सऊदी अबर की फलस्तीनीयों के लिए 20 मिलियन डालर की हंगामी इमदाद

दुबई : आईएनएस, इंडिया 

मुत्तहदा अरब अमीरात के सदर शेख मुहम्मद बिन जाएद ने फलस्तीनीयों के लिए 20 मिलियन डालर की हंगामी मदद जारी की है। अमीरात की सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक अमीरात ने इमदाद का फैसला फलस्तीनी भाईयों को दरपेश मुश्किल इन्सानी हालात के पेश-ए-नजर किया है। ये इमदाद फलस्तीनी पनाह गजीनों की मदद के लिए अकवाम-ए-मुत्तहिदा की रीलीफ एंड वर्क़्स एजेंसी के तवस्सुत से पेश की जाएगी। 
    याद रहे कि इससे कब्ल अरदन में कुवैती सफीर हमद अलमरी ने फलस्तीनी पनाह गजीनों की मदद के लिए अकवाम-ए-मुत्तहिदा की रीलीफ एंड वर्क़्स एजेंसी को दो मिलियन डालर का चैक दिया था। कुवैती सफीर का कहना था कि माली इआनत का मकसद फलस्तीनी पनाह गजीनों के हवाले से अपने फर्ज की अदायगी है। 

जुनूबी लेबनान से इसराईल पर कई राकेट फायर 

मकबूजा बैतुल मुकद्दस : लेबनान के जुनूबी (दक्षिणी) इलाकेक से इसराईल की जानिब राकेट फायर किए गए हैं। न्यूज एजेंसी के मुताबिक लेबनान इसराईल सरहद पर भी तीन दिन से कशीदगी का माहौल है। जुनूबी लेबनान से इसराईल पर होने वाले ताजा हमलों के बारे में न्यूज एजेंसी को तीन सिक्योरिटी जराइआ ने बताया है। एक सिक्योरिटी जरीये ने बताया कि बमबारी फलस्तीनी ग्रुपों की तरफ से की गई है। एक दूसरे जरीये ने बताया कि इसराईल की जानिब से लेबनान के जुनूबी इलाके पर गोला बारी की गई, जहां से राकेट दागे गए थे। इसराईली फौज ने कहा कि वो लेबनानी सरजमीन से आने वाले राकेटों का तोपखाने की मदद से जवाब दे रही है। दूसरी जानिब हिज्बुल्लाह ने फलस्तीनीयों की हिमायत का इजहार करते हुए कहा है कि उनकी बंदूकें और राकेट फलस्तीनीयों के साथ हैं। इतवार को हिज्बुल्लाह ने सरहद के साथ मुतनाजे शीबा फार्मज में तीन इसराईली तन्सीबात और पीर को इसराईल में दो मजीद फौजी चौकीयों पर फायरिंग की थी। हालांकि भारी हथियारों से लैस हिज्बुल्लाह ने अब तक इसराईल के खिलाफ कोई दूसरा नुमायां महाज (मोर्चा) नहीं खोला है।

सऊदी अरब ने बुलाया ओआईसी वजीरों का इजलास 

रियाद : सऊदी अरब ने मंगल को इस्लामी तआवुन तंजीम (ओआईसी) के वुजराए खारिजा का हंगामी इजलास बुलाया जिसमें गजा में बढ़ती कशीदगी पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया। ओआईसी के वुजराए खारिजा गजा और उसके नवाह में अस्करी (सैन्य) कार्यवाईयों और बढ़ती कशीदगी का जायजा लेंगे जो खित्ते के अमन-ओ-इस्तिहकाम के लिए खतरे का बाइस बन रही है। सऊदी अरब ने इजलास इस्लामी सरबराह कान्फें्रस के मौजूदा सेशन के सरबराह और ओआईसी वर्किंग कमेटी के चेयरमैन की हैसियत से तलब किया है। 
    ओआईसी ने इसराईल को बैन-उल-अकवामी करारदाद (प्रस्ताव) को नजरअंदाज करने का जिÞम्मेदार ठहराया है। ओआईसी ने आलमी बिरादरी खुसूसन अकवाम-ए-मुत्तहिदा की सलामती काउंसिल से अपील की कि वो इसराईली जारहीयत बंद कराने, फलस्तीनी अवाम को बैन-उल-अकवामी तहफ़्फुज फराहम करने और इसराईल का गासिबाना कब्जा खत्म कराने के लिए ठोस सियासी अमल की सरपरस्ती के हवाले से अपना किरदार अदा करे। 


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