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मूसीकार ने की साज पर तिलावत कुरान, मिस्री अवाम मुश्तइल, गिरफ़्तारी का मुतालबा

15 सफर उल मुजफ्फर 1445 हिजरी
सनीचर, 02 सितंबर, 2023
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अकवाले जरीं
‘अल्लाह के जिक्र के बिना ज्यादा बातें न किया करो, ज्यादा बातें करना दिल की कसादत (सख्ती) का सबब बनता है और सख्त दिल शख्स अल्लाह को पसंद नहीं।’
- मिश्कवात
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काहिरा : आईएनएस, इंडिया

एक मिस्री मूसीकार ने अपनी आला मौसीकी ‘ऊद’ की आवाज के साथ कुरआन-ए-करीम की तिलावत की जिसका वीडीयो वाइरल होने के बाद मिस्र में हंगामा बरपा हो गया। सोशल मीडीया पर मिस्री शहरीयों ने इस हरकत को शदीद तन्कीद (कड़ी निंदा) का निशाना बनाया और मूसीकार को गिरफ़्तार करने का मुतालिबा किया। 
    बड़े पैमाने पर वायरल होने वाले इस वीडीयो क्लिप के मुताबिक मूसीकार ने गुलूकारों और तिलावत करने वालों के साथ कुरान-ए-पाक की आयात की तिलावत की। वीडीयो को देखकर लोगों में गम-ओ-गुस्से की लहर दौड़ गई। बड़े पैमाने पर लोगों ने उसकी मुजम्मत की। लोगों ने इस इकदाम को कुरआन-ए-करीम की तौहीन करार दिया और कम्पोजर से तफतीश करने का मुतालिबा किया। 
    मीडीया ने जब अहमद हिजाजी से राबता किया, तो उसने कहा कि वह कुदरती तौर पर मुतअद्दिद कारी को तिलावत सिखा रहा था। बजाहिर ये कारी हजरात मुकामात के सही माखज के लिए मूसीकार अहमद हिजाजी से इन्हिसार कर रहे थे। मिस्र में तिलावत कुरआन करने वालों की सिंडीकेट ने इससे कब्ल एक मशहूर कारी को कुरआन की तिलावत के दौरान रक़्स करने की वजह से मुअत्तल करने का फैसला किया था, क्योंकि वो सूरत अलजहा की तिलावत कर रहे थे और तिलावत के दौरान एक तरह से गीत का मुजाहरा (नाचने की तरह) कर रहे थे। उस वक़्त भी लोगों ने शदीद नाराजी का इजहार किया था। 
    इसी तरह का एक वाकिया मशहूर कारी के हवाले से भी सामने आया था। उन्होंने भी तिलावत करते हुए ऐबदार तरीके से हाथों और जिस्म को हिलाया था और कुरआन के तकद्दुस को पामाल किया था। वाजेह रहे कि तिलावत कुरआन के दौरान मुकामात एक अलग फन है। सात मशहूर मुकामात में तिलावत की जाती है। ये मुकामात रस्त, अजम, सेका, नहाविंद, सबा और करद है।


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