✒ सिडनी : आईएनएस, इंडिया आस्ट्रेलिया में मुस्लमानों की तारीख का सबसे बड़ा दो-रोजा कनवेनशन इतवार की रात साढ़े दस बजे खत्म हो गया। इस दौरान खास बात यह रही कि आने वाले हर साल इससे भी बड़ा कनवेनशन मुनाकिद करने का फैसला लिया गया। यही नहीं, इसके लिए जगह की बुकिंग अभी से कर ली गई है। कनवेनशन मुनाकिद करने वाली मुल्क की सबसे बड़ी जमात ‘इस्लामिक फोरम फार आॅस्ट्रेलियन मुस्लिम्ज’ के सदर मुहम्मद रईस खान ने बाकायदा इसका ऐलान भी कर दिया।
कनवेनशन में पांच हजार से ज्यादा मुस्लमानों ने शिरकत की जिनमें बच्चे, नौजवान, खवातीन-ओ-हजरात और बुजुर्ग शामिल थे। रईस खान ने ‘इस्लामिक फोरम फार आॅस्ट्रेलियन मुस्लिम्ज’ के इस कनवेनशन की तवक़्को से भी ज्यादा कामयाबी पर अल्लाह ताअला का शुक्र अदा किया और कहा कि उसका फजल व करम ना होता तो ये कनवेनशन कभी कामयाब नहीं हो सकता था। उन्होंने इसके लिए गुजिश्ता छ: माह से दिन रात काम करने वाली ‘इस्लामिक फोरम फार आॅस्ट्रेलियन मुस्लिम्ज’ के नौजवानों की टीम को हीरोज करार दिया और कहा कि ‘इस्लामिक फोरम फार आॅस्ट्रेलियन मुस्लिम्ज’ की कियादत, शूरा और उन कारकुनों ने किसी तमन्ना के बगैर सिर्फ अल्लाह ताअला की रजा की खातिर दिन रात काम किया।
उन्होंने कहा कि ये पहला कामयाब कनवेनशन इंशाअल्लाह आस्ट्रेलिया के मुख्तलिफ रंग, नसल और जबानें बोलने वाले मुस्लमानों के इत्तिहाद और उनके आॅस्ट्रेलवी मुआशरे में काइदाना किरदार में एक संगे मील की हैसियत इखतियार करेगा और यहां इस्लाम के फरोग और आइन्दा नसल की तालीम-ओ-तर्बीयत में अहम किरदार मुतय्यन करेगा।
कनवेनशन में मुल्क की सियासी और मुसलमानों की दीनी कियादत ने भरपूर शिरकत की और ‘इस्लामिक फोरम फार आॅस्ट्रेलियन मुस्लिम्ज’ को अपने मुकम्मल तआवुन का यकीन दिलाया। आस्ट्रेलिया के मुफ़्ती-ए-आजम इबराहीम और आस्ट्रेलिया के इमामों की नेशनल अइम्मा के सदर शादी उल सुलेमान दोनों दिन कनवेनशन में मौजूद रहे और मुख़्तलिफ प्रोग्रामों में इजहार-ए-खयाल भी किया और ‘इस्लामिक फोरम फार आॅस्ट्रेलियन मुस्लिम्ज’ के साथ आइन्दा भी अपने मुकम्मल तआवुन और इजहार-ए-यकजहती की। अमरीका के बड़े स्कालर डाक्टर यासर काजी ने इसे आस्ट्रेलिया की तारीख में मुस्लमानों का बड़ा कनवेनशन करार देते हुए कहा कि ये उनकी आइन्दा नसलों के लिए कामयाबी और आस्ट्रेलिया में इस्लाम के फरोग में रोशनी का मीनार साबित होगा।