन ने बुध को जंग के बाद की हुकूमत के लिए खाका पेश किया था। ब्लिंकन का कहना था कि इसमें फलस्तीनीयों की जे़रे कियादत हुकूमत होगी जिसके दायरा इखतियार में मगरिबी किनारे के साथ गजा शामिल हो। दूसरी तरफ फलस्तीनी अथार्टी के सदर महमूद अब्बास ने कहा कि फलस्तीनी अथार्टी एक आजाद फलस्तीनी रियासत के साथ वसीअ-तर सियासी हल का हिस्सा बन सकती है।
खबर के मुताबिक, अब्बास ने कहा कि गजा रियासत फलस्तीन का एक अटूट हिस्सा है, और हम एक जामा सियासी हल के फ्रेमवर्क के अंदर अपनी पूरी जिÞम्मेदारियाँ नि•ााएंगे, जिसमें मशरिकी यरूशलम और गजा समेत मगरिबी किनारे शामिल होंगे। गजा में जारी जंग सात अक्तूबर को हम्मास के इसराईल पर हमले के बाद शुरू हुई जिसमें इसराईली हुक्काम के मुताबिक 1200 लोग हलाक हुए थे जबकि 240 के लग•ाग लोगों को हम्मास ने यरगमाल बना लिया था जो अब •ाी उसकी तहवील में हैं। हम्मास के हमले के बाद इसराईल ने गजा की नाकाबंदी करके ऐलान-ए-जंग कर दिया था। इसराईल ने जंग के दो मकासिद बताए हैं जिनमें यरगमाली की रिहाई और हम्मास का मुकम्मल खातमा शामिल हैं।
एक माह से जाइद जारी लड़ाई में हम्मास के जे़रे इंतेजाम गजा के तिब्बी हुक्काम का कहना था कि 10 हजार से जाइद फलस्तीनी शहीद हो चुके हैं। अलशफा अस्पताल में इन्सानी बोहरान (संकट) मजीद शिद्दत इखतियार कर गया है जबकि इसराईल का कहना था कि वो उन दो बच्चों की मौत और अस्पताल के जनरेटर्स में ईंधन की कमी की वजह से दर्जनों बच्चों की जिंदगीयों को होने वाले खतरे को देखते हुए उन्हें निकालने के लिए रजामंद है। अलशफा अस्पताल के डायरेक्टर मुहम्मद अब्बू सलमया का फोन पर कहना था कि तिब्बी डिवाईसज रुक चुकी हैं। खासतौर पर वो आलात काम करना बंद कर चुके हैं जो इंतिहाई निगहदाशत वार्ड में लगे हुए हैं।
मेडिकल स्ंट्रूमेंट्स बंद, शहीद होने लगे फलीस्तीनी मरीज
इसराईली फौजीयों ने गजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शफा को घेरे में ले लिया है, जहां डाक्टरों के मुताबिक आखिरी जनरेटर का ईंधन खत्म होने के बाद पाँच मरीज हलाक हो गए हैं, जिनमें एक कब्ल अज वक़्त पैदा होने वाला बच्चा •ाी शामिल है। खबर के मुताबिक अलशफा अस्पताल के डायरेक्टर मुहम्मद अब्बू सेलमया ने गोलियों और धमाकों की आवाज के बीच फोन पर बात करते हुए बताया कि अस्पताल में बिजली नहीं है। तिब्बी आलात बंद हो गए। मरीज खासतौर पर जो इंतिहाई निगहदाशत (आईसीयू) में हैं, मरना शुरू हो गए हैं। फलस्तीनी रेड क्रेसेंट सोसाइटी के डायरेक्टर जनरल मरवान जीलानी ने अक़्वाम-ए-मुत्तहदा की सलामती काउंसिल के इजलास को बताया कि गजा में सेहत के शोबे पर हमले हो रहे हैं। अलशफा, अलावदा, अल-कूदस और इंडोनेशिया के अस्पताल •ाी बमबारी की जद में आ गए थे। इसराईल के वजीर-ए-आजम नेतन्याहू ने हफ़्ते के रोज मगरिबी इत्तिहादियों की तरफ से फलस्तीनी शहरीयों की हिफाजत के लिए मजीद इकदामात करने के मुतालिबात को ये कह कर एक तरफ रख दिया कि हम्मास के जंगजू आम शहरीयों को इन्सानी ढाल के तौर इस्तिमाल कर रहे हैं।इसराईल ने अलशफा अस्पताल को हम्मास की मर्कजी कमांड पोस्ट के तौर पर पेश किया है, और कहा है कि अस्करीयत पसंद वहां शहरीयों को इन्सानी ढाल के तौर पर इस्तिमाल कर रहे हैं। तेल अबीब का इल्जाम है कि जंगजूओं ने इस अस्पताल के नीचे वसीअ बंकर कायम कर रखे हैं। इसराईली फौज का कहना है कि हम्मास का मिल्ट्री इन्फिरास्ट्रकचर गजा शहर के अस्पतालों और महलों के दरमयान है। हालांकि अस्करीयत पसंद ग्रुप हम्मास और अलशफा अस्पताल के अमले ने इन इल्जामात की तरदीद की है। इसराईली डीफैंस फोर्सिज ने जुमा के रोज अलशफा अस्पताल पर फायरिंग की तरदीद की थी और हम्मास पर इल्जाम आइद किया था कि वो इसराईली फौजीयों को निशाना बनाते हुए राकेट दागे़ जिससे अस्पताल मुतास्सिर हुआ। हालिया दिनों में शुमाली गजा के जंगी इलाके में अलशफा और दीगर अस्पतालों के करीब लड़ाई में शिद्दत आई है और रसद •ाी खत्म हो गई है।
इसराईल के 160 सैन्य ठिकानों को तबाह कर चुके : अलकसाम
गजा : हम्मास के अस्करी विंग अलकसाम ब्रिगेड्ज' के तर्जुमान अब्बू उबैदा ने 11 नवंबर को कहा है कि उसने 27 अक्तूबर को गजा में इसराईल की जमीनी कार्रवाई शुरू होने के बाद से 160 फौजी एहदाफ (सैन्य ठिकानों) को मुकम्मल या जुजवी (आंशिक) तौर पर तबाह कर दिया है। इसके अलावा गुजिश्ता 48 घंटों के दौरान 25 से ज्यादा इसराईली गाड़ियों को तबाह किया गया है। तर्जुमान अब्बू उबैदा ने कहा कि तसादुम (टकराव) गैर मुसावी (असमान) जरूर है लेकिन ये खित्ते की सबसे ताकतवर कूव्वत को खौफजदा कर देने वाली कार्रवाई है।दरे अस्ना (उसी बीच) इसराईल को बढ़ते हुए बैन-उल-अकवामी दबाव का सामना करना पड़ा है। गजा पर इसराईली जारहीयत 7 अक्तूबर से जारी है। 36 वें दिन इसराईली फौज ने हस्पतालों पर बमबारी की और मुख़्तलिफ हस्पतालों को खाली करने की हिदायत की। इसराईल के अहम इत्तिहादी अमरीका ने •ाी गजा में फलस्तीनी शहरीयों की हिफाजत के लिए मजीद इकदामात करने का कहा है। गजा में फलस्तीनी शोहदा की तादाद लगातार बढ़ रही है। गजा क्रास फायर में फंसे शहरीयों की हालत-ए-जार पर अपने अब तक के सख़्त तरीन तबसरों में अमरीकी वजीर-ए-खारजा ब्लिंकन ने जुमा को हिन्दोस्तान के दौरे पर सहाफीयों को बताया कि अब तक बहुत ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।
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