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सेक्टर 58 में नहीं बनने देंगे मस्जिद, बेकसूर हिंदुओं को करें रिहा

23 मुहर्रम-उल-हराम 1445 हिजरी
जुमा, 11 अगस्त, 2023
अकवाले जरीं
‘मेरी उम्मत में से सबसे पहले मेरे पास हौजे कौसर पर आने वाले वो होंगे जो मु्र­ासे और मेरे अहले बैत से मोहब्बत करने वाले हैं।’
- जामाह उल हदीस

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महा पंचायत में मुतालिबा

गुरुग्राम : आईएनएस, इंडिया 

तेगरा गांव, गुरु ग्राम में तशद्दुद के बाद एक महा पंचायत का एहतिमाम किया गया। इतवार को हुई इस महा पंचायत में देहात के सरबराह समेत 36 बिरादरियों के करीब 1000 लोग मौजूद थे। महा पंचायत में गुरु ग्राम में एक मजहबी मुकाम को जलाने के मुआमले में गिरफ़्तार लोगों की गिरफ़्तारी के खिलाफ एहतिजाज करते हुए बेगुनाह हिंदू नौजवानों को फौरी रिहा करने का मुतालिबा किया गया। 

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    गौरतलब है कि गुरु ग्राम के सेक्टर-57 में वाके अंजुमन मस्जिद में आग लगा दी गई थी। इस मामले में तेगरा गांव से चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। महा पंचायत में मुतालिबा किया गया कि गिरफ़्तार बेकसूर लोगों को फौरी रिहा किया जाए। गिरफ़्तार नौजवानों की रिहाई के साथ ही महा पंचायत में शामिल लोगों ने ये भी मुतालिबा किया कि सेक्टर-57 में जो मजहबी मुकाम जेरे तामीर है, उसे ना बनाया जाए। इसकी वजह यह है कि उस समाज के बहुत कम लोग यहां रहते हैं। 
    नूह में तशद्दुद के बाद नूह समेत गुरु ग्राम और कई जिलों में हालात पूरी तरह ठीक नहीं हुए हैं। गुड़गांव के तेगरा गांव में तशद्दुद के बाद से कशीदगी है। 400 खानदानों के इस गांव से दर्जनों मुस्लिम खानदान अपने घर खाली कर के जा चुके हैं। तशद्दुद से मुतास्सिरा सेक्टर 57 तेगरा गांव से डेढ़ किलोमीटर के फासले पर है। अंजुमन मस्जिद को आग लगाने और नायब इमाम को कतल करने के बाद चार अफराद को गिरफ़्तार कर लिया गया। उसके बाद गांव में कशीदगी मजीद बढ़ गई, जिसकी वजह से मुस्लिम समाज के लोग घर खाली करके जा चुके हैं। नूह में तशद्दुद के बाद वहां मुबय्यना तौर पर मुलव्वस अफराद के घरों पर बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है। दर्जनों मकानात जमींदोस कर दिए गए हैं। पुलिस टीम मामले की तहकीकात कर रही है और मुसलसल गिरफ्तारियां की जा रही हैं। 
    महा पंचायत के जरीया बनाई गई कमेटी के अरकान का कहना है कि इंतिजामीया को मेमोरंडम देकर मुतालिबात पूरे करने के लिए 7 दिन का वक़्त दिया गया है। अगर इंतिजामीया ने गिरफ़्तार नौजवानों को जल्द रिहा नहीं किया तो महा पंचायत की तरफ से बनाई गई कमेटी बड़ा फैसला लेगी। ताहम (हालांकि) अब देखना ये है कि इंतिजामीया और हुकूमत महा पंचायत की बात पर कितना अमल करती है। सवाल ये भी है कि महा पंचायत गिरफ़्तार नौजवानों को बेकसूर कह रही है तो फिर मस्जिद के नायब इमाम को किसने मारा।

रूहानी इलाज
बच्चे की पैदाईश के फौरन बाद अव्वल-आखिर एक-एक बार दरुद पाक के साथ 7 बार ‘या बर्रु’ पढ़कर बच्चे पर दम कर दें। इन्शा अल्लाह बालिग होने तक बच्चा आफतों से हिफाजत में रहेगा। 
- मदनी पंजसूरह


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