इसराईल और फलस्तीन के बीच जारी खूंरेजी का सिलसिला खत्म किया जाए : अकवाम-ए-मुत्तहिदा

इसराईल और फलस्तीन के बीच जारी खूंरेजी का सिलसिला खत्म किया जाए : अकवाम-ए-मुत्तहिदा

न्यूयार्क : आईएनएस, इंडिया

अकवाम-ए-मुत्तहिदा (संयुक्त राष्टÑ) के सेक्रेटरी जनरल अन्तोनियो गोत्रयस ने हम्मास और इसराईल के दरमयान जारी खूँरेजी, नफरत और तकसीम के जालिमाना सिलसिले को खत्म करने का मुतालिबा किया है। न्यूज के मुताबिक अकवाम-ए-मुत्तहिदा के सेक्रेटरी जनरल अन्तोनियो गोत्रयस ने हम्मास और ग्रुपों की जानिब से इसराईली कस्बों और देहातों पर गजा से किए गए घिनौने हमलों की एक-बार फिर मुजम्मत की। हम्मास और इसराईल के दरमयान जारी कशीदगी के नतीजे में अब तक 800 से जाइद इसराईली हलाक जबकि दो हजार 500 से जाइद जखमी हो चुके हैं। 
    उन्होंने हमलों को फौरी तौर पर रोकने और तमाम यरगमालियों (बंधकों) की रिहाई का मुतालिबा दोहराते हुए कहा कि मैं फलस्तीनी अवाम की जायज शिकायात को तस्लीम करता हूँ लेकिन दहश्तगर्दी की इन कार्यवाईयों और शहरीयों के कतल और अगवा का कोई जवाज नहीं। उन्होंने तस्लीम किया कि ये तशद्दुद 56 साला तवील कब्जे के तनाजे और इसका कोई सियासी हल ना निकलने की वजह से हुआ है। उन्होंने मजीद कहा कि उन्हें इसराईली हुक्काम की तरफ से हमलों के जवाब में गजा पर मुकम्मल मुहासिरा करने के फैसले पर शदीद तशवीश है। 
    इसराईली वजीर-ए-दिफा ने ऐलान किया है कि उनका मुल्क गजा की पट्टी का मुकम्मल मुहासिरा करेगा जिसके नतीजे में वहां रहने वाले 2.3 मिलियन अफराद को ना बिजली मिल सकेगी ना खुराक, पानी और ना ही गैस। सब बंद होगा। गजा की सूरत-ए-हाल पर तबादला-ए-ख़्याल के लिए अकवाम-ए-मुत्तहिदा के रहनुमाओं के साथ मुलाकात के बाद गुफ़्तगु करते हुए अन्तोनियो गोत्रयस ने कहा कि इन दुश्मनियों से पहले गजा में इन्सानी हुकूक की सूरत-ए-हाल इंतिहाई तशवीशनाक थी। अब ये ज्यादा तेजी से खराब होगी। इसराईली हुक्काम ने मुहासिरे के अलावा इन हमलों के जवाब में गजा पर फिजाई हमलों का सिलसिला शुरू कर रखा है जिसमें मुबय्यना तौर पर खवातीन और बच्चों समेत 500 से जाइद फलस्तीनी हलाक और तीन हजार से जाइद जखमी हुए हैं। अकवाम-ए-मुत्तहिदा के सेक्रेटरी जनरल अन्तोनियो गोत्रयस ने इन आदाद-ओ-शुमार के हवाले से गहिरी तशवीश (चिंता) का इजहार करते हुए कहा कि इसराईली कार्यवाईयों के जारी रहने से उनमें इजाफा होता जा रहा है। अगरचे मैं इसराईल के जायज सिक्योरिटी खदशात को तस्लीम करता हूँ लेकिन मैं इसराईल को ये भी याद-दहानी कराता चलूं कि फौजी आॅप्रेशन बैन-उल-अकवामी इन्सानी कवानीन के मुताबिक किया जाना चाहिए। 
    उन्होंने शहरीयों के तहफ़्फुज और एहतिराम की एहमीयत पर जोर देते हुए कहा कि शहरी मुकामात और बुनियादी इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना ना बनाया जाए। हमारे पास पहले ही गजा में सेहत की सहूलयात के मराकज, कसीरुल मंजिला (मल्टी फ्लोर) रिहायशी टावर और एक मस्जिद पर इसराईली मिजाईल हमले की इत्तिलाआत हैं।


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