30 मुहर्रम-उल-हराम 1445 हिजरी
जुमा, 18 अगस्त, 2023
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अकवाले जरीं
औरतों का मर्दों की मुशाबहत इख़्तियार करना, मर्दाना लिबास पहनना गुनाह व हराम है। उम्मुल मोमिनीन, हजरत आइशा सिद्दीका (रजिÞयल्लाहु अन्हा) से किसी ने अर्ज किया, एक औरत मर्दों की तरह जूते पहनती है। उम्मुल मोमिनीन (रजिÞयल्लाहु अन्हा) ने फरमाया, रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) ने मर्दानी औरतों पर लानत फरमाई है।
- अबू दाऊद
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नई तहरीक : भिलाई
ग्रीन लाइन वेलफेयर सोसायटी की तरफ से स्पोकन अरेबिक व स्किल डेवलपमेंट का वर्कशाप मुनाकिद किया गया। कोहका ईदगाह, जुनवानी रोड में मुनाकिद वर्कशाप की शुरुआत मोहम्मद जुलकरनैन की तिलावत-ए-कुरआन शरीफ से हुई। वर्कशाप में स्कूल व कॉलेज के स्टूडेंट और सोशल तंजीमों के डेलीगेशन ने भागीदारी देकर कामयाब बनाया।अरबी भाषा के माहिर प्रोफेसर मुहम्मद जुनैद सिद्दीकी ने बच्चों और नौजवानों के सामने कुरआन की ताअरीफ, तरीका व अलफाज की अदायगी और उसके किरदार पर खुसूसी बिंदुओं पर रोशनी डाली। उन्होंने अरबी जबान को समझने व बोलने का तरीका और उसका इस्तेमाल बेहद सरल अंदाज में पेश किया। उन्होंने जानकारी दी कि अरबी जबान दुनियां के कई मुल्कों में इस्तेमाल होती है।
आखिर में सवाल-जवाब का सेशन हुआ जिसमें बच्चों और नजवानों के सवालों का बेहतरीन अंदाज में जवाब दिया गया। वर्कशन में सदरी अमजद अली, को-आॅर्डिनेटर इमरान खान व इमरान अजीज के साथ ही शेख जसीम, साकिब, आसिफ, वकार व दीगर ने खुसूसी किरदार अदा किया।
रूहानी इलाज
बच्चे की पैदाईश के फौरन बाद अव्वल-आखिर एक-एक बार दरुद पाक के साथ 7 बार ‘या बर्रु’ पढ़कर बच्चे पर दम कर दें। इन्शा अल्लाह बालिग होने तक बच्चा आफतों से हिफाजत में रहेगा।
बच्चे की पैदाईश के फौरन बाद अव्वल-आखिर एक-एक बार दरुद पाक के साथ 7 बार ‘या बर्रु’ पढ़कर बच्चे पर दम कर दें। इन्शा अल्लाह बालिग होने तक बच्चा आफतों से हिफाजत में रहेगा।
- मदनी पंजसूरह