11 जीअकादा 1444 हिजरी
जुमेरात, 1 जून 2023
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अकवाले जरीं‘नेकी का रास्ता बताने वाले को भी उतना ही सवाब मिलेगा जितना अमल करने वाले को।’
- मुस्लिम शरीफ
दुबई : आईएनएस, इंडियाआपने स्मार्ट वाच, स्मार्ट टीवी और स्मार्ट फोन तो देखा ही है, अब पहली बार मुसलमानों के लिए स्मार्ट जाए नमाज तैयार की गई है। खलीज टाईम्स की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की पहली स्मार्ट जाए नमाज बनाने वाले अब्दुर्रहमान सालिह खामिस ने जिनेवा में मुनाकिदा (आयोजित) 48 वीं बैन-उल-अकवामी ईजादात (अंतरराष्टÑीय अविष्कार) की नुमाइश (प्रदर्शनी) में सोने का तमगा भी जीता है।
अबदुर्रहमान सालिह का ताल्लुक कतर से है, उन्होंने इस जाए नमाज को 'सजदा का नाम दिया है, जो नौ मुस्लिम को नमाज सीखने और पढ़ने में मदद फराहम करने के लिए बनाई गई है। ये जाए नमाज जदीद (आधुनिक) टेक्नोलोजी के साथ आरास्ता (सुसज्जित) एक कालीन है, जिसमें नमाज पढ़ने के तरीके के अलावा दीगर इस्लामी इबादात के बारे में रहनुमाई फराहम करती है। स्मार्ट जाए नमाज को मस्जिद की वेबसाइट के मुताबिक एलईडी स्क्रीन, स्पीकर्ज नसब है, जो नमाज सीखने वालों को अंग्रेजी और अरबी जबानों में 25 से जाइद मुख़्तलिफ तरीकों से नमाज पढ़ना सिखाएगी। स्मार्ट जाए नमाज के साथ मोबाइल एप्लीकेशन कनेक्ट करके नमाज सीखने वाले मुस्लमान मखसूस इबादत और स्क्रीन पर कुरानी आयात पढ़ कर नमाज सीख सकते हैं।
ये जाए नमाज उन लोगों के लिए है, जो बगैर किसी परेशानी के सही तरीके से नमाज पढ़ने का तरीका सीखना चाहते हैं। स्मार्ट जाए नमाज के इस्तिमाल करने से स्क्रीन पर नमाज पढ़ने की तमाम-तर हिदायात सामने आ जाएंगी, जो शरीयत की रोशनी में नमाज का दरस (सबक) देगी। इस स्मार्ट जाए नमाज में एलईडी स्क्रीन नसब है जो मुस्लमानों को नमाज पढ़ने के दौरान कुरान-ए-पाक पढ़ने और हिफ़्ज करने में मदद करेगी। स्मार्ट जाए नमाज में बहुत से आॅप्शन हैं, नमाजी उसे अपने मुताबिक कंट्रोल कर सकता है, कुरान-ए-पाक की आयात का साइज और तिलावत के अंदाज आप अपने मुताबिक भी कंट्रोल कर सकते हैं। कुरानी आयात का तर्जुमा अरबी के अलावा अंग्रेजी, लातीनी जबान में भी पढ़ सकते हैं, जबकि उसे अपडेट करने पर आप मजीद जबानों में भी कुरानी तालीम हासिल कर सकते हैं।
वेबसाइट के मुताबिक ये जाए नमाज एक पर्सनल ट्रेनर के तौर पर काम करेगी जो नौ मुस्लमानों को दिन में पाँच बार नमाज पढ़ने के लिए दीगर इस्लामी तालीमात से भी आगाही देगी। कुरान-ए-पाक की तिलावत के दौरान मुस्लमानों को फिक्रमंद होने की जरूरत नहीं होगी कि वो कोई आयत भूल गए हैं या वो कुरान-ए-पाक की तिलावत ठीक नहीं कर रहे हैं। बच्चों के लिए आसान अलफाज में नमाज सीखने की हिदायात भी शामिल हैं, हर नमाज में ये बच्चों के लिए भी एक पर्सनल ट्रेनर के तौर पर काम करेगी और रहनुमाई फराहम करेगी। ये जाएनमाज बिलखसूस रमजान उल-मुबारक में तरावीह पढ़ने के दौरान बहुत कारामद साबित होगी क्योंकि स्क्रीन में आप बा आसानी कुरानी आयात की तिलावत कर सकते हैं। स्मार्ट जाए नमाज में स्पीकर के जरीये तिलावत भी सुनी जा सकती है और उसे हिफ़्ज भी किया जा सकता है। अब्दुर्रहमान सालिह खामिस के मुताबिक जाए नमाज को डिजाइन करते हुए उन्होंने तमाम जरूरी हिदायात पर अमल करने को यकीनी बनाया है, इसमें मौजूद तमाम फीचर्ज और हिदायात और इस्लामी तालीमात-ओ-शरई कवानीन के मुताबिक हैं।