14 सफर उल मुजफ्फर 1445 हिजरी
जुमा, 01 सितंबर, 2023
अकवाले जरीं‘नमाजों में एक नमाज ऐसी है, जो किसी से छूट जाए तो गोया उसका घर-बार सब बर्बाद हो गया। वो नमाज, नमाजे असर है।’
- सहीह बुखारी
छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड में रजिस्टर्ड बालोद के मदरसों में दीनी तालिम के साथ-साथ जदीद ताअलीम दी जा रही है। छत्तीसगढ़ हुकुमत की जानिब से गवर्नमेंट स्कूलों में मेअयारी ताअलीम के लिए मुनाकिद होने वाली मुख्तलिफ सरगर्मियों के तहत मदरसा दारूल उलूम, इमाम-ए-आजम प्राथमिक/पूर्व माध्यमिक शाला दल्लीराजहरा, जिला बालोद व मदरसा हजरत अमीने शरीयत प्राथमिक/पूर्व माध्यमिक शाला गुण्डरदेही, जिला बालोद में 26 अगस्त, यानी महीने के चौथे सनीचर को जंगली जानवरों से दूरी व बचाव के मुताल्लिक तलबा को टेलीविजन, लैपटॉप व तस्वीरों के जरिये जानकारी दी गई। इस जुमरे में बच्चों को जंगली जानवरों से दूर रहने व अपनी हिफाजत के तरीकाकार बताए गए।
हेड मास्टर व उस्ताजों की जानिब से दी गई तफ्सीली जानकारी को तलबा ने बड़े ध्यान से सुना और पुरजोश तरीके से अपनी हिस्सेदारी निभाई। इस तरह टीचिंग के साथ-साथ दीगर सरगर्मियों के जरिये मदरसों के ताअलीमयाफ्ता बच्चों की जहनी कूव्वत में बेदारी लाने की कोशिश लगातार जारी है। इस मौके पर मदरसा दारूल उलूम इमाम-ए-आजम प्राथमिक/पूर्व माध्यमिक शाला दल्लीराजहरा के हेड मास्टर गुलाम सिमनानी व मदरसा हजरत अमीने शरीयत प्राथमिक/पूर्व माध्यमिक शाला गुण्डरदेही के हेड मास्टर असीम अहमद, नसीम परवीन व मददगार उस्ताज तसलीम बानो, रुखसार, रूबी खान के अलावा बड़ी तादाद में मदरसे के तलबा मौजूद थे।