मस्जिद-ए-नबवी में 4200 मर्द व खवातीन करेंगे एतेकाफ

18 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
पीर, 10 अपै्रल, 2023
 
रियाद : आईएनएस, इंडिया 
अगले मंगल को मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम में रमजान उल-मुबारक के आखिरी अशरा में एतिकाफ करने वालों की कसीर तादाद पहुंच रही है। 

मस्जिद-ए-नबवी में 4200 मर्द व खवातीन करेंगे एतेकाफ

    मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम में एतिकाफ के लिए इलेक्ट्रॉनिक जाइरीन नामी एप्लीकेशन के जरीये रजिस्ट्रेशन की गई। गुंजाइश के मुताबिक मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम में चार हजार दो सौ मर्द व खवातीन रोजादार एतिकाफ करेंगे। मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के उमूर के लिए जनरल प्रेजीडेंसी की एजेंसी ने एतिकाफ में 4 हजार 200 मर्दों और औरतों की रजिस्ट्रेशन कराई है। एतिकाफ की इबादत करने वाले तमाम लोगों को सहरी और इफतारी में तआम और मशरूबात का बंद-ओ-बस्त किया गया है। उन्हें तिब्बी सहूलयात भी फराहम की जाएँगी। इसके अलावा कई जबानों में उन्हें दीनी दर्स की रहनुमाई दी जाएगी। मर्दों के लिए मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की मगरिबी छत मुखतस (रिजर्व) की गई है। वे बाब नंबर छ: और दाखिली सीढ़ियों और बाब नंबर 10 को आमद-ओ-रफत के लिए इस्तिमाल करेंगे। खवातीन के लिए मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के शुमाल मशरिकी हिस्से और दाखिले के लिए बाब (दरवाजा) 24 और 25 मुखतस किए गए हैं।


मस्जिद अल हरम में रहनुमाई के लिए खवातीन तैनात


मस्जिद अल हरम में रहनुमाई के लिए खवातीन तैनात

    सदारते आम्मा, बराए उमूर मस्जिद अल हरम और मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने ऐलान किया है कि मस्जिद अल हरम में मुख़्तलिफ मुकामात पर 24 घंटे खवातीन जमात को मुकर्रर किया गया है। ये जमात खवातीन की 14 जबानों में रहनुमाई फराहम कर रही हैं। इन खवातीन के ग्रुप को अल्लाह के घर आने वालों की खिदमत के लिए मामूर किया गया है।     
    जबानों और तजुर्मा के लिए मुआविन (मददगार) एजेंसी ने वजाहत की कि खवातीन की खिदमात मस्जिद अल हरम के अंदर लगाए गए मखसूस काउंटर्ज पर फराहम की जाती है जहां आने वाली खवातीन को उनकी ही जबान में रहनुमाई फराहम की जाती है। खुसूसी तौर पर खवातीन के लिए तजुर्मा की सहूलत फराहम करने वाली इस सर्विस में जिन जबानों को शामिल किया गया है उनमें इंग्लिश, उर्दू, अजबक, फारसी, तुर्की, फ्रÞांसीसी, बंगाली, ताम्मुल, सेलेंक, बमबारा, गोला, आयोरी कोस्ट की जबान, पश्तो और हिन्दी शामिल हैं। इसी तरह बयान सुनने के लिए खवातीन के हाल्ज में हेडफोन तकसीम किए जाते हैं। जिनके जरिये खवातीन वाज का मतलूबा जबान में बराह-ए-रास्त तजुर्मा भी सुन सकती हैं। 

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