Top News

वालदैन अपने बच्चों से रखें दोस्ताना ताअल्लुकात

मुस्लिम इंटेलेक्चयूअल फोरम की जानिब से कैरियर गाइडेन्स कैम्प मुनाकिद

मुस्लिम इंटेलेक्चयूअल फोरम की जानिब से कैरियर गाइडेन्स कैम्प मुनाकिद 
मशहूर-ओ-माअरूफ माहिरे ताअलीम व मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. मुबारक ने दिए टिप्स 
होनहार तलबा को एजाज से नवाजा गया

नई तहरीक : रायपुर

मुस्लिम इंटेलेक्च्यूअल फोरम (एमआईएफ) की जानिब से तालिबात के साथ-साथ वालदैन के लिए कैरियर गाइडेंस कैंप और डा. मुबारक का वर्कशाप मुनाकिद किया गया। इस दौरान होनहार तलबा को एजाज से नवाजा गया। 
मुस्लिम इंटेलेक्चयूअल फोरम की जानिब से कैरियर गाइडेन्स कैम्प मुनाकिद

    कैरियर गाइडेंस कैंप से मशहूर-ओ-माअरूफ माहिरे ताअलीम व मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. मुबारक कापड़ी (मुंबई) ने खिताब किया। उन्होंने कहा कि वालदैन को अपने बच्चों की जहनियत व रुझान को सम­झें और उनसे दोस्ताना ताअल्लुकात कायम रखें। उन्होंने कहा कि बच्चों से वालदैन के ताअल्लुकात ऐसे हो कि वालदैन बच्चों से हर मामले में खुलकर बात कर सकें ताकि बच्चे अपने जज्बात और ख्याल बाहर कहीं शेयर करने की बजाए घर में ही शेयर कर सकें। उन्होंने कहा कि वालदैन जब तक बच्चों के साथ हर खित्ते में उनकी ताकत, हौसला और मोटिवेटर बन कर नहीं रहेंगे, तब तक बच्चों की पूरी तौर पर तरक्की मुमकिन नहीं हो सकती। वालदैन के आपसी तनाजात (वाद-विवाद) बच्चों पर बड़ा बुरा असर डालते हैं इसलिए चाहिये कि वालदैन एक मिसाली पैरेंट्न बन कर रहें। 
मुस्लिम इंटेलेक्चयूअल फोरम की जानिब से कैरियर गाइडेन्स कैम्प मुनाकिद

    डाक्टर कापड़ी ने मजीद कहा कि अल्लाह के बाद दुनिया में इंसानों के सबसे बड़े खैरख्वाह उनके वालदैन और भाई-बहन होते हैं। बच्चों की हर छोटी-बड़ी जरूरतों के लिए वालदैन हर तरह की कुरबानियां देते हैं जिसे औलाद को कभी फरामोश नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि औलाद अपनी पूरी जिन्दगी में वालदैन के एहसानों का बदला अदा नही कर सकता। कैंप को खिताब करने के दौरान डाक्टर कापड़ी ने अपनी बातों को मुख्तलिफ सहीफों (धार्मिक किताबों) से साबित भी किया। 
    इस दौरान दो पीएचडी स्कालर के साथ-साथ करीब चार सौ होनहार तलबा को एजाज से नवाजा गया। गौरतलब है कि मुस्लिम इन्टेलेक्चयूअल फोरम गुजिश्ता 30 सालों से होनहार तलबा को बेहतर ताअलीम के हुसूल के लिए उनकी हौसला अफजाई करने एजाज से नवाज रही है।
    कैंप के इनएकाद के लिए मुस्लिम इन्टेलेक्चयूअल फोरम के सदर व दीगर अराकीन गुजिश्ता तीन महीनों से मुसलसल कोशिश व मेहनत कर रहे थे। कैंप की कामयाबी में मुबारक गौरी, हाजी शफीक, मोहम्मद शकील, एसएम हाशिम, हाजी बशीर, शेख मोहम्मद हसन व सैय्यद अकील ने बेहतरनी किरदार अदा किया। 

Post a Comment

if you have any suggetion, please write me

और नया पुराने