आसाम में बहु विवाह पर पाबंदी आइद करने की तैयारी

3 सफर उल मुजफ्फर 1445 हिजरी
पीर, 21 अगस्त, 2023
----------------------
अकवाले जरीं
‘नमाजों में एक नमाज ऐसी है, जो किसी से छूट जाए तो गोया उसका घर-बार सब बर्बाद हो गया। वो नमाज, नमाजे असर है।’
- सहीह बुखारी
------------------------------------------------------- 

गोहाटी : आईएनएस, इंडिया 

आसाम के वजीर-ए-आला हेमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि आसाम में तादाद-ए-अजदवाज (बहु विवाह) पर पाबंदी का मुताला करने के लिए रियास्ती हुकूमत की तरफ से तशकील दी गई माहिर कमेटी ने इतवार को अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। उन्होंने टवीट किया कि आसाम में तादाद अजदवाज को खत्म करने के लिए कानून बनाने के लिए रियास्ती मुकन्निना की कानूनसाजी की सलाहीयत का जायजा लेने के लिए तशकील दी गई माहिर कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। 
    आसाम अब जात-पात, नसल या मजहब से कता-ए-नजर खवातीन को बा इखतियार बनाने के लिए एक मुसबत (पाजीटिव) माहौल पैदा करने के करीब है। ख़्याल रहे कि सरमा अक्सर मुस्लमानों के खिलाफ बयानबाजी करने के लिए जाने जाते हैं और वो यकसां सिविल कोड नाफिज करने की वकालत भी करते हैं। उनका तादाद अजदवाज पर पाबंदी आइद करने का शगूफा 2024 से कब्ल बीजपी के लिए साजगार माहौल तैयार करने के मकसद से छोड़ा गया है। माहिरीन की जिस कमेटी ने रिपोर्ट पेश की है, उसमें एक जस्टिस के अलावा आसाम के एडवोकेट जनरल देवजीत साइकिया और बीजेपी लीडर निलीन कोहली शामिल थे। 
    इससे पहले सरमा ने कहा था कि 2024 से पहले तादाद अजदवाज पर पाबंदी आइद कर दी जाएगी। उन्होंने कहा था कि रियासत में तादाद अजदवाज पर पाबंदी के मुख़्तलिफ पहलुओं का मुताला करने के लिए तशकील दी गई कमेटी को रिपोर्ट पेश करने के लिए तीन माह का वक़्त दिया गया था। चूंकि ये रिपोर्ट अब वजीर-ए-आला के सामने रख दी गई है, इसलिए रियास्ती हुकूमत अगले असेंबली इजलास में आसाम में तादाद अजदवाज पर पाबंदी का कानून लाने के लिए इकदामात कर सकती है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ